Rajat Sharma

पुलवामा, अभिनंदन के राज़ पर पर्दा हटा : पाकिस्तान में मोदी का खौफ है

अब हकीकत सबके सामने है। पाकिस्तानी नेता कह रहे हैं कि उनके विदेश मंत्री ने टॉप लेवल की एक गुप्त मीटिंग में कहा था कि अगर अभिनंदन को रिहा नहीं किया गया तो भारत आज रात 9 बजे पाकिस्तान पर हमला कर देगा । पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने विपक्ष के नेताओं से अभिनंदन की रिहाई के लिए सहमति मांगी थी।

akb2110 आखिरकार पुलवामा हमला और विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई का सच सामने आ ही गया, जो अभी तक रहस्य बना हुआ था, जिसके बारे में तरह-तरह की चर्चाएं तो होती थी लेकिन सच्चाई पर भ्रम के बादल छाए हुए थे। पाकिस्तान के नेता अयाज सादिक ने यह खुलासा किया है कि उनका देश भारत से डरता है। पाकिस्तान में मोदी का खौफ़ है। उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई का जिक्र करते हुए कहा कि आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा इस बात से डर गए थे कि अगर पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा नहीं किया तो भारत पाकिस्तान पर उसी रात हमला कर देगा। वहीं दूसरी ओर इमरान के मंत्री फवाद चौधरी ने दावा किया है कि पुलवामा हमले का श्रेय इमरान खान को दिया जाना चाहिए। नेशनल असेंबली में हुए इन दोनों खुलासों ने पाकिस्तान को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है।

सबसे पहले फवाद चौधरी के बयान की बात करते हैं जो पाकिस्तान के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्री हैं और इमरान खान के बेहद करीबी माने जाते हैं। जब-जब विपक्ष इमरान पर हमलावर होता है तो फवाद चौधरी अक्सर अपने नेता का बचाव करने उतर जाते हैं। लेकिन गुरुवार को फवाद चौधरी ने उस राज़ पर पर्दा हटाया, उस हकीकत को बयां कर दिया कि 14 फरवरी, 2019 के पुलवामा हमले की योजना किसने बनाई थी, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

नेशनल असेंबली की बहस में हिस्सा लेते हुए फवाद चौधरी ने कहा-‘हमने हिंदुस्तान को घुस के मारा।’ उन्होंने कहा कि पुलवामा आतंकी हमला पाकिस्तान की बड़ी कामयाबी है। पूरे पाकिस्तान को इस पर फख्र होना चाहिए। इमरान खान के मंत्री फवाद चौधरी ने वो बात कह दी जो पाकिस्तान पूरी दुनिया से अब तक छुपा रहा था कि पुलवामा हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है। फवाद चौधरी ने कहा-‘पुलवामा हमले को मत भूलिए। हमने इंडिया में घुसकर हमला किया था। पुलवामा हमला इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान की जनता की बड़ी कामयाबी है। आप (विपक्ष) और हम (सत्तारूढ़ दल) सभी उस कामयाबी का हिस्सा हैं।‘ फवाद चौधरी नैशनल असेम्बली में बोले तो करीब दस मिनट लेकिन सिर्फ 22 सेकेंड में उन्होंने वो बात कह दी, जो पाकिस्तान 22 महीने से छुपाए हुए था।

हकीकत जुबां से बाहर आने के बाद जबतक फवाद चौधरी को इस बात का अहसास हुआ कि कुछ गलत हो गया है, बात बहुत दूर तक निकल चुकी थी। हालांकि उन्होंने अपनी बात से पलटने की कोशिश की और कहा-‘पुलवामा वाकये के बाद जब हमने इंडिया को घुस के मारा’। अब फवाद चौधरी के इस बयान को भारतीय मीडिया ने लपक लिया और दिन भर वे सफाई देते रहे कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा- ‘मैं उस वक्त का जिक्र कर रहा था जब हमारे विमानों ने भारत के लड़ाकू ठिकानों को निशाना बनाया।’

