सुशांत की मौत के केस में बढ़ सकती हैं रिया की मुश्किलें
ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में CBI रिया चक्रवर्ती समेत कई अन्य लोगों का पॉलिग्राफ टेस्ट करवा सकती है। ये टेस्ट दिल्ली में स्थित केंद्रीय फॉरेंसिक साइंस लैब द्वारा किए जा सकते हैं। CBI ने शनिवार को सिद्धार्थ पिठानी, नौकर नीरज, रसोइया केशव और अकाउंटेंट रजत मेवाती से पूछताछ का एक और दौर शुरू कर दिया। वहीं, रिया से भी इसके कुछ देर बाद पूछताछ शुरू हुई।
शुक्रवार को CBI ने रिया से तकरीबन 10 घंटे तक पूछताछ की थी। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान रिया ने CBI को बताया कि जब वह सुशांत से पहली बार मिली, उससे पहले से ही उन्हें मारिजुआना की लत थी। उसने कथित तौर पर CBI को बताया कि उसने सुशांत से ड्रग्स की लत छुड़वाने की कोशिश की थी और उन्हें मेंटल डिप्रेशन के इलाज के लिए साइकायट्रिस्ट के पास ले गई थी। रिया ने कथित तौर पर सीबीआई से कहा कि उसने अपने जीवन में कभी भी ड्रग्स नहीं ली है और न ही कभी इसे खरीदा है। उसने सीबीआई को यह भी बताया कि सुशांत की मां की मौत मेंटल डिप्रेशन के चलते हुई थी।
सुशांत के ड्रग्स लेने और मेंटल डिप्रेशन से उनकी मां की मौत के बारे में रिया के दावे बेहद चौंकाने वाले हैं। जैसी कि उम्मीद थी, सुशांत के परिजनों ने रिया के दावे पर तीखा पलटवार किया। सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने रिया और उसके ग्रुप के लोगों के बीच वॉट्सऐप पर हुई बातचीत की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें यह साफ जाहिर हो रहा था कि उन्होंने पेडलर्स से ड्रग्स की खरीद की थी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘यहां क्या चल रहा था, हम इसका क्या मतलब निकलें?’। एक अन्य ट्वीट पर, जिसमें रिया ने दावा किया था कि उसने बैंक से लोन लेकर खार में एक फ्लैट खरीदा है, श्वेता ने ट्वीट किया, ‘आप इस बात से परेशान हैं कि आप 17 हजार रुपये की EMI का भुगतान कैसे करेंगी? कृपया मुझे बताएं कि आप भारत के सबसे महंगे वकील को कैसे भुगतान कर रही हैं जिन्हें आपने हायर किया है?’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘जब आप अपने ही झूठ के जाल में फंस जाते हैं, तो आप पागलों की तरह बातें करने लगते हैं।’
पूछताछ के दौरान रिया ने सीबीआई से बार-बार कहा कि सुशांत अपने परिवार के सदस्यों के साथ बहुत अच्छे रिश्ते नहीं थे। उसने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उसने सुशांत को अपने पिता और बहनों के साथ संपर्क रखने के लिए मना लिया था। रिया ने पूछताछ के दौरान इस बात का जिक्र किया कि कैसे सुशांत ने चंडीगढ़ जाकर अपनी बहन के साथ लंबे समय तक रहने की प्लानिंग की थी, वह खुद ड्राइव करके चंडीगढ़ गए, लेकिन अपनी बहन के साथ मुश्किल से 2 दिन ही रहे। सिद्धार्थ पिठानी ने भी चंडीगढ़ की यात्रा के बारे में रिया के दावे की पुष्टि की थी।
पिठानी ने सीबीआई को बताया था कि सुशांत जनवरी में चंडीगढ़ में अपनी बहन के साथ लगभग एक महीने रहना चाहते थे, उन्होंने अहमदाबाद और गुरुग्राम में रुकते हुए सड़क के रास्ते जाने की प्लानिंग की थी। पिठानी ने कहा कि सुशांत जब गुरुग्राम के एक होटल में ठहरे थे तब उनकी तबीयत खराब हो गई, उन्हें उनके डॉक्टर के द्वारा बताई गई दवाइयां दी गईं, इसके बाद वह चंडीगढ़ पहुंचे लेकिन मुश्किल से 2 दिन बाद ही लौट आए। वहीं दूसरी तरफ सुशांत की बहन ने कहा कि रिया ने सुशांत को चंडीगढ़ जाने से रोकने की पूरी कोशिश की थी और उसे फोन पर धमकी देकर लौटने के लिए मजबूर कर दिया था।
सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति का आरोप है कि सुशांत ने जनवरी में रानी दीदी को एक अर्जेंट कॉल करके उन्हें बताया था कि उनको ड्रग्स दिया जा रहा है और अलग-थलग कर दिया गया है। सुशांत ने अपनी बहन से कहा था कि वह इस आइसोलशन से बाहर आना चाहते हैं और चंडीगढ़ जाना चाहते हैं। जैसे ही वह चंडीगढ़ पहुंचे, रिया ने 3 दिन के अंदर कम से कम 25 बार फोन किया और उन्हें वापसी के लिए मजबूर कर दिया। श्वेता जानना चाहती हैं कि रिया उनके भाई को वापस बुलाने की जल्दी में क्यों थी।
रिया ने सीबीआई से कहा कि वह पिछले कई महीनों से सुशांत की सेहत का ख्याल रख रही थी और उन्हें उनके परिवार के लोगों से भी मदद की उम्मीद थी, लेकिन उनमें से कोई भी आगे नहीं आया। रिया ने यह भी कहा कि सुशांत ने पिछले 5 सालों से अपने पिता से बात नहीं की थी, और अपने दावे के समर्थन में उसने सुशांत के पिता पिता और परिवार के अन्य सदस्यों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच करने के लिए कहा। रिया ने कहा कि सुशांत के पिता दूसरे लोगों से अपने बेटे के बारे में जानकारी लेते थे, लेकिन शायद ही कभी उन्होंने अपने बेटे से सीधे बात की हो।
रिया के इस दावे पर पलटवार करते हुए सुशांत के परिजनों ने पिछले साल 14 और 15 मई के वीडियो जारी किए, जब सुशांत बिहार में अपनी फैमिली से मिलने गए थे। ये वीडियो उनके चचेरे भाई और बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू के सहरसा में स्थित नए घर में गृहप्रवेश के कार्यक्रम से जुड़े हैं। सुशांत अपने पिता के साथ अपने चचेरे भाई के नए घर पर गए थे। पूजा के बाद सुशांत अपने पैतृक गांव गए भी गए जहां उन्होंने अपनी कुलदेवी की पूजा की, युवाओं के साथ क्रिकेट खेले और मीडिया से बात की।
शुक्रवार की रात अपने प्राइम टाइम शो ‘आज की बात’ में हमने सुशांत के वे वीडियो दिखाए जिनमें वह अपने पिता को बिहार में फैन्स की भारी भीड़ से बचाने की कोशिश कर रहे थे। वीडियो में सुशांत अपने पिता का रास्ता साफ करने के लिए लोगों को हटाते हुए दिख रहे हैं। वीडियो में एक मौके पर सुशांत अपने पिता के आने का इंतजार करते हुए दिखाई दे रहे हैं, उनके पिता जब आ जाते हैं तो सुशांत उनका हाथ पकड़कर आगे बढ़ते हैं। इस वीडियो में कहीं भी दोनों लोगों के बीच किसी भी तरह की व्यक्तिगत कड़वाहट जाहिर नहीं हो रही है। ऐसे में रिया का यह आरोप हवा हो जाता है कि सुशांत के अपने पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे। एक और झूठ पकड़ में आ गया।
सुशांत के चचेरे भाई नीरज कुमार बबलू ने कहा कि सुशांत ने पिछले साल अपने पिता के साथ 3 जिलों में घूमने गए थे और कई कार्यक्रमों में भाग लिया था। उन्होंने कहा कि एक मशहूर ऐक्टर होने के नाते वह अपने काम में बिजी थे और ऐसे में वह अपने परिवार के सदस्यों को मुश्किल से ही समय दे पाते थे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अपने परिवार के साथ उनके अच्छे ताल्लुकात नहीं थे।
रिया ने दावा किया था कि सुशांत की मां की मौत मेंटल डिप्रेशन के चलते हुई थी। सुशांत के चचेरे भाई नीरज कुमार बबलू के बयान ने इस झूठ की भी हवा निकाल दी। उन्होंने बताया कि सुशांत की मां उषा सिंह का 13 दिसंबर 2002 को पटना के चांद मेमोरियल हॉस्पिटल ब्रेन हैमरेज के चलते निधन हुआ था। उन्होंने बताया कि वह अपने बाथरूम में गिर गई थीं जिससे उनके सिर में चोटें आईं थीं। दो दिन बाद ही ब्रैन हैमरेज के कारण अस्पताल में उनकी मौत हो गई। सुशांत के चचेरे भाई ने कहा कि वह कभी भी मेंटल डिप्रेशन से पीड़ित नहीं थीं।
CBI अफसरों ने रिया से डिटेल में पूछा कि 8 जून को वाकई में क्या हुआ था जब उसने सुशांत के फ्लैट को अचानक छोड़ दिया। CBI के लोग यह जानना चाहते थे कि वास्तव में वह ट्रिगर पॉइंट क्या था जिसके चलते उसने अचानक ही फ्लैट छोड़ दिया और उसने सुशांत के फोन कॉल्स को ब्लॉक क्यों कर दिया था। हमारे सुत्रों ने बताया कि रिया ने सीबीआई को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और लीपापोती करने की कोशिश की।
अपने पहले लिखित बयान में रिया ने कहा था कि उसने खुद अपनी मर्जी से फ्लैट छोड़ा था, लेकिन अब वह कह रही है कि उसे ऐसा करने के लिए सुशांत ने कहा था। जब पूछा गया कि सुशांत ने उसे फ्लैट छोड़ने के लिए क्यों कहा, तो रिया कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। उसने केवल इतना कहा कि चूंकि उसकी बहन मीतू आने वाली थी, इसलिए सुशांत ने उसे फ्लैट से जाने के लिए कहा था। रिया अपने पुराने बयानों पर अड़ी रही कि सुशांत की बहनें उसे पसंद नहीं करती थीं, और सिर्फ वही थी जो दिवंगत अभिनेता की देखभाल कर रही थी।
सुशांत की बहनों ने रिया के दावों को सफेद झूठ बताकर खारिज कर दिया है। यहां तक कि सिद्धार्थ पिठानी ने भी जांचकर्ताओं को बताया कि मीतू ने 8 जून से लेकर 13 जून तक, सुशांत की मौत के एक दिन पहले तक, उनका काफी ख्याल रखा था। पिठानी ने कहा है कि अपनी बहन मीतू की वजह से सुशांत को अच्छा लगने लगा था और उनके अंदर कॉन्फिडेंस आने लगा था। चूंकि मीतू को अपने बच्चों की देखभाल के लिए 13 जून को लौटना पड़ा, इसलिए उन्होंने फ्लैट छोड़ दिया और अगले ही दिन यह दुखद घटना हो गई।
सुशांत की मौत का रहस्य दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है क्योंकि रिया और सुशांत की बहनें दो बिल्कुल अलग-अलग बातें बोल रही हैं। रिया का कहना है कि सुशांत मेंटल डिप्रेशन से पीड़ित थे, उनकी बहनें कह रही हैं कि वह ठीक थे और रिया ने ही उन्हें मेंटली इनसेक्यॉर कर दिया था और उनकी जिंदगी के फैसले लेने लगी थीं। रिया का कहना है कि सुशांत के अपने पिता और बहनों के साथ अच्छे रिश्ते नहीं थे, वहीं सुशांत के परिजनों ने उसके झूठ की धज्जियां उड़ाने के लिए वीडियो जारी कर दिया।
रिया का कहना है कि उन्हें 8 जून को फ्लैट छोड़ने के लिए सुशांत ने कहा था, जबकि उनकी बहनें कह रही हैं कि उनके भाई मई से रिया को वहां से जाने के लिए कह रहे थे। रिया का कहना है कि उसने सुशांत का बहुत ख्याल रखा, लेकिन उनकी बहनें कह रही हैं कि अगर रिया सच में उनकी परवाह करती थी, तो उसने फ्लैट छोड़कर जाते वक्त किसी को यह क्यों नहीं बताया कि सुशांत को कौन-सी दवाएं देनी थीं और उन्हें क्या बीमारी थी। परिवार के लोग पूछते हैं कि रिया ने सुशांत के कुक, ड्राइवर और बॉडीगार्ड को क्यों बदला। वहीं, रिया का कहना है कि उन्होंने कोई स्टाफ नहीं बदला, जब वह फ्लैट में आई तो ये लोग वहां पहले से ही थे।
