Rajat Sharma

हिंदू नेताओं की ज़िंदगी के साथ मज़ाक बंद करें भगवंत मान

rajat-sirपंजाब पुलिस ने 3 हिंदू नेताओं, अमित अरोड़ा, योगेश बख्शी और निशांत शर्मा को जान का खतरा देखते हुए अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। पुलिस ने उन्हें फोन नंबर बदलने की भी सलाह दी है। पुलिसकर्मियों ने इन नेताओं के घरों पर जाकर उन्हें मुफ्त बुलेटप्रूफ जैकेट दिए हैं।

पंजाब में हिंदू नेताओं को कनाडा और पाकिस्तान से बार-बार धमकी भरे फोन कॉल्स आ रहे हैं। पहले पंजाब पुलिस इन धमकियों को हल्के में लेती थी, लेकिन 4 नवंबर को शिवसेना (टकसाली) के अध्यक्ष सुधीर सूरी की हत्या के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। सुधीर सूरी को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, और हत्या के समय उनके सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। अब पुलिस ने ज्यादातर हिंदू नेताओं को अपने घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है।

शिवसेना हिंद के अध्यक्ष निशांत शर्मा ने इंडिया टीवी को बताया कि सुधीर सूरी की हत्या के बाद उन्हें कई धमकी भरे फोन आए हैं और उन्होंने मोहाली के खरड़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। जब इंडिया टीवी के संवाददाता पुनीत परिंजा निशांत शर्मा से बात कर रहे थे, तो उन्हें एक अनजान व्यक्ति का फोन आया। उस आदमी ने शर्मा से कहा, ‘अपने परिवार को तैयार रहने के लिए कहो, क्योंकि तुम भी जाओगे। सुधीर सूरी भी कहता था कि उसे कोई मार नहीं सकता, लेकिन हमने उसके सीने में गोली मारी। हम जानते हैं कि तुम भी अपने गनमैन के साथ आओगे।’

पंजाब के एक और हिंदू नेता अमित अरोड़ा आतंकियों के निशाने पर हैं। वो कहते हैं, ‘मुझे कनाडा स्थित सिख फॉर जस्टिस संगठन से कई बार धमकी भरे फोन आए और पंजाब पुलिस ने मुझे बुलेटप्रूफ जैकेट दी है। मैं इस जैकेट का क्या करूंगा? सुधीर सूरी के साथ सुरक्षाकर्मी थे, फिर भी उनकी हत्या कर दी गई। हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार को खालिस्तान समर्थक संगठनों के खिलाफ फौरन कार्रवाई करनी चाहिए।’

हिंदू नेताओं का डर जायज है। एक अन्य हिंदू नेता नीरज भारद्वाज ने कहा, ‘ये बुलेटप्रूफ जैकेट सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि पुलिस अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए जैकेट दे रही हैं।’

पंजाब पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि सुधीर सूरी की हत्या के पीछे अभी तक कोई गैंगस्टर कनेक्शन नहीं मिला है, जबकि कनाडा के गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरिके ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। पुलिस का कहना है कि लांडा ने ये जिम्मेदारी केवल इसलिए ली क्योंकि वह अपने रंगदारी रैकेट को चलाने के लिए सिर्फ डर फैलाना चाहता था । पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सूरी की हत्या ज़ाहिर तौर पर एक ‘हेट क्राइम’ है क्योंकि हत्यारा संदीप सिंह उर्फ सन्नी से पूछताछ के बाद कोई गैंगस्टर कनेक्शन नहीं मिला है। सूरी की हत्या के बाद सन्नी गिरफ्तार किया गया था। कातिल सन्नी सात दिन की पुलिस रिमांड में है।

सच्चाई यह है कि पंजाब पुलिस ने पिछले डेढ़ साल के दौरान राज्य में हुए कई बड़े अपराधों के पीछे गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा के मॉड्यूल की संलिप्तता पाई है । इन अपराधों में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला भी शामिल है। हालही में एक वीडियो सामने आया था जिसमें आईएसआई के संरक्षण में पाकिस्तान में रह रहे खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला ने सूरी के हत्यारे को बधाई दी और अमित अरोड़ा, निशांत शर्मा और किसान नेता गुरसिमरन सिंह मंड को जान से मारने की धमकी दी।

हिंदू नेता पंजाब पुलिस के दावों से सहमत नहीं हैं । हिंदू नेता अमित अरोड़ा कहते हैं, ‘मैं 2016 और 2020 में हुए हमलों में बच गया लेकिन पंजाब पुलिस हमें दी जा रही धमकियों पर ध्यान नहीं दे रही है। सुधीर सूरी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। हिंदू नेताओं को रोजाना धमकियां मिल रही हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकी गोपाल सिंह चावला मुझे और दो अन्य नेताओं को धमकियां दे रहा है। मुझे हजारों कॉलें आई हैं। मैं धमकियों के कारण फोन नहीं उठा रहा हूं, फिर भी सरकार सो रही है। पंजाब सरकार को बताना चाहिए कि पंजाब में हिंदू शांति से रह सकते हैं या नहीं।’

जहां कुछ लोग इसे हिंदू-सिख टकराव के प्रयास के रूप में देख रहे हैं, वहीं उम्मीद की किरण यह है कि हिंदू नेता साफ कह रहे हैं कि दुनिया की कोई भी ताकत हिन्दुओं और सिखों के बीच भाईचारे को बांट नहीं सकती। हिंदू नेता कहते हैं कि हिंदू और सिख एक मां के दो बेटे हैं, लेकिन वे दुखी इस बात से हैं कि पंजाब सरकार खालिस्तान समर्थकों से निपटने में पूरी तरह से उदासीनता दिखा रही है।

मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर पंजाब पुलिस का रवैया काफी अजीब है। एक हिंदू नेता को पुलिस की मौजूदगी में मारा गया और अब पुलिस खुद को इतनी असहाय पाती है कि वह हिंदू नेताओं को अपने घरों से बाहर न निकलने की सलाह दे रही है और उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट मुहैया करा रही है। पुलिस की जिम्मेदारी यहीं खत्म नहीं होती है। क्या पंजाब पुलिस ने हिंदू नेताओं को भगवान के सहारे छोड़ दिया है?

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को इन सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्हें यह बताना होगा कि पुलिस की जिम्मेदारी कहां से शुरू होती है और कहां खत्म होती है। या, वो ये कहेंगे, बुलेटप्रूफ जैकेट पर भगवान हनुमान की तस्वीर चिपकाएं और बजरंगबली आपकी रक्षा करेंगे? पंजाब में हिंदू नेताओं की जिंदगी के साथ ऐसा मज़ाक बंद होना चाहिए।

Get connected on Twitter, Instagram & Facebook

Comments are closed.