Rajat Sharma

कैसे पंजाब में हजारों दुल्हनों ने अपने ससुराल वालों को दिया धोखा

AKB30 आज मैं आपको पंजाब में दिख रहे एक खतरनाक ट्रेंड के बारे में आगाह करना चाहता हूं। ऐसे हजारों मामले सामने आए हैं जिनमें परिवारों ने लाखों रुपये खर्च करके अपनी बहुओं को कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में भेजा। इन परिवारों को उम्मीद थी कि उनकी बहुएं स्पाउस वीजा भेजेंगी जिससे उनके बेटे विदेश जाकर एक अच्छा जीवन जिएंगे और डॉलर एवं पाउंड में पैसे कमाएंगे। लेकिन इनमें से कई परिवारों की उम्मीदें तब धराशायी हो गईं जब इन बहुओं ने विदेश पहुंचकर अपने पतियों को छोड़ दिया और कुछ मामलों में तो उन्हें विदेश में जेल तक भेज दिया।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन परिवारों ने पिछले 5 सालों में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे देशों में जाने के लिए अपनी दुल्हनों को विदेश में सेटल करने और उन्हें पढ़ाने-लिखाने में लगभग 150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। विदेश में बसने के बाद लगभग 3,600 दुल्हनों ने बाद में अपने ससुराल वालों को धोखा दिया और अपने पतियों को छोड़ दिया। पंजाब में आम बोलचाल में इसे ‘कॉन्ट्रैक्ट मैरिज’ के नाम से जाना जाता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दुल्हनों द्वारा ठगे गए परिवारों द्वारा विदेश मंत्रालय में इस तरह की 3,300 से अधिक शिकायतें दर्ज कराई गई हैं और इनमें से 3 हजार मामले अकेले पंजाब के हैं। पिछले 6 महीनों में इस तरह की धोखाधड़ी के करीब 200 मामले सामने आए हैं। दुल्हनों द्वारा लूटे गए इन परिवारों में से अधिकांश थानों और अदालतों के चक्कर काट रहे हैं।

पंजाब में होने वाली इस ‘कॉन्ट्रैक्ट मैरिज’ के मुताबिक, विदेश में बसने के इच्छुक युवकों के परिजन IELTS एग्जाम (इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) पास कर चुकी लड़कियों के साथ अपने बेटों की शादी करवाते हैं। दरअसल, जो भारतीय छात्र एवं छात्राएं अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए IELTS एग्जाम पास करना अनिवार्य है। IELTS एग्जाम में कैंडिडेट्स के अंग्रेजी बोलने, सुनने और लिखने की स्किल को टेस्ट किया जाता है। दूल्हे का परिवार दुल्हन के वीजा से लेकर पढ़ाई-लिखाई, उसके विदेश आने-जाने और वहां रहने-खाने आदि पर आए खर्च को वहन करता है। यह रकम 25 से लेकर 50 लाख रुपये तक हो सकती है।

दूल्हे का परिवार इस उम्मीद में पैसे खर्च करता है कि दुल्हन को आखिरकार वहां स्थायी निवास मिल जाएगा और फिर वह स्पाउस वीजा भेजकर अपने पति को विदेश बुला लेगी और दोनों वहां साथ-साथ रहेंगे। दलाल और स्थानीय एजेंट IELTS एग्जाम पास करने वाली लड़कियों की डिटेल्स के साथ संभावित दूल्हे के परिवारों से संपर्क करते हैं। इसके बाद एक मैरिज कॉन्ट्रैक्ट होता है और दूल्हे का परिवार इस उम्मीद में लाखों रुपये खर्च करने के लिए तैयार हो जाता है कि दुल्हन दूसरे देश पहुंचने के बाद अपने पति के लिए स्पाउस वीजा भेज देगी। पिछले 3 महीने में इस तरह की धोखाधड़ी के लुधियाना से 30 और जालंधर से 70 मामले सामने आए हैं।

इंडिया टीवी की संवाददाता गोनिका अरोड़ा और पुनीत परिंजा ने पंजाब के कई जिलों में उन परिवारों से मुलाकात की, जिन्हें उनकी दुल्हनों ने धोखा दिया है। वे इस तरह के फ्रॉड का शिकार हुए परिवारों से मिलने के लिए जालंधर, मोगा, फिरोजपुर और लुधियाना गए। ज्यादातर मामलों में, दुल्हनें विदेश पहुंचने के बाद अपने टेलीफोन नंबर बदल लेती हैं, सारे संपर्क तोड़ लेती हैं और कुछ मामलों में झूठे आरोप लगाकर अपने पतियों को जेल भिजवा देती हैं।

हमारे रिपोर्टर्स ने फिरोजपुर के तलवंडी भाई इलाके के रहने वाले अमृतलाल से मुलाकात की। अमृतलाल ने बताया कि उन्होंने अप्रैल 2018 में अपने बेटे ओंकार सिंह की शादी मनवीन (बदला हुआ नाम) से की थी। मनवीन ने IELTS एग्जाम में अच्छा स्कोर किया था, और उसे कनाडा की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए स्टडी वीजा मिल गया था। दूल्हे के परिवार ने स्टडी वीजा से लेकर पढ़ाई तक का सारा खर्चा उठाया, सिक्यॉरिटी फीस जमा की और शादी से लेकर पढ़ाई तक के लिए कुल 46 लाख रुपये लगा दिए। उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी और गाड़ी बेचकर पैसों का इंतजाम किया। मनवीन अपनी पढ़ाई के दौरान 3 बार भारत आई, और जब घरवालों ने कहा कि बेटे को अब साथ ले जाओ तो वह सितंबर 2019 में स्पाउस वीजा पर अपने पति ओंकार सिंह को साथ ले गई। कनाडा पहुंचने पर उसने ओंकार पर यौन उत्पीड़न और बलात्कार का आरोप लगा दिया जिसके बाद कनाडा की पुलिस ने उसका पासपोर्ट जब्त कर उसे जेल भेज दिया। अब ओंकार सिंह कनाडा में ट्रकों की मरम्मत कर रहा है और उसकी पत्नी, जिसने उसे छोड़ दिया था, मजे से अपनी जिंदगी गुजार रही है।

