Rajat Sharma

सुशांत की मौत के मामले में कई नए मोड़ सामने आए हैं

मंगलवार को रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘यदि किसी शख्स के पास कोई बड़ी जीवन बीमा पॉलिसी है तो क्या उस पॉलिसी का लाभ लेने के लिए व्यक्ति की मौत को आत्महत्या या उसका कोई अन्य कारण घोषित नहीं किया जा सकता? घर में रहने वाले लोगों के बयानों से पता चलता है कि सुशांत के परिवार को लगातार जानकारी दी जा रही थी। शुरू से ही, जब दरवाजा खोला गया, दरवाजे को खटखटाने के निर्देश दिए गए, जब कमरे में लोग दाखिल हए और सुशांत की बॉडी को फंदे से झूलता हुआ पाया, आईपीएस ओपी सिंह भी निर्देश दे रहे थे। उनका परिवार सबकुछ जनता था। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि उसने (रिया) घर छोड़ दिया क्योंकि सुशांत ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था। रिया पर सुशांत के परिवार की ओर से दुर्भावनापूर्ण तरीके से आरोप लगाए जा रहे हैं।’

akb0209 ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले को एक नया मोड़ देते हुए मंगलवार को रिया चक्रवर्ती के वकील ने आरोप लगाया कि सुशांत की बहनें इंश्योरेंस क्लेम हासिल करने के लिए उनकी मौत को हत्या के मामले का रूप देने की कोशिश कर रही हैं। रिया के वकील का आरोप है कि सुशांत की बहनें ये जानती थीं कि सुशांत मेंटल डिप्रेशन से गुजर रहे हैं और वे उनकी संपत्ति हड़पने की साजिश रच रही थीं।

इस बीच सीबीआई ने बुधवार को दूसरे दिन भी रिया के माता-पिता से पूछताछ की। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को गौरव आर्य से ड्रग्स एंगल के बारे में पूछताछ की थी। नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो की पूछताछ में एक बड़े ड्रग पेडलर ने रिया के भाई शॉविक के साथ अपने रिश्तों को कबूल किया है। इससे रिया और उसके भाई की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हैरानी की बात ये है कि सुशांत की मौत के केस में ड्रग्स के एंगल से हो रही जांच पर फिलहाल NCB के DG राकेश अस्थाना खुद करीबी नजर रखे हुए हैं।

मंगलवार को रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘यदि किसी शख्स के पास कोई बड़ी जीवन बीमा पॉलिसी है तो क्या उस पॉलिसी का लाभ लेने के लिए व्यक्ति की मौत को आत्महत्या या उसका कोई अन्य कारण घोषित नहीं किया जा सकता? घर में रहने वाले लोगों के बयानों से पता चलता है कि सुशांत के परिवार को लगातार जानकारी दी जा रही थी। शुरू से ही, जब दरवाजा खोला गया, दरवाजे को खटखटाने के निर्देश दिए गए, जब कमरे में लोग दाखिल हए और सुशांत की बॉडी को फंदे से झूलता हुआ पाया, आईपीएस ओपी सिंह भी निर्देश दे रहे थे। उनका परिवार सबकुछ जनता था। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि उसने (रिया) घर छोड़ दिया क्योंकि सुशांत ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था। रिया पर सुशांत के परिवार की ओर से दुर्भावनापूर्ण तरीके से आरोप लगाए जा रहे हैं।’

यह साफ है कि मानशिंदे अपने मुवक्किल को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने आरोप लगाया कि सुशांत की बहन ने सुशांत के लिए नकली प्रेस्क्रिप्शन बनवाए। मानशिंदे ने कहा, ‘रिकॉर्ड से यह पता चलता है कि परिवार को सुशांत के इलाज और दवा के बारे में 29 नवंबर, 2019 से पता था। श्रुति (मोदी) और सुशांत के परिवार के बीच प्रेस्किप्शन और दवाइयों को लेकर मैसेज का आदान-प्रदान किया जाता था। यह पता चला कि 8 जून, 2020 को जब रिया ने 12:30 के आसपास घर छोड़ा था, तब सुशांत अपनी बहनों के संपर्क में थे। प्रियंका ने मैसेज भेजकर सुशांत के स्वास्थ्य के बारे में पूछा था। पहले सुशांत ने उनसे कुछ दवाएं मांगी थीं। उन्होंने कुछ दवाओं के नाम भेजे, जिसके बारे में उसने कहा कि वे दवाएं बिना डॉक्टर के पर्चे के नहीं मिल सकतीं। जिसके बाद प्रियंका ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल से प्रेस्क्रिप्शन मंगवाया और उन्हें भेजा। ये प्रेस्क्रिप्शन फर्जी है। इस प्रेस्क्रिप्शन में सुशांत को ओपीडी मरीज के रूप में दर्ज किया गया है। जो दवाएं उन्हें दी गईं वे नारकोटिक्स की धाराओं के अंतर्गत आती हैं। प्रेस्क्रिप्शन पर जो तारीख दर्ज है, उस दिन वह दिल्ली में नहीं थे।’