परिवार के लोगों का आरोप है कि रिया और उसके भाई ने सुशांत के बैंक अकाउंट्स से 15 करोड़ रुपये निकाल लिए, जबकि रिया का कहना है कि उसने सारे बैंक अकाउंट्स की डिटेल ईडी को सौंप दी है। सुशांत की बहन कहती हैं किसी को यह कहकर दवाएं देना कि वह मेंटली डिप्रेस्ड है, जालसाजी के जैसा है, जबकि रिया का कहना है कि जब वह सुशांत से मिली उससे पहले से ही वह मारिजुआना का सेवन कर रहे थे।
इतने सारे विरोधाभासों के साथ हरेक आरोप की जांच करने एक बेहद ही जटिल काम है, और ऐसे हालात में किसी को भी दोषी बता पाना बेहद मुश्किल है। इस समय मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि भारत में बड़ी संख्या में लोग सुशांत के पिता और उनके परिवार के प्रति सहानुभूति रखते हैं, जिन्हें अपने लोकप्रिय बेटे को खोना पड़ा, और जहां तक रिया का सवाल है, तो उसे यह साबित करना होगा कि वह निर्दोष है। उसे यह भी साबित करना होगा कि उसका भाई और परिवार के लोग भी निर्दोष हैं, क्योंकि वे सभी जांच का सामना कर रहे हैं।
हमें अपने सूत्रों से जो रिपोर्ट्स मिल रही हैं, उनके मुताबिक आने वाले दिनों में रिया की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। रिया के द्वारा डिलीट कर दिए गए वॉट्सऐप मैसेजेज, जिन्हें ईडी ने फिर रिट्रीव कर लिया था, से जो खुलासे हुए हैं वे पूरे प्रकरण में नारकोटिक्स ऐंगल की तरफ इशारा कर रहे हैं। रिया को काफी सवालों के जवाब अभी देने हैं।
Sushant death case: Rhea’s problems may increase
The CBI may go in for polygraph tests of actor Rhea Chakraborty and several others in Sushant Rajput death case. These may be conducted in Delhi by Central Forensic Science Lab. On Saturday, CBI began another round of questioning of Siddharth Pithani, servant Niraj, cook Keshav and accountant Rajat Mewati, with Rhea scheduled to be questioned late in the day.
On Friday, CBI had questioned Rhea for nearly ten hours. During the interrogation, sources said, Rhea told the CBI sleuths that Sushant was habitually consuming marijuana before he met her for the first time. She reportedly told CBI that she tried to wean him away from drugs and took her to a psychiatrist for treatment of mental depression. Rhea also reportedly told CBI that she never consumed narcotics in her life, nor did she ever purchase them. She also told CBI sleuths that Sushant’s mother’s death was due to mental depression.
Rhea’s claims about Sushant taking drugs and his mother dying of mental depression, were, to say the least, shocking. Expectedly, Sushant’s family members reacted sharply. Sushant’s sister Shweta Singh Kirti posted pictures of the WhatsApp conversations between Rhea and her associates which clearly showed that she procured drugs from peddlers. “What was going on…what are we to conclude?”, she tweeted. In another tweet, which showed Rhea claiming that she bought a flat in Khar with loan from a bank, Shweta tweeted: “You are worried about how you will be paying 17,000 in EMI, please tell me how are you paying the most expensive lawyer of India you have hired?” In another tweet, she write: “When you are trapped in the web of your own lies.. you sound insane!!”
During interrogation, Rhea repeatedly told CBI sleuths that Sushant was not on the best of terms with his family members. She rejected charges that she had persuaded Sushant not to keep in touch with his father and sisters. In course of questioning, she mentioned how Sushant planned to go to Chandigarh to stay with his sister for a long time, he himself drove all the way to Chandigarh but stayed with her sister for hardly two days. Siddharth Pithani also confirmed Rhea’s claim about the Chandigarh trip.
Pithani had told CBI that Sushant wanted to stay with his sister in Chandigarh for nearly a month in January, he had planned to go by road with stops in Ahmedabad and Gurugram. Pithani said, Sushant fell ill while staying in a hotel in Gurugram, he was given medicines prescribed by his doctor, reached Chandigarh but returned after barely two days. On the other hand, Sushant’s sister is on record having said that it was Rhea who tried her best to prevent Sushant from going to Chandigarh and forced him to return after giving him threats over phone.
Sushant’s sister Shweta Singh Kirti alleges that in January, Sushant had made an urgent call to Rani Didi, told her that he was being given drugs and has been confined in isolation. Sushant told his sister that he wanted to come out of this isolation and wanted to go to Chandigarh. The moment he reached Chandigarh, Rhea made at least 25 phone calls to him in three days and forced him to return. Shweta wants to know why Rhea was in a hurry to call back her brother.
Rhea has told CBI that she was taking care of Sushant’s health for the last several months and she had expected his family members to cooperate, but none of them came forward. Rhea also said that Sushant has not spoken to his father for the last five years, and in support of her claim, she asked the sleuths to check the call detail records of his father and other family members. Rhea said, Sushant’s father used to take details about his son from others, but rarely spoke to his son directly.
In reply, Sushant’s family members released videos of May 14 and 15 last year, when Sushant had visited his family in Bihar. The videos relate to the ‘griha pravesh’ ceremony at the new house of his cousin and BJP MLA Niraj Kumar Babloo in Saharsa. Sushant had visited his cousin’s new home with his father. After pooja, Sushant went to his native village and prayed before the ‘kul devi’, played cricket with youngsters and spoke to the media.
In our prime time show ‘Aaj Ki Baat’ on Friday night, we showed videos of Sushant trying to protect his father from the surging crowd of fans in Bihar eager to come nearer to the actor. The video clearly shows Sushant clearing the way for his father to walk. In the video, at one point, Sushant was seen waiting for his father to come forward, the father comes up and Sushant holds his father’s hand to walk ahead. Nowhere is any sort of personal bitterness evident between the two. This flies in the face of Rhea’s allegation that Sushant was not on good terms with his father. Another lie nailed.
Sushant’s cousin Niraj Kumar Babloo has said that Sushant toured three districts with his father and himself last year, and attended several events. He said, being a famous actor he was busy and could hardly give time to his family members, but it does not mean that he was not on good terms with his family.
Rhea had claimed that Sushant’s mother died of mental depression. Sushant’s cousin Niraj Kumar Babloo’s statement nailed this lie. He said, Sushant’s mother Usha Singh, died on December 13, 2002 in Patna’s Chand Memorial Hospital, after she suffered brain haemmorhage because she fell in her bathroom and had head injuries. She died in the hospital after two days. She never suffered from mental depression, said Sushant’s cousin.
CBI sleuths asked Rhea in detail what exactly happened on June 8 when she left Sushant’s flat all of a sudden. CBI sleuths wanted to know what exactly was the trigger point that caused her to leave the flat abruptly and why did she block Sushant’s phone calls. Our sources say that Rhea did not give any satisfying answer to the CBI and tried to obfuscate.
In her earlier written statement, Rhea had said that she left the flat of her own accord, but her current position is that Sushant asked her to leave. When asked why Sushant asked her to leave, Rhea could not give a satisfying answer. She only said that since his sister Mitu was going to come, he asked her to leave. Rhea stuck to her original statements that Sushant’s sisters did not like him, and it was only she who was taking care of the actor.
Sushant’s sisters have rejected Rhea’s claim as sheer lies. Even Siddharth Pithani has told investigators that Mitu took great care of Sushant from June 8 till June 13, a day before the actor died. Pithani has said that it was because of his sister Mitu that Sushant started feeling good and was beginning to regain confidence. Since Mitu had to return on June 13 to look after her children, she left the flat and the next day, the tragic act took place.
