इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में पुलिस ने उनकी पत्नी सोनम, सोनम के ब्वॉयफ्रेंड राज कुशवाहा और तीन अन्य कथित हत्यारों, विशाल, आकाश और आनंद को गिरफ्तार किया है. मेघालय पुलिस इन सभी को शिलॉन्ग ले जा रही है और वहीं इन सबसे पूछताछ के बाद पूरे मामले का सच परत-दर-परत उजागर होगा.
अभी तक जो जानकारियां मिला है, उनके मुताबिक, सुपारी किलर्स के साथ इंदौर के कैफे में हत्या की साज़िश रची गई और उसके बाद हनीमून कपल जब शिलॉन्ग रवाना हुआ, तो हत्यारे भी मेघालय पहुंचे. पुलिस का दावा है कि राजा की पत्नी ने हत्यारों की मदद से पति की हत्या करवाई. राजा की लाश मेघालय में मिली थी, पिछले 16 दिन से सोनम लापता थी लेकिन वह शिलॉन्ग से 1100 किलोमीटर दूर यूपी के गाजीपुर में मिली. सोमवार तड़के सोनम एक ढाबे पर बदहवास हालत में पहुंची. दो घंटे बाद पुलिस ने सोनम को हिरासत में ले लिया, उसे मेघालय पुलिस टीम के सुपुर्द किया और अब उसे ट्रान्सिट रिमांड पर मेघालय ले जाया जाएगा.
पुलिस के मुताबिक, सोनम के ब्वॉयफ्रेंड राज कुशवाहा ने कॉन्ट्रैक्ट किलर विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद को हायर किया. इन्हीं तीनों ने राजा रघुवंशी की हत्या की. मेघालय के गृह मंत्री ने कहा कि अब ये बिल्कुल साफ हो गया है कि राजा रघुवंशी की हत्या लव ट्राएंगल का नतीजा है और हत्या की साजिश सोनम और राज कुशवाहा ने रची.
पुलिस अब सभी से पूछताछ करेगी. अगर वाकई सोनम ने अपने पति की हत्या करवाई, तो ये केस रिश्तों पर बड़ा सवाल खड़ा करेगा. हनीमून पर हत्यारों को साथ ले जाने का केस एक डर पैदा करेगा.
कई महीने पहले मेरठ में मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की और उसकी लाश नीले रंग के ड्रम में सीमेंट से दफन कर दी. हरियाणा के भिवानी में एक महिला ने अपने यूट्यूबर प्रेमी के साथ चुन्नी से गला दबाकर पति की हत्या कर दी और बाइक पर दोनों लाश को ले गए. लाश को गंदे नाले में फेंक दिया.
यूपी के बिजनौर में एक लड़के से अफेयर के चक्कर में शिवानी ने अपने पति को नींद की गोलियां खिलाकर बेहोश कर दिया, फिर प्रेमी के साथ मिलकर गला दबाकर पति को मार डाला. शिवानी ने डेढ़ साल पहले लव मैरिज की थी.
ऐसे कई केस हैं जो मैं आपको गिना सकता हूं. कभी पति की लाश ड्रम में मिली, कभी फ्रिज में मिली, तो कभी सूटकेस में. हर हत्या में पत्नी के आशिक का हाथ था. ये समाज के लिए चिंता की बात है.
अगर किसी की उसके पति से नहीं बनती, अगर किसी और से रिश्ता है, तो अलग होने के बहुत सारे तरीके हैं. शादी तोड़ने के बहुत सारे तरीके हैं. ऐसे केस में हत्या इसीलिए होती हैं क्योंकि लोग समाज के प्रेशर से डरते हैं. एक इंप्रैशन ये भी है कि हत्यारे किराए पर लेकर बचा जा सकता है.
इन सारे मामलों में अगर जांच जल्दी हो, हत्यारों को सजा मिले और ऐसी सजा मिले, जो नज़ीर बने, तब जाकर शायद इस तरह के मामलों में कमी आए.
लॉस एंजल्स : दंगों की आग कब बुझेगी
अमेरिका के दूसरे सबसे बड़े शहर लॉस एंजेलेस में पिछले चार दिनों से आग लगी हुई है. लॉस एंजेलेस की सड़कों पर प्रदर्शनकारी खुलेआम पुलिस पर पथराव कर रहे हैं. पब्लिक प्रॉपर्टी की लूटपाट कर रहे हैं, पुलिस की गाड़ियों को आग लगा रहे हैं.
पिछले तीन दिनों से लॉस एंजेलेस के बाज़ारों में और चौराहों पर तोड़फोड़ और आग़ज़नी हो रही है और पुलिस लाचार नज़र आ रही है. राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने हालात से निपटने के लिए लॉस एंजेलेस में 2000 नेशनल गार्ड्स और 500 मैरीन्स (सैनिक) तैनात किए हैं. लॉस एंजेलेस की सड़कों पर जंग जैसे हालात हैं. प्रदर्शनकारी पुलिसवालों को सड़कों पर दौड़ा रहे हैं,अमेरिका के झंडे जला रहे हैं.
लॉस एंजेलेस में हिंसा की शुरुआत शुक्रवार से हुई थी जब इमिग्रेशन ऐंड कस्टम एनफोर्समेंट एजेंसी की टीमों ने उन इलाक़ों में छापेमारी शुरू की जहां लैटिन अमेरिकी मूल के लोग रहते हैं. होटलों, दुकानों, दफ़्तरों और यहां तक कि माइग्रैंट्स के घरों पर छापे मारकर, लोगों को ज़बरन उनके परिवार से अलग करके नज़रबंद कर दिया गया. जिन इमीग्रेंट्स को अमेरिका से निकाला जाना था, उनको बंदी शिविरों में रखा गया. ICE एजेंसी ने अपनी ताक़त दिखाने के लिए फोर्स का भी इस्तेमाल किया, हथियारबंद एजेंटों को भेजा, क़ानून के ख़िलाफ़, एजेंटों ने मास्क लगाकर छापेमारी की. इससे लॉस एंजेलेस में लोगों का ग़ुस्सा भड़क उठा. लोग इमिग्रेशन डिपार्टमेंट की सख़्ती के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतर आए, तोड़फोड़ और आगजनी की.
पुलिस ने ये माना कि लोग concrete, bottles और दूसरी चीजें फेंक रहे हैं और चूंकि लॉस एंजिलिस की पुलिस सीमित ताकत का इस्तेमाल करती है तो ये दंगा पुलिस के काबू में नहीं आया. इसीलिए ट्रंप को नेशनल गार्ड भेजने पड़े.
दूसरी बात ये कि LA के मेयर ने कहा कि national guard के साथ समन्वय करके वो हालात को काबू में लाने की कोशिश करेंगे लेकिन साथ ही साथ ट्रंप के फोर्स भेजने के फैसले पर सवाल उठाया. ट्रंप का कहना है कि लॉस एंजिलिस में जो प्रोटेस्ट हो रहे हैं, उसकी वजह से दंगों के हालात पैदा हुए हैं.
मुझे लगता है कि मुद्दा कोई भी हो, शहर कोई भी हो, अगर लोग कानून को अपने हाथ में लेंगे और पुलिस पर हमला करेंगे, तो फिर सुरक्षा बलों को स्थिति अपने हाथ में लेनी ही पड़ेगी. LA के मामले में ट्रंप के सामने दूसरा कोई विकल्प भी नहीं था.