मानशिंदे ने कहा, ‘उन्होंने एक ऐसे डॉक्टर से प्रेस्किप्शन लिया हैं जिसने कभी सुशांत की जांच भी नहीं की। आप किसी शख्स को उसकी चल रही दवा के बारे में जानकारी लिए बिना दवाएं कैसे लिख सकते हैं? साथ ही उन्हें आउट पेशेंट के रूप में दिखाया जा रहा है। इसलिए यह साफ है कि सुशांत के परिवार की ओर से नकली कहानी गढ़ी गई है।’ मानशिंदे ने 25-26 नवंबर को वाटरस्टोन रिजॉर्ट में सुशांत और उनकी बहनों के बीच हुए झगड़े का भी जिक्र किया। इस झगड़े के दौरान सुशांत की तीनों बहनें मौजूद थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सुशांत की बहनें उन्हें मुंबई से दूर ले जाना चाहती थीं और उनकी संपत्ति हड़पना चाहती थीं। वकील के मुताबिक, सुशांत को इसके बारे में पता चल गया और इसके बाद उसका अपनी बहनों के साथ झगड़ा हुआ।

मानशिंदे का कहना है कि सुशांत ने अपनी बहनों के साथ चंडीगढ़ के लिए टिकट बुक किए थे, लेकिन झगड़े के बाद उन्होंने एक महीने के लिए रिया के साथ रहना छोड़ दिया और अपनी चंडीगढ़ यात्रा भी कैंसिल कर दी। मानशिंदे का दावा है कि वॉटरस्टोन रिजॉर्ट में एक स्टाफ मेंबर ने सुशांत की 3 बहनों की बात सुनी थी जो आपस में सुशांत की प्रॉपर्टी अपने नाम कराने की बात कह रही थीं। ये बात उस स्टॉफ ने सुशांत को बता दी। इसके बाद ही सुशांत ने चंड़ीगढ़ जाने से इंकार कर दिया। सुशांत का परिवार इस आरोप को खारिज करने के लिए अभी तक आगे नहीं आया है। मंगलवार को सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी के वकील अशोक सरावगी ने आरोप लगाया कि सुशांत की बहनें जानती थीं कि वह ड्रग्स ले रहे थे और उनका इलाज चल रहा था। सुशांत के परिवार के सदस्यों या उनके वकीलों ने अशोक सरावगी के इस आरोप को भी अभी तक खारिज नहीं किया है।

मंगलवार को अपने प्राइम टाइम शो ‘आज की बात’ में हमने कुशल जावेरी के बयान दिखाए, जिन्होंने 2008 से टीवी सीरियल्स में सुशांत सिंह राजपूत के साथ ऐक्टिंग की थी। इन दोनों ने 3 साल तक ‘पवित्र रिश्ता’ नाम के सीरियल में साथ काम किया था। बाद में सुशांत ने टीवी सीरियल्स को छोड़कर बॉलीवुड में कदम रखा। सुशांत ने कुशल जावेरी को सीरियल छोड़कर अपने साथ काम करने के लिए बुलाया था। कुशल जावेरी ने बिहार पुलिस के जांचकर्ताओं को सुशांत के निजी जीवन के बारे में विस्तार से बताया था। हमारे पटना के रिपोर्टर नीतीश चंद्रा ने उनके वर्ड टू वर्ड स्टेटमेंट एक्सेस किया है और मैंने भी इस स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ा है। इससे दो या तीन बहुत बड़े तथ्य निकलकर सामने आए हैं।

पहला, कुशल ने जांचकर्ताओं को बताया कि सुशांत पिछले साल दिसंबर में अपने आर्थिक हालात को लेकर परेशान थे। उन्होंने श्रुति मोदी से अपना बैंक स्टेटमेंट मांगा था, जिसने रिया को फोन किया और रिया तुरंत भागकर घर वापस आ गई और सुशांत को दूसरी बातों में उलझा दिया और बैंक स्टेटमेंट की बात भुला दी गई।

दूसरा, कुशल ने खुलासा किया कि 2018 की शुरुआत में सुशांत के बैंक अकाउंट में लगभग 10 करोड़ रुपये थे। उसी साल सुशांत ने केरल और नागालैंड में बाढ़ राहत के लिए 2.25 करोड़ रुपये का डोनेट कर दिए। सुशांत ने 2 दिनों के लिए नागालैंड में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया। कुशल ने कहा कि उनके खाते में लगभग 8 करोड़ रुपये बचे थे, लेकिन साल के आखिर में अपनी थाईलैंड ट्रिप पर उन्होंने काफी पैसा खर्च किया था। कुशल ने खुलासा किया कि इन तमाम खर्चों के बावजूद सुशांत बेफिक्र थे। वह कहते थे कि वह आगे और पैसे कमा लेंगे।