Sushant’s death mystery is becoming more and more complex because Rhea and Sushant’s sisters are speaking in two different directions. Rhea says, Sushant was suffering from mental depression, his sisters say that he was alright and it was Rhea who made him mentally insecure and took charge of his life. Rhea says, Sushant was not on good terms with his father and sister, Sushant’s family members have come forward with videos to nail her lies.
Rhea says, Sushant asked her to leave the flat on June 8, Sushant’s sisters say that the actor had been telling Rhea to leave since May. Rhea says, she took much care of Sushant, but his sisters say, if Rhea really cared about him, why did she not tell them at the time of leaving about which medicines to give and which ailment he was suffering from. The family members ask, why Rhea changed Sushant’s cook, driver and bodyguard. Rhea says, she did not change any staff, they were there from the time she came to the flat.
Family members allege that Rhea and her brother diverted Rs 15 crore from Sushant’s accounts, Rhea says, she has submitted all the bank account details to ED. Sushant’s sister says, giving medicines to somebody by saying that he was mentally depressed amounted to manipulation, Rhea says, Sushant was already consuming marijuana before he had met her.
With so many contradictions, investigation into each and every charge becomes a complicated job, and to name somebody as guilty at this point of time is very difficult. Presently, I can only say that a large number of people in India sympathize with Sushant’s father and his family who had to bear the loss of their renowned son, and for Rhea, she has to prove that she is innocent. She has also to prove that her brother and family members are innocent, because her family is facing investigation.
From the reports that we gather from our sources, Rhea’s problems are going to increase in the coming days. Revelations made from WhatsApp messages that Rhea had deleted and since retrieved by ED, points towards a narcotics angle in the whole episode. She has a lot to answer.
सुशांत की मौत के केस में CBI ने रिया से की पूछताछ
ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के मामले में CBI ने शुक्रवार को मुंबई में रिया चक्रवर्ती से पूछताछ शुरू कर दी है। सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा, जो रिया को ड्रग्स उपलब्ध करवाने वालों में से एक बताया जा रहा है, से भी पूछताछ हुई। गुरुवार की अर्धरात्रि तक, 12 घंटे से भी ज्यादा चली मैराथन पूछताछ में CBI ने रिया के भाई शौविक, सिद्धार्थ पिठानी, हाउस स्टाफ नीरज, केशव और सुशांत के पूर्व अकाउंटेंट रजत मेवाती से सुशांत की मौत से जुड़े सवाल किए। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने रिया के पिता और रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर इंद्रजीत चक्रवर्ती को उनके लॉकर की छानबीन करने के लिए एक्सिस बैंक की ब्रांच में ले गए, जबकि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो गोवा और बाकी जगहों पर संदिग्ध ड्रग पेडलर गौरव आर्या की तलाश कर रही है।
तेजी से कसते जा रहे शिकंजे के बीच एक टीवी इंटरव्यू में रिया चक्रवर्ती ने मामले में अपना पक्ष रखा। पटना में, सुशांत के पिता के के सिंह ने 25 दिनों में दूसरी बार बोलते हुए रिया को एक ऐसी हत्यारिन कहा जिसने उनके बेटे को मारने के लिए धीरे-धीरे जहर दिया। उन्होंने रिया की गिरफ्तारी की मांग की। सुशांत की बहनों ने भी आगे आकर रिया के खिलाफ नए आरोप लगाए। सुशांत की पूर्व प्रेमिका अंकिता लोखंडे ने एक छोटा वीडियो पोस्ट किया जिसमें सुशांत यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उनका सपना पायलट बनने का था। यह वीडियो रिया के उस दावे को खारिज करने के लिए था जिसमें उसने कहा था कि सुशांत को हवाई यात्रा से डर लगता था।
सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने आरोप लगाया कि रिया की सरपरस्ती में काम करने वाले गैंग ने उनके भाई को धीरे-धीरे जहर देकर मारने में बड़ी भूमिका अदा की। ट्विटर पर एक लंबे थ्रेड में श्वेता ने लिखा: ‘काश, भाई उस लड़की से कभी नहीं मिलए होते!! किसी को उसकी मर्जी के बिना ड्रग देना और फिर उसे कन्विंस करना कि तुम्हारी हालत ठीक नहीं है, उसे साइकायट्रिस्ट्स के पास ले जाना…यह किस स्तर की चालबाजी है!! तुम अपनी आत्मा को क्या जवाब दोगी!! तुमने बहुत कुछ कर दिया है!!
‘तुम्हारे अंदर इतनी हिम्मत है कि नेशनल मीडिया पर आकर मेरे पवित्र भाई की मौत के बाद उसकी छवि खराब करो। तुम्हें क्या लगता है कि तुमने जो भी किया उसे भगवान नहीं देख रहे। मैं भगवान में यकीन रखती हूं और मुझे उनपर विश्वास है, और अब मैं यह देखना चाहती हूं कि वह तुम्हारे साथ क्या करते हैं। तो ये सवाल हैं जो तुम पूछ रहे हो…कि सुशांत को मेंटल डिप्रेशन था और शायद वह बाइपोलर था और रिया को इसके बारे में कब पता चला!! और तुम्हारा कहना है कि तुम्हें सुशांत से प्यार है!! कितने शर्म की बात है!!’
‘जैसा कि रिया ने अपने इंटरव्यू में कहा, हमें अपने भाई से प्यार नहीं था। सही बात है, इसीलिए तो जनवरी में जैसे ही मुझे पता चला कि भाई चंडीगढ़ आ रहा है और उसकी तबीयत ठीक नहीं है, मैं अमेरिका से भारत आ गई। मुझे अपना कामकाज रोक कर और बच्चों को छोड़कर आना पड़ा! सबसे बुरी बात यह रही कि मैं उससे फिर भी नहीं मिल सकी, क्योंकि मैं जबतक मैं वहां पहुंचती भाई चंडीगढ़ से जा चुका था, क्योंकि रिया लगातार फोन कर रही थी और उसे कुछ काम भी था। परिवार हमेशा उसके साथ एक चट्टान बनकर खड़ा रहा है। जनवरी में ही भाई ने रानी दी को मदद के लिए कॉल की थी। उसे ड्रग दिया गया था और अकेले छोड़ दिया गया था। उसके चंडीगढ़ पहुंचते ही 2-3 दिनों के भीतर रिया ने 25 कॉल की थीं। क्यों? उसे वापस बुलाने की ऐसी क्या जल्दबाज़ी थी!’
‘सारी बातों को एक परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए, जांच को लेकर किए गए मीडिया के खुलासों द्वारा पिछले 2 दिनों में हमने जो जाना है वह ये है कि: 1. रिया और गैंग ने सुशांत को महीनों तक ड्रग्स दिए, बेहोशी में रखा ताकि उसपर काबू पा सकें। उसके बैंक खाते खाली कर दिए और परिवार से दूर रखा ताकि कोई उसकी मदद न कर सके। 2. जब 18 मई के आसपास भाई अपनी पर आ गया और चार्ज अपने हाथ में लेने की कोशिश की, उसने घर पर बात की तो ये गैंग बौखला गया और आपस में मैसेज पर बात हुई कि कैसे सुशांत के पैसों को अपने कंट्रोल में रख सकें। 3. 8 जून को जब रिया मेरे भाई का घर छोड़कर गई, तो उसने भाई के सिस्टम से डेटा निकालने के लिए वहां एक आईटी टीम भेजी। क्या? उन्होंने 8 हार्ड ड्राइव में डेटा भरा, जब मेरे भाई ने उनको रोका तो उसको एक धमकी भरा फोन आया। ये सब सीबीआई के रिकॉर्ड के मुताबिक है। 4. उसी रात को दिशा की मौत हुई।’
मैं श्वेता सिंह कीर्ति की पूरी ट्विटर पोस्ट के बारे में इसलिए बात कर रहा हूं ताकि उस दर्द और पीड़ा को व्यक्त किया जा सके जिससे वह और उनका परिवार आज गुजर रहे हैं। गुरुवार को सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा कि उन 8 हार्ड डिस्क में निश्चित रूप से ऐसा डेटा रहा होगा जिसे रिया सार्वजनिक करना नहीं चाहती होगी। वकील के मुताबिक, हो सकता है कि डिस्क्स में ड्रग्स के लेनदेन और खरीद से जुड़ी चीजें रही हों, जो रिया के लिए समस्या पैदा कर सकते थे।
अपने इंटरव्यू में रिया ने दावा किया कि सुशांत को हवाई जहाज से यात्रा करने में डर लगता था, लेकिन सुशांत की दोस्त रहीं अंकिता लोखंडे ने एक ऐसा वीडियो पोस्ट किया जिसमें सुशांत खुद कह रहे थे कि उनके 50 सपनों में से पहला सपना पायलट बनने का था। अभी तक इस मामले में जितने भी तथ्य और खुलासे सामने आए हैं वे शक की सुई रिया की तरफ ले जाते हैं। रिया पहले ही ईडी और मुंबई पुलिस की पूछताछ का सामना कर चुकी है, लेकिन फिर भी इस मामले में उसकी भूमिका को लेकर शक बना हुआ है। गुरुवार को अपने इंटरव्यू में उसने सुशांत के परिवार के खिलाफ आरोप लगाए। अब जब रिया ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए हैं, तो उसे अब जवाब में आने वाले नए आरोपों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
अपने इंटरव्यू में रिया ने दावा किया है कि सुशांत उससे मिलने से पहले भी मारिजुआना लेते थे। लेकिन सभी वॉट्सएप मैसेजेज जिसमें रिया ने अपने ‘गैंग’ के साथ बातचीत की है, साफतौर पर कुछ और ही इशारा करते हैं। रिया और उसके सहयोगियों के ड्रग पेडलर्स के साथ गहरे रिश्ते थे, और वे अक्सर सुशांत और खुद के लिए ड्रग्स खरीदते रहते थे।
सुशांत की बहन श्वेता ने कहा कि उनके भाई को 8 जून से ही खतरा था, जिस दिन रिया ने घर छोड़ा था और आईटी टीम को 8 हार्ड डिस्क में मौजूद डेटा को नष्ट करने के लिए भेजा था। सुशांत ने तब तक अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेने का मन बना लिया था। श्वेता ने आरोप लगाया है कि कथित तौर पर रिया ने सुशांत के क्रेडिट कार्ड के पिन बदल दिए थे, और उनके कंप्यूटर सिस्टम से सारा डेटा नष्ट कर दिया। अपने बचाव में रिया ने दावा किया है कि उसे घर छोड़ने के लिए सुशांत ने कहा था और वह खुद सुशांत की मेंटल हेल्थ के चलते दिक्कतों का सामना कर रही थी। रिया ने कहा कि उसने मुंबई पुलिस को इस बारे में बताया था। हालांकि यह हैरान करने वाली बात है कि इन सारे खुलासों के बावजूद मुंबई पुलिस ने न तो कोई FIR दर्ज की और न ही इसकी जांच को सार्वजनिक किया।
Sushant’s death: CBI questions Rhea
The CBI has begun questioning actor Rhea Chakraborty in Mumbai on Friday in the case of the mysterious death of Sushant Singh Rajput. Also questioned was Samuel Miranda, Sushant’s house manager, said to be one of those assistants who procured drugs for Rhea.