जालंधर के बंगा इलाके में रहने वाले चमनलाल ने 25 मार्च 2018 को अपने बेटे गौरव की शादी कुसुम कुमारी (बदला हुआ नाम) से की। कुसुम ने IELTS एग्जाम पास किया था और उसे कनाडा की एक यूनिवर्सिटी के लिए स्टडी वीजा मिल गया था। शादी के एक महीने बाद कुसुम कनाडा चली गई। दूल्हे का परिवार उसकी हर सेमेस्टर की फीस के लिए हजारों डॉलर देता रहा, और कुल मिलाकर 35 लाख रुपये से भी ज्यादा की रकम खर्च कर दी। बेटे को कनाडा बुलाने की बात आई तो कुसुम ने स्पाउस वीजा पर गौरव को टोरंटो तो बुला लिया, लेकिन खुद गायब हो गई। उसने गौरव से कोई कॉन्टैक्ट नहीं किया। इसका नतीजा ये हुआ कि गौरव का स्पाउस वीजा कुछ दिन बाद कैंसिल हो गया और उसका विजिटर वीजा भी खत्म होने वाला है। ऐसे में अब गौरव को भारत वापस आना ही पड़ेगा नहीं तो उसे वहां जेल जा पड़ सकता है।

मोगा में भूपिंदर और रूपिंदर (बदला हुआ नाम) ने मई 2019 में एक एजेंट के जरिए हुए कॉन्ट्रैक्ट के बाद शादी कर ली। दूल्हे के परिवार ने रूपिंदर की पढ़ाई-लिखाई, विदेश जाने और वहां ठहरने पर लाखों रुपये खर्च किए। शादी के एक महीने बाद दुल्हन कनाडा गई और गायब हो गई। अब भूपिंदर पिछले दो साल से स्पाउस वीजा का इंतजार कर रहा है, लेकिन रूपिंदर उससे कॉन्टैक्ट ही नहीं करती।

कुछ मामले ऐसे भी हैं जिनमें दुल्हन और उसके माता-पिता की गिरफ्तारी हुई। लुधियाना जिले के रुडका गांव में अवनिंदर सिंह ने जुलाई 2018 में सुमनदीप (बदला हुआ नाम) से शादी की। ‘कॉन्ट्रैक्ट’ के मुताबिक, सुमनदीप को विदेश बेजने का खर्चा अवनिंदर का परिवार उठाने वाला था। अवनिंदर के परिवार ने वादा पूरा किया, लेकिन एक समझदारी की। उन्होंने 10 लाख रुपये दुल्हन के अकाउंट में भेजने की बजाय उसके पिता के अकाउंट में ट्रांसफऱ किए। टेक्निकल ग्राउंड पर सुमनदीपा का वीजा रिजेक्ट हो गया और वह तुरंत ससुराल से अपने घर संगरूर वापस चली गई। अवनिंदर जब अपनी पत्नी को लेने उसके घर पहुंचा तो उसके माता-पिता ने उसके परिवार के खिलाफ घरेलू हिंसा और दहेज का मामला दर्ज करा दिया। हालांकि बाद में ये दोनों केस रिजेक्ट हो गए और अवनिंदर ने सुमनदीप और उसके परिवार के खिलाफ धोखाथड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने दुल्हन और उसके मां-बाप को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अवनिंदर के परिवार को पैसे अब भी वापस नहीं मिल पाए हैं।

धोखाधड़ी के ऐसे ज्यादातर मामलों में स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती है क्योंकि दुल्हनें विदेश में होती हैं। कई लोगों ने विदेशों में भारतीय दूतावासों में शिकायतें कीं और विदेश मंत्रालय तक से संपर्क किया। दुल्हन के परिवार का कोई भी सदस्य कैमरे के सामने आने के लिए तैयार नहीं हुआ। NRIs के खिलाफ मामलों की संख्या लगभग 15,000 तक पहुंच गई है और उनमें से भी ज्यादातर मामले वैवाहिक धोखाधड़ी से जुड़े हैं। जब लोग दुल्हनों पर पैसा खर्च करके अपने बेटों को गलत रास्ते से विदेश में सेटल करने की कोशिश करते हैं, तो धोखाधड़ी की ऐसी घटनाएं होना तय है।

‘कॉन्ट्रैक्ट मैरिज’ करने वाले ऐसे परिवारों को मेरी सलाह है कि ट्रैवल एजेंटों या बिचौलियों पर भरोसा न करें। किसी लड़की का आंकलन उसके चरित्र से करें। जो लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे विदेश में बस जाएं, उन्हें ऐसी गलतियों से सबक लेना चाहिए। विदेश में बसने के लिए योग्यता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत का कोई शॉर्टकट नहीं है। खुद भी सावधान रहें और दूसरों को भी सावधान रहने की सलाह दें।

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