तीसरा, कुशल जावेरी ने यह भी खुलासा किया कि मौत से एक दिन पहले 13 जून को सुशांत ने एक वीडियो कॉल पर रमेश तौरानी के लिए 2 फिल्में करने को लेकर सहमति जताई थी। कुशल ने कहा कि चूंकि बड़े निर्माता एक साथ 2 फिल्मों के लिए साइन करवाते हैं, इसलिए सुशांत के लिए यह डील 12-15 करोड़ रुपये की थी।

जावेरी ने बिहार पुलिस को यह भी बताया कि जब 8 जून को रिया घर छोड़कर गई, उसी रात दिशा सालियान ने खुदकुशी कर ली। जावेरी के मुताबिक, दिशा सालियन की आत्महत्या के बाद सुशांत परेशान हो गए क्योंकि न्यूज चैनल खबरें चला रहे थे कि सुशांत के एक्स-मैनेजर ने खुदकुशी कर ली। कुशल ने कहा कि सुशांत अक्सर दिशा सालियान से जुड़ी खबरें गूगल पर सर्च किया करते थे। उनके मुताबिक, सुशांत ने दीपेश और सिद्धार्थ पिठानी से रिया से संपर्क करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने बताया कि रिया ने उनका नंबर ब्लॉक कर दिया है। कुशल ने खुलासा किया कि रिया के साथ ब्रेकअप के बाद सुशांत अपने जीवन के आखिरी 15 दिनों में अपने पुराने दोस्तों के करीब आ गए थे। उन्होंने मार्च से दवाएं लेनी बंद कर दी थीं।

फिलहाल इस मामले को परिप्रेक्ष्य में रखते हैं। सुशांत के परिवार ने आरोप लगाया था कि रिया ने उनके बैंक अकाउंट्स से 15 करोड़ रुपये का गबन किया और या तो उनकी हत्या की साजिश रची या उन्हें खुदकुशी के लिए मजबूर किया। सुशांत के पिता ने पटना पुलिस के समक्ष अपनी प्राथमिकी में यह आरोप लगाया था। लेकिन सुशांत की हत्या या आत्महत्या के पीछे की मंशा क्या थी? रिया ने ऐसा क्यों किया? सुशांत के परिवार की तरफ से कोई भी इसका मोटिव एस्टेबलिश नहीं कर सका।

वहीं दूसरी तरफ, रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने अपने वे सारे पत्ते खोल दिए जिनपर वह अदालत में मामले की बहस करने जा रहे हैं। उन्होंने ये साबित करने की कोशिश की कि सुशांत की मौत को आत्महत्या की बजाय हत्या साबित करने के पीछे क्या मकसद हो सकता है। उन्होंने कहा कि इंश्योरेंस का पैसा इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है। यह एक गंभीर आरोप है।

दूसरी बात, सतीश मानेशिंदे ने कहा कि सुशांत के परिवार को उनकी बीमारी के बारे में पता था, बिना डॉक्टर्स को कन्सल्ट किए सुशांत को प्रतिबंधित दवाएं लेने की सलाह दी गई थी। मुंबई में बैठे मरीज की जांच किए बिना ही दिल्ली सरकार के एक डॉक्टर से नकली प्रेस्क्रिप्शन लिया गया। यह अपने आप में एक अपराध है।

मानशिंदे ने जोर देकर कहा कि 8 जून को रिया का सुशांत के साथ उसकी बहन को लेकर बहस हुई, और दोनों के बीच कोई झगड़ा नहीं हुआ था। 8 जून से 14 जून के बीच की घटनाओं के सीक्वेंस की अब ठीक से जांच की जानी चाहिए। इससे सुशांत की मौत के पीछे की सच्चाई लोगों के सामने आ जाएगी। मानशिंदे और श्रुति मोदी के वकील अशोक सरावगी, दोनों ही आरोप लगा रहे हैं कि सुशांत की बहनें उनकी संपत्ति हड़पना चाहती थीं।

जानकारों का कहना है कि पिछले 13 दिन से सीबीआई ने जो भी जांच की है उसमें अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई थी। फिलहाल CBI ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अगर सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की तो इसकी वजह क्या थी? क्या किसी ने उन्हें खुदकुशी करने के लिए मजबूर किया था? या फिर उनकी आत्महत्या के पीछे की वजह उनका मेंटल डिप्रेशन था? यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या सुशांत की मौत का ड्रग्स से कोई कनेक्शन था?

इस मामले की जांच के दौरान ड्रग्स की बात बार-बार सामने आई है, लेकिन एक अच्छी बात यह हुई है कि पिछले कुछ दिनों में इस केस की वजह से मुंबई में ड्रग्स सप्लाई करने वाले माफिया पर नारकोटिक्स डिपार्टमेंट का शिकंजा कस गया है और वे सभी अंडरग्राउंड हो गए हैं। नारकोटिक्स विंग ने बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद की है। कुछ खबरें ये भी मिली है कि बहुत सारी ड्रग्स समंदर में फेंक दी गई है। अब हमें उम्मीद करनी चाहिए कि सुशांत सिंह राजपूत के केस के बहाने अब मुंबई में ड्रग्स माफिया का सफाया होगा।

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