On Thursday late till midnight, CBI had in a marathon interrogation for over 12 hours questioned Rhea’s brother Showik, Sidharth Pithani, house staff Niraj, Keshav and Sushant’s former accountant Rajat Mewati in connection with the actor’s death. Enforcement Directorate officials took Rhea’s father retired army officer Indrajit Chakraborty to the Axis bank branch to check his locker, while the Narcotics Control Bureau is on the hunt for suspected drugs peddler Gaurav Arya in Goa and other places.
With the dragnet fast closing in, Rhea Chakraborty in a TV interview presented her side of the story. In Patna, Sushant’s father K K Singh, speaking for the second time in 25 days, described Rhea as a murderer who gave slow poison to his son to ensure his death. He demanded her arrest. Sushant’s sisters also joined in and levelled fresh charges against Rhea. Sushant’s former girlfriend Ankita Lokhande posted a small video in which Sushant was saying that his dream was to become a pilot. This was meant to debunk Rhea’s claim that Sushant was afraid of air travel.
Sushant’s sister Sweta Singh Kirti alleged that it was the group led by Rhea which was instrumental in giving slow poison leading to her brother’s death. In a long thread, she wrote on Twitter: “I wish Bhai would have never met that girl at all!! Drugging someone without his consent and then convincing him that you are not well, taking him to the psychiatrists… what level of manipulation is this!! How will you ever redeem your soul!!! You are so done!!..
“ You have guts to come on National Media and tarnish the image of my pure brother after his death!! You think God is not watching for what you have done! I believe in God and I have faith, now I really want to see what he will do to you..So these are the probing questions you are asking… that Sushant has mental depression and maybe he is Bipolar and by when Rhea came to know about it!! And you say you loved Sushant!! What a SHAME!!…
“ As Rhea mentioned in her interview,We didn’t love our brother!! Yeah right, that’s why I flew all the way from USA to India in Jan as soon as I got to know Bhai is visiting Chandigarh and is not keeping well. I had to stall my business and leave my kids behind!.…
“The worst part was I didn’t even get to meet him coz by the time I reached, Bhai had already left Chandigarh because of the constant pestering calls of Rhea and some work commitments. Family was always there standing rock solid for him!!.. Jan was the time when Bhai made a SOS call to Rani Di, he was drugged, confined and isolated. Soon after he reached Chandigarh there were 25 calls made by Rhea in less than 2-3 days time frame. WHY??What was the urgency to call him back!”
“So to put things in perspective, what we have gotten to know in the past 2 days as per the media revelations of the investigation that is unfolding: 1. Rhea and Gang drugged and sedated Sushant over the months to take control of him. Financially robbed him and made sure family members can’t reach him by any means to rescue him. 2. When Bhai put his foot down on May 18th and tried to take over the charge, and got in touch with the family. This gang panicked and exchanged texts regarding how to still have control over Bhai’s finances. 3. On 8th, when Rhea walked out of my Brother’s house, she sent an IT team to collect data from my brother’s devices. What??? They collected 8 hard disks full of data and when my brother stopped them, he got a threat call. As per the statements recorded by CBI. 4. The same night Disha died.
I am quoting Shweta Singh Kirti’s Twitter posts in full in order to convey the depth of pain and anguish that she and her family members are presently going through. On Thursday, Sushant’s father’s lawyer Vikas Singh that the eight hard disks surely contained data which Rhea did not want to make them public. According to the lawyer, the disks could have contained matters relating to drug transactions and procurement which could have created problems for Rhea.
In her interview, Rhea had claimed that Sushant feared air travel, but Sushant’s former girlfriend Ankita Lokhande posted a video in which Sushant was himself saying that his first among 50 dreams was to become a pilot.
Till now, most of the facts and disclosures that have come to light in this case point the finger of suspicion towards Rhea. The female actor has already faced questioning from ED and Mumbai Police, and yet suspicions about her role in this case remain. On Thursday, she levelled charges against Sushant’s family in her interview. Now that Rhea has levelled charges in public, she should now be prepared to face fresh counter-charges too.
In her interview, Rhea has claimed that Sushant used to take marijuana even before he met her. But all the WhatsApp messages that Rhea exchanged with her ‘gang’ clearly point otherwise. She and her associates had close links with drug peddlers, they used to regularly procure narcotics for Sushant and themselves.
Sushant’s sister Shweta has revealed that her brother faced danger from June 8, the day when Rhea left the house and sent an IT team to destroy all crucial data in the eight hard disks . Sushant had by then decided to take charge of his life. Shweta has alleged that Rhea reportedly changed the PINs of Sushant’s credit cards, and destroyed all incriminating data from his computer system. In her defence, Rhea has claimed that she was asked by Sushant to leave his house and she herself was facing problems due to Sushant’s mental health. Rhea says, she had disclosed this to Mumbai Police. It is however strange that despite all these revelations, Mumbai Police neither filed any FIR, nor did it make its investigation public.
सुशांत की मौत के मामले में ड्रग्स कनेक्शन पर और भी बातें सामने आई हैं
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रिया चक्रवर्ती और उसके भाई शौविक समेत कई लोगों के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटैंस (NDPS) ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही यह तय हो गया है कि अब ड्रग माफिया, ड्रग पेडलर्स और बॉलीवुड ऐक्टर्स के बीच संबंधों का पता लगाने की कोशिश की जाएगी। इसके चलते अब ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के रहस्य पर से पर्दा उठाने के लिए की जा रही सीबीआई और ईडी की जांच ने भी एक बड़ा मोड़ ले लिया है। अब रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी लगभग तय है।
गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से मीडिया को एक आधिकारिक पत्र उपलब्ध कराया गया जिसमें कहा गया कि ईडी ने रिया चक्रवर्ती के 2 सैलफोन ‘क्लोन’ किए और ‘डिजिटल डेटा के विश्लेषण के बाद रिया चक्रवर्ती की सैमुअल मिरांडा (सुशांत के हाउस मैनेजर), शौविक (रिया के भाई), दीपेश सावंत (सुशांत के फोटोग्राफर), जया साहा (क्वान टैलेंट मैनेजमेंट एग्जेक्यूटिव), सिमोन खंबाटा और गौरव आर्या आदि के साथ हुई तमाम बातचीत खुलासा हुआ।’
ED के पत्र में आगे कहा गया है: ‘रिया और सैमुअल के बीच हुई बातचीत के विश्लेषण से पता चलता है कि ये दोनों क्लोज कोऑर्डिनेशन में काम कर रहे थे और सुशांत सिंह राजपूत के पैसे का इस्तेमाल अपने कामों के लिए कर रहे थे। बातचीत में आगे पता चला कि रिया ने सैमुअल मिरांडा से सुशांत के डेबिट कार्ड की पिन डिटेल्स भी हासिल कर ली थीं।’
‘वॉट्सऐप पर हुई बातचीत से यह भी खुलासा हुआ है कि रिया 2017 से ही अवैध रूप से वीड (मारिजुआना/भांग), CBD इत्यादि मादक पदार्थों के इस्तेमाल और खरीद में लिप्त थी। चीजों को सही से समझने के लिए वॉट्सऐप पर हुई बातचीत को संक्षेप में यूं रखा जा सकता है: (1) रिया और सैमुअल के बीच दिनांक 17.4.2020 और 1.5.2020 को हई बातचीत शौविक से वीड की खरीद और 17,000 रुपये में वीड के 2 बैग्स की खरीद से संबंधित है। (2) रिया और जया साहा के बीच 15.11.2019 को हुई बातचीत से पता चला है कि साहा ने रिया को CBD (कैनबिडिओल, मारिजुआना का एक केमिकल कंपाउंड जो कि एक निश्चित कंसेन्ट्रेशन पर प्रतिबंधित है) डिलीवर किया, जिसे सुशांत सिंह राजपूत की कॉफी में मिलाया जाना था। (3) इसी तरह, दिनांक 07.04.2020, 27/28.04.2020, 16.3.2017 और 8.3.2017 को हुई बातचीत वीड की खरीद और इसके इस्तेमाल से जुड़ी हुई है।’