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर पाकिस्तान के मंत्री ने इस तरह की बात क्यों कही? ऐसा क्या हो गया जिससे फवाद चौधरी को ऐसा बयान देना पड़ा। असल में पिछले दो दिनों से पाकिस्तान की पार्लियामेंट में इमरान खान औऱ उनकी सरकार की जमकर बखिया उधेड़ी जा रही है। विरोधी दलों के नेता एकजुट होकर इमरान खान के और पाकिस्तान की फौज के सीक्रेट सामने ला रहे हैं। फवाद चौधरी नवाज शरीफ की पार्टी के नेता अयाज सादिक के खुलासे को ढकने की कोशिश कर रहे थे।
अयाज सादिक ने पार्लियामेंट में चर्चा के दौरान ऐसी बात कह दी थी जिससे पूरे पाकिस्तान में इमरान खान और पाकिस्तान की फौज का मजाक उड़ाया जा रहा था।

अयाज सादिक ने पार्लियामेंट में पूरे जोश के साथ, पूरे यकीन के साथ कहा कि पुलवामा हमले के बाद हुई एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान नरेन्द्र मोदी से काफी डर गया था। उन्होंने खुलासा किया कि एक टॉप लेवल की मीटिंग का जिक्र किया जिसमें विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी समेत कई वरिष्ठ राजनेता और सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा शामिल हुए थे। अयाज ने कहा कि पाकिस्तानी फौज के जनरल इतने घबराए हुए थे कि आर्मी चीफ बाजवा के पैर कांप रहे थे। पाकिस्तान की सरकार डर के मारे थर्रा रही थी। मीटिंग में कहा गया कि अगर रात 9 बजे तक अभिनंदन को रिहा नहीं किया गया तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। इसी डर की वजह से पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने का फैसला किया । रात के नौ बजते उससे पहले ही पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को भारत के हवाले कर दिया था। अयाज सादिक ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान बैठक में शामिल होने वाले थे, लेकिन वे नहीं आए। दरअसल, विंग कमांडर अभिनंदन का मिग विमान पाकिस्तानी विमानों के साथ हवाई मुकाबले के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और वे पाकिस्तान वाले हिस्से में जा गिरे थे। पाकिस्तानी सेना ने विंग कमाडंर अभिनंदन को बंदी बना लिया था और भारत ने उनकी फौरी रिहाई की मांग की थी।

अयाज सादिक पाकिस्तान के कोई साधारण नेता नहीं हैं। वे नेशनल असेंबली के स्पीकर रह चुके हैं और जिन तथ्यों को उन्होंने सामने रखा है वे बेहद अहम हैं। ये तथ्य आधारहीन नहीं हैं। अब तक किसी को ये पता नहीं था कि पाकिस्तान ने अचानक विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने का फैसला क्यों किया। केवल कयास लगाए जा रहे थे।

मुझे याद है मैंने पिछले साल मई में अपने शो ‘सलाम इंडिया’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यही सवाल किया था। तब मोदी ने मुस्कुरा कर कहा था, ‘वो एक रात थी, जिस रात में कई राज़ थे, राज़ को राज़ ही रहने दीजिए। ‘

अब हकीकत सबके सामने है। पाकिस्तानी नेता कह रहे हैं कि उनके विदेश मंत्री ने टॉप लेवल की एक गुप्त मीटिंग में कहा था कि अगर अभिनंदन को रिहा नहीं किया गया तो भारत आज रात 9 बजे पाकिस्तान पर हमला कर देगा । पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने विपक्ष के नेताओं से अभिनंदन की रिहाई के लिए सहमति मांगी थी।

गुरुवार को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने अयाज सादिक के बयान पर सफाई देने की पूरी कोशिश की। लेकिन वे अयाज के खुलासे को खारिज नहीं कर पाए। प्रवक्ता ने केवल यह कहा कि अभिनंदन को छोड़ने का फैसला एक ‘मेच्योर रिस्पॉन्स’ (सूझबूझ से लिया गया फैसला) था और ‘इसे किसी और बात के साथ जोड़ना भ्रामक होगा।’

पाकिस्तानी नेताओं के कबुलनामें से दो बातें स्पष्ट हो गई है। पहला, पाकिस्तान ने मान लिया कि पुलवामा में आतंकी हमले की साजिश उसने रची। दूसरा, पाकिस्तान में नरेंद्र मोदी का खौफ है। इमरान खान, नरेन्द्र मोदी की हिम्मत और ताकत से घबराते हैं। इसके अलावा अब जो भी सफाई पाकिस्तान की ओर से आ रही है वो इस मुद्दे को उलझाने की एक कोशिश का हिस्सा है।

फवाद चौधरी ने दुनिया के सामने सच्चाई बयान कर दी। अब पाकिस्तान कैसे कहेगा कि उसने पुलवामा में आंतकवादी हमला नहीं करवाया था। इमरान खान अब शान्ति दूत बनने का नाटक कैसे करेंगे। अब तक इमरान खान पूरी दुनिया के सामने घूम-घूम कर रोते थे। पुलवामा हमले के बाद हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक के जख्म दिखाकर दुनिया की हमदर्दी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अब इमरान खान क्या कहेंगे? अब पाकिस्तान की फौज क्या कहेगी?

भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के वक्त भी सीना ठोक कर कहा था कि ये पुलवामा में हुए हमले का बदला है। पुलवामा में हमारे जवानों का खून बहानेवाले दहशतगर्दों को सबक सिखाने के लिए ये किया गया है। ये पाकिस्तान को चेतावनी है। उस वक्त पाकिस्तान में घुसकर की गई एयर स्ट्राइक की जानकारी सबसे पहले औपचारिक तौर पर भारत ने पाकिस्तान को ही दी थी। भारत ने कुछ छिपाया नहीं था। झूठ नहीं बोला था। पाकिस्तान को बताया था कि ये हमला पाकिस्तान पर नहीं बल्कि पाकिस्तान में छिपे दहशतगर्दों पर है। उस वक्त इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जंग को उकसावा देने का इल्जाम लगाया था। लेकिन इमरान खान के फरेब से उन्हीं के मंत्री ने पर्दा उठा दिया।

अब सवाल ये है कि अगर पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन को वापस न भेजता तो क्या वाकई में हमारी फौज रात नौ बजे पाकिस्तान पर धावा बोल देती? क्या हमारी सेना और एयरफोर्स वाकई में हमले की तैयारी कर चुकी थी? इस हकीकत को जानने के लिए इंडिया टीवी ने बात की उस वक्त के एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ से। धनोआ ने भी कहा कि इंडियन एयरफोर्स हमले के लिए पूरी तरह तैयार थी। कुछ ही मिनटों में पाकिस्तान की फ्रंट लाइन डिफेंस को पूरी तरह तहस- नहस किया जा सकता था। पाकिस्तान इस बात को समझ चुका था। इसीलिए पाकिस्तान को विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

पूर्व एयर चीफ मार्शल की बात सुनकर गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। हमारी फौज की शक्ति पर, हमारे जवानों की बहादुरी पर भरोसा और बढ़ जाता है। प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता पर हमारी फौज को कितना भरोसा है, ये भी समझ में आ जाता है। लेकिन हमारे देश में ऐसे नेता हैं जो इस जोश और इस हिम्मत को देखना नहीं चाहते, समझना नहीं चाहते ।

अब जब पाकिस्तान ने राज़ खोल दिए हैं तो आज सबको ये बात समझ आ जानी चाहिए कि पहले के भारत और आज के भारत में क्या फर्क है। पाकिस्तान का कबूलनामा और पाकिस्तान का खौफ देखकर ये पता चल जाना चाहिए कि पहले की लीडरशिप और मोदी की लीडरशिप में क्या फर्क है। पाकिस्तान पहले भी आतंकवादी हमले करवाता था। हमारी फौज की ताकत, उनकी बहादुरी पहले भी थी। लेकिन पहले हम पाकिस्तान को डोजियर भेजते थे, चिट्ठियां लिखते थे। पहले हम अमेरिका से मदद मांगने चले जाते थे। लेकिन नरेन्द्र मोदी ने इस परिभाषा को बदल दिया। पाकिस्तान ने जब हमला किया तो उसको उसके घर में घुसकर मारा और आज इस बात का भी सबूत मिल गया कि अगर पाकिस्तान अभिनंदन को न छोड़ता तो भारत उस पर हमला करने वाला था।

आज ये भी पता चल गया कि पाकिस्तान को नरेन्द्र मोदी की ताकत का कितना एहसास है। पाकिस्तान में मोदी का खौफ है। लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि हमारे देश में हमारे अपने लीडर इस बात को मानने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान के कबूलनामे के बाद कम से कम उन्हें ये समझ लेना चाहिए कि वो चीन और पाकिस्तान पर भरोसा करने की बजाय हमारी फौज पर यकीन करें। अपने प्रधानमंत्री पर भरोसा करें।

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