प्रवर्तन निदेशालय के इस लेटर से पता चलता है कि अभी तक जिन वॉट्सऐप मैसेजेज को रिट्रीव किया गया है वे साफ इशारा करते हैं कि रिया ड्रग्स का इस्तेमाल करती थीं। बुधवार को मिले ताजा वॉट्सऐप मैसेजेज से पता चलता है कि रिया ने पेडलर्स से ड्रग्स की डिमांड की थी, इसकी कीमत तय की गई थी, डिलीवरी की जगहों को फाइनल किया गया था और ड्रग्स की डिलीवरी देने कौन आएगा, उनके नामों का खुलासा भी चैट में हुआ है। रिया ने इन सभी मैसेजेज को अपने वॉट्सऐप से डिलीट कर दिया था, लेकिन ईडी के अधिकारी उन्हें फिर से रिट्रीव करने में कामयाब रहे। और इसके बाद सुशांत की मौत के रहस्य की जांच की दिशा ही बदल गई।
अब तक सुशांत की मौत का कारण हत्या/ आत्महत्या/ या आत्महत्या के लिए उकसाने को माना जा रहा था, मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल की जांच के लिए ईडी को बुलाया गया था, लेकिन ड्रग्स का ऐंगल सामने आने के बाद NCB को भी जांच में शामिल होना पड़ा। इससे पहले किसी को अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि ड्रग्स का ऐंगल भी सुशांत की मौत का कारण बन सकता है।
रिया, सुशांत, श्रुति मोदी और जया साहा के बीच वॉट्सऐप पर हुई बातचीत से साफ है कि रिया ड्रग्स के चक्कर में 3 साल पहले, 2017 में ही आ गई थीं। जो लोग रिया के जरिए सुशांत के संपर्क में आए थे, वे भी ड्रग्स के मामले में कई साल से रिया के संपर्क में थे, चाहे वह श्रुति मोदी हो या फिर दीपेश सावंत। NCB अब इस बात की जांच कर रही है कि ड्रग पेडलर्स और सप्लायर्स के साथ रिया के रिश्ते किस हद तक थे। अब इस बात की पड़ताल की जा रही है कि क्या रिया ने ही सुशांत को ड्रग की लत लगाई। क्या सुशांत की मौत एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी? इन सवालों के जवाब मिलने अभी बाकी हैं।
सुशांत की मौत के रहस्य को लेकर पूरी तस्वीर जो सोमवार तक धुंधली थी, अब ड्रग्स का ऐंगल सामने आने के साथ धीरे-धीरे साफ हो गई है। मंगलवार को अपने प्राइम टाइम शो ‘आज की बात’ में मैंने कहा था कि सुशांत की मौत के पीछे ड्रग्स का ऐंगल भी हो सकता है और अब जांच की दिशा भी उसी ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। मंगलवार को इंडिया टीवी ने रिया, उसके सहयोगियों और ड्रग पेडलर्स के बीच हुई कुछ वॉट्सऐप चैट का खुलासा किया था। उस समय इन चैट्स से बहुत कुछ साफ नहीं हो पा रहा था, लेकिन बुधवार को हमें अपने रिपोर्टर राजीव कुमार से कुछ और वॉट्सऐप चैट्स मिले जिनसे अब तस्वीर काफी साफ नजर आ रही है।
रिया ने 1 मई 2020 को मिरांडा सुशी से बात की थी जिसमें मिरांडा ने रिया से पूछा था कि क्या वह वीड के 2 बैग्स के लिए दीपेश को 17,000 रुपये दे सकती है। चैट के दौरान मिरांडा ने कहा कि एक बैग ‘हमारे’ लिए है और दूसरा ‘उसके’ (HIM) लिए। चैट के अंत में मिरांडा ने लिखा कि वह इसे हमें ट्रांसफर कर देगा।
क्या मिरांडा सुशी और सैमुअल मिरांडा एक ही शख्स हैं, क्योंकि Truecaller इस नंबर के लिए सैमुअल मिरांडा का नाम दिखा रहा है। रिया की चैट्स में MDMA, HASH, BUDD जैसे शब्द हैं। एक चैट में जया साहा रिया से चाय में 4 बूंद डालने और 30-40 मिनट के बाद उसका असर देखने के लिए कह रही है। क्या HIM शब्द सुशांत के लिए था? एक अन्य चैट में कॉफी के साथ MBD ऑयल (भांग के फूल से निकाला गया तेल) का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी।
याद करें कि 1 मई 2020 वह दिन था जब कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लॉकडाउन अभी भी लागू था और जीवन थम-सा गया था। ऐसे वक्त में भी रिया खुद के लिए और HIM के लिए ड्रग्स का जुगाड़ कर रही थी। इससे 2 हफ्ते पहले लॉकडाउन के दौरान ही 17 अप्रैल को रिया की मिरांडा सुशी से बातचीत हुई जिसमें मिरांडा ने कहा कि माल खत्म हो गया है, और क्या शौविक के दोस्त से हमें हैश या बड ले लेना चाहिए? इसके जवाब में रिया ने कहा- हां, हम ऐसा कर सकते हैं, लेकिन तुम्हें बताना होगा कि कितना और कैसे।
रिया और सुशांत के नौकर दीपेश सावंत के बीच 27 और 28 अप्रैल के वॉट्सऐप चैट में यह बात हो रही है कि ड्रग्स को कैसे खरीदा जाए। दीपेश वही शख्स है जो 14 जून को सुशांत की मौत के दिन उनके फ्लैट में मौजूद था और जिसने ऐक्टर की बॉडी को पंखे से बिस्तर पर उतारने में नीचे उतारने में सिद्धार्थ पिठानी की मदद की थी। इस समय सीबीआई दीपेश से पूछताछ कर रही है। एक अन्य चैट में दीपेश रिया से कह रहा है कि हमें अब ऑर्डर करना होगा क्योंकि वह डोंबिवली जा रही है, जवाब में रिया ने ‘ओके’ कहा। इसके अगले दिन दीपेश ने रिया को बताया कि 2 बैग्स का ऑर्डर किया गया है और उनकी डिलीवरी आज हो जाएगी।
25 नवंबर 2019 की एक चैट में जया साहा ने रिया से कहा कि तुम्हारे लोग बेहद क्यूट हैं और मैं सीबीडी ऑयल (हशिश) को वॉटरस्टोन भेज रही हूं। रिया ने जवाब में कहा- ब्लेस यू, ब्रॉस्की। उसी दिन शाम को 5.53 बजे जया ने रिया से वॉट्सऐप पर कहा कि ऑफिस का लड़का वॉटरस्टोन पहुंच गया है। आपको बता दें कि वाटरस्टोन एक रिजॉर्ट है जहां रिया और सुशांत ने यूरोप से लौटने के बाद कुछ वक्त बिताया था। उसी दिन जया ने रिया को चाय या कॉफी में 4 बूंद (सीबीडी ऑयल की) डालकर ‘उसे’ पिलाने की सलाह दी थी और कहा था कि 30-40 मिनट में इसका असर नजर आएगा।
इस बीच CBI ने बुधवार को बिल्डिंग के सिक्यॉरिटी गार्ड, सिद्धार्थ पिठानी और सुशांत के नौकर नीरज से पूछताछ की। पिठानी ने CBI को बताया कि 8 जून को रिया और सुशांत के बीच हुए झगड़े के बाद एक IT प्रोफेशनल को सुशांत के कंप्यूटर सिस्टम से 8 हार्ड डिस्क्स को नष्ट करने के लिए बुलाया गया था। सीबीआई ने बुधवार को कूपर अस्पताल के डॉक्टरों से भी पूछताछ की, जिन्होंने सुशांत की बॉडी की ऑटोप्सी की थी। 3 दिनों में यह तीसरी बार था जब CBI कूपर अस्पताल में डॉक्टरों से पूछताछ करने के लिए गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गंभीर कमियां नजर आ रही हैं, और एम्स की फॉरेंसिक टीम ने CBI को पहले ही इस बारे में अपनी ऑब्जर्वेशन भेज दी है।
इन सभी बातों को देखकर ऐसा लगता है कि जांच कर रहे अधिकारी अभी भी सुशांत की मौत के पीछे के असल मकसद की तलाश में है। क्या सुशांत की मौत हत्या थी या किसी साजिश का नतीजा थी, और यदि ऐसा है तो इसका मकसद क्या था? उनकी मौत से किसको फायदा हुआ? सुशांत की बॉलीवुड में किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने पूरी तरह अपनी योग्यता के आधार पर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई। यदि यह आरोप लगता है कि रिया ने उनकी मौत की साजिश रची तो यह स्वाभाविक प्रश्न उठता है: सुशांत से करीबी की वजह से रिया को ही फायदा हो रहा था। वह उन्हें क्यों मारना चाहेगी?
हालांकि ड्रग्स का ऐंगल सामने आने के बाद कुछ चीजें साफ हो रही हैं। पहली, रिया ड्रग्स का इस्तेमाल करती थी, दूसरी, वह जानती थी कि ड्रग्स को कहां से खरदीना है, और तीसरी, जब रिया और सुशांत वॉटरस्टोन रिजॉर्ट में ठहरे थे तब वहां ड्रग्स भी लाए गए थे।
तथ्यों से हुई छेड़छाड़ मुंबई पुलिस के उस लापरवाह रवैये को भी उजागर करती है जिसमें उसने जांच को 2 महीने तक चलने दिया। सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या मुंबई पुलिस किसी को बचाने की कोशिश कर रही है? मुंबई पुलिस ने 56 लोगों से, जिनमें बॉलीवुड के कुछ जाने-माने निर्देशक और निर्माता भी शामिल हैं, 2 महीने तक पूछताछ की, लेकिन ड्रग्स कनेक्शन को खोजने में नाकाम रहे। हममें से ज्यादातर लोग जो मुंबई से दूर बैठे हैं, उनके लिए ड्रग्स का ऐंगल चौंकाने वाला हो सकता है, लेकिन बॉलीवुड के अंदर की खबर रखने वाले जानते हैं कि यहां ड्रग्स का इस्तेमाल आम है। और फिर भी मुंबई पुलिस ने इस ऐंगल की तरफ ध्यान ही नहीं दिया। सवाल उठता है कि क्यों?
सिद्धार्थ पिठानी ने मुंबई पुलिस ऑन रिकॉर्ड बताया कि उसने सुशांत के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क से कई तस्वीरें और टेक्स्ट डिलीट कर दिए थे। इस ऐंगल की जांच क्यों नहीं की गई? मुंबई पुलिस को भरोसा करने लायक जवाबों के साथ अपनी बात रखनी चाहिए क्योंकि एक प्रोफेशनल पुलिस फोर्स के रूप में इसकी इज्जत दांव पर लगी है।
Sushant’s death: More on drugs connection
With the Narcotics Control Bureau registering a case under Narcotic Drugs and Psychotropic Substances (NDPS) Act against several persons including Rhea Chakraborty and her brother Shouvik, the stage is now set for a big move to unearth the connections between drug mafia, their peddlers and Bollywood actors. This has brought about a major twist to the ongoing CBI and ED probe into actor Sushant Singh Rajput’s death mystery. Rhea’s arrest appears to be imminent.
On Thursday, an official letter from the Enforcement Directorate was made available to media in which it was said that ED “cloned” two cellphones of Rhea Chakraborty and ‘after analysis of digital data it revealed several conversations of Rhea Chakraborty with Samuel Miranda (Sushant’s house manager), Showik (her brother), Dipesh Sawant (Sushant’s photographer), and Jaya Saha (Kwan Talent Management executive), Simone Khambatta, Gaurav Arya, etc.’
The ED letter further said: “the analysis of conversations between Rhea and Samuel reveal that these two were working in close coordination and were using the funds of Sushant Singh Rajput for their own purpose. The conversations further revealed that Rhea had obtained details of PIN of Sushant’s debit card from Samuel Miranda.”
“The whatsapp conversation has further revealed that Rhea was indulging in usage and procurement of narcotics substance namely weed (marijuana/cannabis), CBD etc. illegally since year 2017. ..For the sake of clarity, some of the conversations may be summarised as under: (1) Conversations between Rhea and Samuel dated 17.4.2020 and 1.5.2020 pertain to procurement of weed from Showik and procurement of two bags of weed for Rs 17,000. (2) Conversations between Rhea and Jaya Saha dated 15.11.2019 have revealed that Ms. Saha delivered CBD (cannabidiol, a chemical compound of marijuana which is banned over certain concentration) to Rhea, which was to be mixed in the coffee of SSR (Sushant) (3) Similarly, conversations dated 07.04.2020, 27/28.04.2020, 16.3.2017 and 8.3.2017 pertain to procurement and use of weed.”
The ED letter clearly reveals that the WhatsApp messages retrieved till now clearly indicate that Rhea used to procure drugs. Fresh WhatsApp messages retrieved on Wednesday indicate that drugs were sought by Rhea from peddlers, prices were decided, places of delivery were finalized, and the names of those who would deliver the drugs were revealed during chats.
Rhea had deleted all these messages on her WhatsApp, but ED sleuths managed to retrieve them all. And what followed has changed the entire course of the investigation into Sushant’s death mystery.
Till now, the cause of Sushant’s death was being speculated as murder/suicide/abetment to suicide, the ED had been called to probe the money laundering angle, but out tumbled the drugs angle, and the NCB had to enter the scene. Nobody had then even remotely suggested that the drugs angle could have led to Sushant’s death.
WhatsApp messages between Rhea, Sushant, Shruti Modi and Jaya Saha clearly reveal that Rhea was into drugs three years back, since 2017 to be precise. People who came in touch with Sushant through Rhea for providing drugs were all part of her inner circle, whether Shruti Modi or Dipesh Sawant. NCB is now probing how far Rhea’s connections with drug peddlers and suppliers had spread. The sleuths are now going to probe whether it was Rhea who introduced Sushant to the world of drug abuse. Was Sushant’s death a part of a bigger conspiracy? The jury is still out.
The overall picture about Sushant’s death mystery that was hazy till Monday, has now cleared up with the drugs angle appearing to be a vital one. In our prime time show ‘Aaj Ki Baat’ on Tuesday, I had clearly said that the drugs angle could have been the cause behind Sushant’s death, and the direction of the probe appears to be headed towards the same direction.
On Tuesday, India TV had revealed some of the WhatsApp chats between Rhea, her associates and drug peddlers. These appeared to be sketchy and somewhat disjointed, but on Wednesday, we got more WhatsApp messages from our reporter Rajiv Kumar, and the picture now seems to be clearer.
On May 1, 2020, Rhea had a chat with Miranda Sushi, where the latter asked her whether she was willing to pay Dipesh Rs 17,000 for two bags of ‘weed’. Miranda said during the chat, one bag is for ‘us’, and the other bag is for ‘HIM’. Towards the end of the chat, Miranda write, HE WILL TRANSFER IT TO US.
Is Miranda Sushi the same person named Samuel Miranda, because Truecaller is showing the name Samuel Miranda for this number. There are words like MDMA, HASH, BUDD in Rhea’s chats. In one chat, Jaya Saha is shown telling Rhea to give HIM four drops in tea to sip and see the effect after 30-40 minutes. Was the word HIM meant for Sushant? In another chat, MBD oil (oil extracted from bhang flower) was suggested to be used with coffee.
Remember, May 1, 2020 was the day when lockdown due to COVID was still in force and life had come to a standstill. And yet, Rhea was arranging drugs for herself and for HIM. Two weeks prior to that, on April 17, during lockdown period, Rhea was chatting with Miranda Sushi, in which one was saying that the stuff is no more, and whether we should take the HASH or BUDD from Shovik’s friend? To this, Rhea replies, Yes, we can do that, but you must tell how much and how.
There are WhatsApp chats between Rhea and Sushant’s servant Dipesh Sawant about how to procure drugs on April 27 and 28. Dipesh is the man, who was present in Sushant’s flat on the fateful day, June 14, and helped Siddharth Pithani to lower the body from the ceiling fan to the bed. Dipesh is presently under interrogation of CBI. In one of the chats, Dipesh is telling Rhea that we have to order now because she is going to Dombivali, Rhea replies ‘Okay’, and on the next day, Dipesh tells Rhea, two bags have been ordered and they will be delivered today.
A chat dated November 25, 2019 reveals Jaya Saha telling Rhea that your people are very cute and I am sending CBD Oil (hashish) to Waterstone. Rhea replies: Bless you, Brosky. The same day at 5.53 pm, Jaya tells Rhea on WhatsApp, the office boy has reached Waterstone. Let me tell you, Waterstone is the resort where Rhea and Sushant spent time after their return from Europe. The same day, Jaya advised Rhea to put four drops (of CBD oil) in tea or coffee and make him sip, it will show effect in 30-40 minutes.
Meanwhile, the CBI on Wednesday questioned the building security guard, Siddharth Pithani and Sushant’s servant Niraj. Pithani told the CBI that on June 8, after a quarrel between Rhea and Sushant, an IT professional was called to destroy eight hard disks from Sushant’s computer system. CBI sleuths on Wednesday also questioned the Cooper Hospital doctors who had carried out autopsy of Sushant’s body. This was the third time in three days when CBI went to Cooper Hospital to question the doctors. There seems to be serious deficiencies in the post mortem report, and an AIIMS forensic team has already sent its observations to CBI on this score.
The overall view at this moment seems to be that the sleuths are yet to find out the real motive behind the act. Was Sushant’s death a result of murder or conspiracy, and if so, what was the motive? Who gained from his death? Sushant had no enmity with anybody in Bollywood. He made his mark in the film industry by dint of sheer merit. If it is alleged that it was Rhea who arranged his death, the natural question arises: it was Rhea who was benefiting from her closeness with Sushant. Why should she make him die?
However, with the entry of drugs angle, some definitive facts are spilling out. One, Rhea was using drugs, Two, she knew from where to buy drugs, Three, the drugs were brought when both Rhea and Sushant were staying in Waterstone resort.
The tumbling out of facts also exposes the slipshod manner in which Mumbai Police let its probe drag on for two months. Questions are being asked as to whether Mumbai Police was trying to shield somebody. Mumbai Police questioned 56 persons, some of them eminent directors and producers of Bollywood, for two months but failed to find the drug connection. For most of us sitting away from Mumbai, the drugs angle could be shocking, but insiders in Bollywood know that drugs abuse is common in the industry. And yet, Mumbai Police shut its eye towards this angle. The question is why?
Siddharth Pithani is on record having told Mumbai Police that he had deleted several pictures and texts from the hard disk of Sushant’s computer. Why was this angle not probed? Mumbai Police must come out with credible answers because its reputation as a professional police force has gone for a toss.
सुशांत की मौत के मामले में ड्रग्स का ऐंगल
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख राकेश अस्थाना के ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत के मामले में ड्रग्स कनेक्शन की जांच के फैसले ने अब एक नया मोड़ ला दिया है। एनसीबी इस काम के लिए गठित एक स्पेशल यूनिट को जांच सौंपने जा रही है। यह फैसला इस सनसनीखेज जानकारी के सामने आने के बाद लिया गया कि रिया चक्रवर्ती ने 2017 से 2020 के बीच संदिग्ध ड्रग डीलर्स गौरव और टैलेंट मैनेजर जया साहा के साथ हुई अपनी वॉट्सऐप चैट को डिलीट कर दिया था। ईडी रिया के सेलफोन से डिलीट किए गए कई चैट्स को फिर से हासिल करने में कामयाब रही और उन्हें सुशांत की मौत के मामले में ड्रग्स के ऐंगल की जांच के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को आगे भेजा दिया।
इंडिया टीवी के पास रिया के वॉट्सऐप से डिलीट किए गए ऐसे 8 चैट्स हैं, जिनमें साफ ड्रग कनेक्शन लगता है। 8 मार्च 2017 को पहली चैट में रिया ने ड्रग डीलर गौरव से कहा कि यदि आप हार्ड ड्रग्स के बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं उन्हें ज्यादा नहीं लेती, लेकिन मैंने एक बार एमडीएमए (मेथिलीन डाइऑक्सी मेथ एम्फेटामाइन) लिया है। एमडीएमए ड्रग्स को पश्चिमी देशों में बतौर एक्स्टेसी, मैंडी या मॉली बेचा जाता है। हालांकि रिया के वकील ने ड्रग्स कनेक्शन की बात को सख्ती से नकार दिया है। डिलीट किए गए कुछ चैट्स के मुताबिक, 17 अप्रैल 2020 को रिया ने ‘मिरांडा सुशी’ के नाम से सेव किए गए कॉन्टैक्ट से बात की, जिसने कहा, ‘हाय रिया, सामान लगभग खत्म हो गया है। क्या हमें इसे शौविक (रिया के भाई) के दोस्त से लेना चाहिए? लेकिन उसके पास सिर्फ हैश और बड है।’ गौरव के साथ हुई एक अन्य चैट में उसने पूछा था, ‘तुम्हारे पास एमडी है?’
25 नवंबर 2019 को जया साहा के साथ एक और चैट हुई, जिसमें जया ने लिखा है कि मैंने उसे श्रुति के साथ कोऑर्डिनेट करने के लिए कहा है, जिसके जवाब में रिया ने कहा, थैंक यू सो मच। उसी दिन रिया के साथ एक अन्य चैट में जया साहा ने लिखा- कोई दिक्कत नहीं है, दोस्त, चलो उम्मीद करते हैं कि इससे मदद मिलेगी। चौथी चैट में जया ने रिया को लिखा, ‘चाय में 4 बूंद डालो, उसे 30 से 40 मिनट का समय दें, यह किक करेगा (अपना असर दिखाएगा)। 17 अप्रैल, 2020 को एक अन्य वॉट्सऐप चैट में मिरांडा सुशी ने रिया से कहा, ‘हाय, हमने सारा माल खत्म कर दिया है। क्या हमें शौविक के दोस्त से लेना चाहिए, उसके पास सिर्फ हैश और बड है।’ ईडी के पास कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स भी हैं जिनके मुताबिक 14 जून को, जिस दिन सुशांत की मौत हुई, रिया ने साहा से कई बार बात की। पहला फोन दोपहर 2.37 पर, रिया को सुशांत की मौत के बारे में पता चलने के 4 मिनट बाद किया गया था। कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स के मुताबिक रिया ने अगले दिन भी जया को फोन किया था।
इस चौंकाने वाली जानकारी के सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय, जिसने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल की जांच की थी, ने NCB को नारकोटिक्स कनेक्शन के बारे में सूचित किया। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या अपार्टमेंट में हफ्ते में 2 बार होने वाली पार्टियों में एमडीएमए और मारिजुआना का इस्तेमाल किया जाता था। ऐसे भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या रिया, सुशांत और उनके दोस्त ड्रग्स के आदी थे। सुशांत के फ्लैट के एक नौकर ने जांचकर्ताओं को बताया कि पार्टियों में मारिजुआना का इस्तेमाल किया जाता था। सुशांत के नौकर नीरज ने मुंबई पुलिस को बताया था कि उसने 11 जून को मारिजुआना से भरी हुई सिगरेट्स एक स्पेशल बॉक्स से निकालकर मेहमानों को दी थी। 14 जून को, सुशांत की मौत के बाद यह बॉक्स खाली पाया गया था।
और अब बात करते हैं ऐक्टर की मौत के मामले में चल रही सीबीआई जांच के बारे में। मंगलवार रात अपने प्राइम टाइम शो ‘आज की बात’ में हमने दिखाया कि सुशांत के मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी ने सीबीआई को पूरे मामले के बारे में क्या-क्या जानकारी दी। उसके बयान कुछ हद तक विरोधाभासी लग रहे हैं। उसके बयान और भी ज्यादा कंफ्यूजन पैदा कर रहे हैं। पिठानी सुशांत की मौत के दिन अपार्टमेंट में मौजूद 4 लोगों में, जिनमें नौकर भी शामिल हैं, सबसे सीनियर है। सीबीआई ने उससे 11 घंटे से ज्यादा देर तक पूछताछ की, और इस दौरान उसने कई विरोधाभासी बयान दिए। पिठानी ने बताया कि 14 जून को, जिस दिन सुशांत की मौत हुई, वह सुबह 10 से 10.30 बजे के बीच अपने कमरे में आया और अपने कंप्यूटर पर काम करने लगा। बाद में कुक केशव वहां पहुंचा और उसने कहा कि सुशांत अपने बेडरूम का दरवाजा नहीं खोल रहे हैं।
पिठानी के मुताबिक, सुशांत की बहन मीतू ने उसे यह बताने के लिए फोन किया कि वह उनकी कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। पिठानी का कहना है कि उन्होंने मीतू को आने के लिए कहा, और एक अन्य नौकर दीपेश को वॉचमैन के पास एक ताले वाले को बुलाने के लिए भेजा। पिठानी ने बताया कि वॉचमैन ने मदद नहीं की जिसके बाद उसने Google पर पास के ताले वालों की तलाश की और वहां उसे रफीक नाम का ताले वाला मिल गया। उसने दिन में 1.06 बजे रफीक को फोन किया, जिसने डुप्लिकेट चाभी से ताला लॉक खोलने के लिए 2,000 रुपये मांगे। सिद्धार्थ ने रफीक को दरवाजे के ताले की तस्वीर और सुशांत के घर का पता वॉट्सऐप पर भेज दिया। पिठानी का कहना है कि उसने मीतू को भी इसकी जानकारी दी थी। दोपहर 1.20 बजे ताला खोलने वाला एक हेल्पर के साथ आया और ताले को देखने के बाद उसने कहा कि ताला तोड़ना होगा। कुछ ही मिनटों में उसने ताला तोड़ा, 2000 रुपये लिए और अपने हेल्पर के साथ चला गया।
पिठानी के मुताबिक, वह और दीपक जब कमरे में घुसे तो वहां अधेरा था। पिठानी ने कहा कि दीपेश ने लाइट ऑन की और उसने सुशांत को सीलिंग फैन से लटका हुआ पाया। सुशांत के गले के चारों तरफ हरे रंग का कपड़ा कसा हुआ था। उसने कहा कि सुशांत के पैर बिस्तर के पास ढीले होकर लटक रहे थे। दोनों ही यह दृश्य देखकर स्तब्ध रह गए, इसके बाद पिठानी ने मीतू को फोन करके घटना के बारे में बताया, और उन्हें जल्दी से आने के लिए कहा। पिठानी ने 108 पर पुलिस को फोन करके मदद मांगी।
अब सवाल यह उठता है कि पिठानी ने सीलिंग फैन से शव को क्यों उतारा और पुलिस या मीतू, किसी के भी आने से पहले उसे बिस्तर पर लिटा दिया? पिठानी ने सीबीआई से कहा कि सुशांत की दूसरी बहन नीतू सिंह का भी चंडीगढ़ से फोन आया था, और उसने उन्हें भी घटना के बारे में जानकारी दी। पिठानी ने कहा कि नीतू के पति ओ.पी.सिंह, जो कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं, ने फोन पर उससे कहा कि बॉडी को सीलिंग से नीचे उतारे और सुशांत को रिवाइव करने की कोशिश करे। पिठानी ने कहा कि नीतू ने भी उससे शव को नीचे उतारने के लिए कहा था। पिठानी ने नीरज से रसोई में इस्तेमाल होने वाला चाकू लाने को कहा, और उसकी मदद से उनसे हरे कपड़े को काट दिया और बॉडी को सीलिंग से नीचे उतार दिया।
पिठानी के मुताबिक, ऐक्टर की बहन मीतू बिस्तर पर बॉडी रखने के तुरंत बाद ही वहां पहुंच गईं। उन्होंने पूछा कि क्या सुशांत जिंदा हैं। उन्होंने उनसे बिस्तर पर शरीर को सीधा करने के लिए कहा। पिठानी ने बताया कि उसने, दीपेश ने और नीरज ने बॉडी को बिस्तर पर सीधा किया, गले में बंधे हरे कपड़े को ढीला किया और सुशांत को सीपीआर देने की कोशिश की। सुशांत की तरफ से ऐसा कोई रिस्पॉन्स नहीं आया जिससे लगे कि वह जिंदा हैं। पिठानी ने कहा कि तब तक बांद्रा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सिद्धार्थ पिठानी ने सीबीआई को इस बारे में बताया था कि कैसे रिया और सुशांत की बहन अक्सर झगड़ा करती थीं, कैसे सुशांत उससे ऐक्टिंग छोड़ने और जैविक खेती पर काम करने के बारे में बात किया करते थे, कैसे जब सुशांत की बहन उनसे मिलने आई थीं तो वह रोए थे और कैसे सुशांत अपनी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत के बारे में सुनकर बेहद परेशान थे।
हमारे पास इन पॉइंट्स पर पिठानी के बयान का पूरा डिटेल है, लेकिन जगह की कमी के कारण मैं इस ब्लॉग में इन सभी के बारे में बता पाने में असमर्थ हूं। सुशांत के लाखों प्रशंसक अभी भी सीबीआई जांच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं और वे उनकी रहस्यमय मौत के पीछे की सच्चाई जानने के लिए उत्सुक हैं। मुझे उम्मीद है कि सीबीआई जल्द ही सच तक जरूर पहुंचेगी।
Sushant’s death: Drugs angle
The decision of Narcotics Control Bureau chief Rakesh Asthana to probe narcotics connection has now added a new twist to actor Sushant Singh Rajput’s mysterious death case. NCB is going to assign the probe to a special unit to be set up for the purpose.
This comes in the backdrop of explosive information that Rhea Chakraborty had deleted WhatsApp chats with suspected drug dealers Gaurav and talent manager Jaya Saha between 2017 and 2020. The ED has managed to retrieve several of these deleted chats from Rhea’s cellphone and has forwarded them to the Narcotics Control Bureau to probe the narcotics angle in Sushant death case.
India TV is in possession of eight such deleted chats from Rhea’s WhatsApp in which the drug connections seem to be apparent. In the first chat on March 8, 2017, Rhea is supposed to have told the drug dealer Gaurav that if you are talking about hard drugs, I do not take them much, but I once took MDMA (Methylene Dioxy Meth Amphetamine). MDMA drugs are sold in the West as Ecstasy, Mandy or Molly.
The narcotics connection has however been vehemently denied by Rhea’s lawyer. According to some of the deleted chats, on 17 April 2020 Rhea talked to a contact saved as ‘Miranda Sushi” who said, “Hi Rhea, the stuff is almost over. Should we take it from Showik’s (Rhea’s brother) friend? But he has just hash and bud.” In another chat with Gaurav she had asked , “You have MD?”
There is another chat with Jaya Saha on November 25, 2019, in which Jaya writes that I have told him to coordinate with Shruti, to which Rhea replied, Thank You So Much. On the same day, in another chat with Rhea, Jaya Saha writes, no problem, friend, let’s hope this will help. In the fourth chat, Jaya writes to Rhea, ‘Use four drops in tea, let him sip it give him 30 to 40 minutes, it will kick in.’
In another WhatsApp chat on 17 April, 2020, Miranda Sushi tells Rhea, “Hi, we’ve almost exhausted the stuff. Should we take from Shouvik’s friend, he has just hash and bud.” The ED also has call detail records of Rhea speaking to Jaya Saha several times on June 14, the day Sushant died. The first call was made at 2.37 pm, four minutes after Rhea got to know about Sushant’s death. Rhea called up Jaya the next day also, according to call detail records.
With more explosive information forthcoming, the Enforcement Directorate which had been investigating the money laundering angle in this case, has informed the NCB about the narcotics connection.
Questions are being raised whether MDMA and marijuana was being served in the parties that were being held in the apartment twice a week. Questions are being raised whether Rhea, Sushant and their friends were addicted to drugs.
One of the servants at Sushant’s flat has told investigators that marijuana was being served in the parties. The servant Niraj had told Mumbai Police that he offered cigarettes packed with marijuana to guests on June 11 from a special box kept for the purpose. On June 14, after Sushant’s death, this box was found empty.
And now, about the actual CBI probe into the actor’s death mystery. In my prime time show ‘Aaj Ki Baat’ on Tuesday night, we showed what Siddharth Pithani, Sushant’s manager, told the CBI sleuths in detail. His statement, to some extent, appears to be self-contradictory. His statement is leading to more confusions and speculations.
Pithani was the man who was the seniormost among the four people, including servants, staying in the apartment the day Sushant died. CBI questioned him for more than eleven hours, during which he gave many conflicting statements. On June 14, the day Sushant died, Pithani says, he came to his room between 10 and 10.30 am and started working on his computer system. Keshav the cook came and said that Sushant was not opening his bedroom door.
According to him, Sushant’s sister Mitu phoned him to tell that the actor was not answering her calls. Pithani says, he asked Mitu to come over, and sent another servant Dipesh to go to the watchman to call a locksmith. The watchman did not cooperate, and according to Pithani, he searched for a nearby locksmith on Google, traced Rafiq the locksmith. He rang up Rafiq at 1.06 pm, who demanded Rs 2,000 to open the lock with a duplicate key. Sidharth sent him the photo of the door lock and the actor’s address on WhatsApp. Pithani says, he conveyed this to Mitu too. At 1.20 pm, the locksmith came with a helper, and after checking the lock he said that the lock would have to be broken. The lock was broken. Within a few minutes, he broke the lock, collected Rs 2,000 and left with his helper.
According to Pithani, he and Dipesh entered the room which was dark. Dipesh switched on the lights, and Pithani says, he found Sushant hanging from the ceiling fan, with a green cloth tied around his neck. His legs were hanging loose near the bed, he said. Both were shocked on seeing this, Pithani rang up Mitu, told her about the incident, and asked her to come fast. Pithani rang up police on 108 and sought help.
The question now arises: why Pithani went up to loosen the body from the ceiling fan and laid it on the bed, even before the police came or Mitu arrived? Pithani told CBI that a call came from Sushant’s other sister Nitu Singh from Chandigarh, to whom he told about the incident. Pithani says, her husband O.P.Singh, a senior police officer, told him over phone to take down the body from the ceiling immediately and try to revive the actor. Pithani says, Nitu also told him to take down the body. Pithani asked Niraj to bring a kitchen knife, with which he cut the green cloth into pieces and lowered the body from the ceiling.
According to Pithani, the actor’s sister Mitu arrived soon after they laid the body on the bed. She asked whether Sushant was alive. She told them to straighten the body on the bed. Pithani says, he, Dipesh and Niraj straightened the body on the bed, loosened the green cloth tied around the neck and tried to provide CPR to the actor. There was no response of life from Sushant. By that time, Bandra police arrived on the scene, Pithani said.
Siddharth Pithani gave CBI details about how Rhea and Sushant’s sister used to quarrel often, how Sushant used to tell him about leaving acting and work on organic farming, how Sushant used to cry when his sister came to meet him and how Sushant was very much perturbed on hearing about his former manager Disha Salian’s suicide.
We have full details of Pithani’s statement on these points, but because of space constraints, I am unable to narrate all of these in this blog. Millions of Sushant’s fans are still waiting for the results of CBI probe and they are eager to know about the truth behind his mysterious death. I hope CBI will surely deliver, soon.
कांग्रेस के बारे में अरुण जेटली का कथन कैसे अक्षरश: सही साबित हो रहा है
भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता अरुण जेटली ने अपनी मृत्यु से ठीक 18 दिन पहले 6 अगस्त 2019 को अपने फेसबुक पेज पर कांग्रेस के बारे में लिखा था। जेटली ने लिखा था, ‘कांग्रेस पार्टी एक हेडलेस चिकन की तरह है जो देश के लोगों से अब और भी दूर होती जा रही है। नया भारत बदल चुका है। केवल कांग्रेस इस बात को नहीं समझ पा रही है। लगता है कि कांग्रेस का नेतृत्व इस बात को लेकर कृतसंकल्प है कि वह अधोगति की ओर दौड़ में प्रथम आकर रहेगा। ‘
‘आकांक्षाओं से भरे भारतवासियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे विकास चाहते हैं और एक ऐसा नेतृत्व चाहते हैं जो देश को सर्वोपरि मानता हो और जनता के लिए अथक प्रयास भी करता हो।‘ – लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद 23 मई, 2019 को अरुण जेटली ने फेसबुक पर लिखा, ‘एस्पिरेशनल इंडिया राजसी, वंशवादी और जाति आधारित पार्टियों को स्वीकार नहीं करता । यहां नकली मुद्दे काम नहीं करते। अंतिम परिणाम उसी दिशा की ओर इशारा कर रहे हैं जो एग्जिट पोल के नतीजे बता रहें हैं। उन लोगों की जवाबदेही क्या है जिन्होने VVPAT मसले को उछालकर भारत के लोकतंत्र को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम किया? ”
20 मई 2019 को अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘जाति से ऊपर उठकर और अपने परफॉर्मेंस से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली को मतदाताओं के बीच कहीं ज्यादा स्वीकार्यता मिली है। मैं अतीत में कही गयी अपनी इस बात पर ज़ोर देकर फिर से कहना चाहूंगा कि कांग्रेस का ‘प्रथम परिवार’ पार्टी की पुश्तैनी थाती न रह कर गले में लटका पत्थर बनता जा रहा है।’
ये मेरे परम मित्र अरुण जेटली के शब्द थे। हम सबके अजीज अरुण जेटली को अलविदा कहे एक साल पूरा हो गया। पिछले साल जेटली हम सबको छोड़कर इस दुनिया से दूर चले गए। लेकिन करोड़ों लोगों के दिल में वो जैसे पहले रहते थे, वैसे आज भी हैं। मुझे तो आज भी यकीन नहीं होता कि अरूण जेटली अब हमारे बीच नहीं हैं। आज भी कई बार लगता है कि अभी फोन आएगा और दूसरी तरफ से आवाज आएगी…. पंडित जी कहां हो? कितने दिन हो गए….कोई खबर नहीं….क्या कहा जाए….कितना भी याद किया जाए…जाने वाले फिर कहां लौटकर आते हैं। उनके काम…उनकी बातें…उनकी आवाज….रह जाती हैं….जिसे लोग याद करते हैं। लोगों से, दोस्तों से, और यहां तक कि राजनीतिक विरोधियों से भी बर्ताव करने का उनका स्टाइल बिल्कुल अलग था।
अरुण जेटली कांग्रेस के कट्टर विरोधी थे, लेकिन कांग्रेसियों के दुश्मन नहीं थे। वे कांग्रेस के विचार का विरोध करते थे। जेटली ने कांग्रेस के नेताओं को कभी अपना राजनीतिक दुश्मन नहीं माना बल्कि उन्हें अपना राजनीतिक विरोधी मानते रहे। कांग्रेस के कई बड़े-बड़े नेताओं ने कई बार मुझसे कहा कि आज अरुण जी होते तो राजनीति में इतनी कड़वाहट न होती। सब पूछते हैं कि अब अगर बीजेपी में बात करनी हो तो किसके पास जाएं? किससे बात करें? कांग्रेस में ऐसे कई नेता हैं जो अरुण जी के व्यक्तिगत दोस्त थे और उनसे दिल खोलकर बातें करते थे।
अरुण जेटली अक्सर कहते थे कि कांग्रेस अतीत के बोझ से दबी है, इतिहास से सबक नहीं लेती है और इस चक्कर में इतिहास बन जाएगी। सोमवार को कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच जो कुछ भी राजनीतिक ड्रामेबाजी हुई उसे देखकर अरुण जेटली की बातें याद आती हैं। मुझे याद आ रहा है कि मेरे फ्रेंड अरुण जेटली के शब्द कैसे भविष्यवाणी करते थे। इस ब्लॉग के शुरुआत में मैंने उनकी लिखी बातों का उल्लेख किया है जो उन्होंने इस दुनिया से विदा लेने से कुछ दिनों पहले लिखा था।
अरुण जी की पहली पुण्यतिथि के दिन सोमवार को कांग्रेस के अंदर पार्टी अध्यक्ष के मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच जमकर घमासान मचा। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष का पद छोड़ने की पेशकश की लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह, एके एंटनी और अहमद पटेल जैसे सीनियर नेताओं ने उनसे अंतरिम अध्यक्ष पद पर बने रहने और आवश्यक बदलाव लाने का आग्रह किया। इस बैठक में गांधी परिवार के वफादारों ने उन ‘ ग्रुप ऑफ 23′ पर निशाना साधा जिन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर चिट्ठी लिखी थी। गांधी परिवार के वफादारों का कहना था कि इन लोगों ने सोनिया गांधी के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता भी नहीं बरती। राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि उन्हें इस चिट्ठी से काफी दुख पहुंचा। उन्होंने कहा, क्योंकि वह मेरी मां भी हैं और आपने हमला करने के लिए एक कमजोर वक्त को चुना। राहुल का कहना था कि सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती होने के समय ही पार्टी नेतृत्व को लेकर पत्र क्यों भेजा गया था?
अब सवाल उठता है कि उस चिट्ठी में क्या लिखा था जिसे ‘ग्रुप ऑफ 23′, जिसपर जिसमें गुलाम नबी आज़ाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, वीरप्पा मोइली, भूपिंदर सिंह हुड्डा, पृथ्वीराज चव्हाण, शशि थरूर, मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद, और अन्य ने साइन किया था। इन लोगों ने लिखा था कि पार्टी गिरावट की ओर जा रही और तत्काल सुधार की जरूरत है। इस चिट्ठी में फुल टाइम और एक्टिव अध्यक्ष बनाने की मांग की गई। एक ऐसा अध्यक्ष जो क्षेत्र के साथ ही राष्ट्रीय और राज्य पार्टी मुख्यालय स्तर पर भी एक्टिव रहे। पार्टी ऑर्गनाइजेशन में ऊपर से नीचे तक बदलाव की मांग भी की गई। चिट्ठी में CWC समेत सभी स्तरों पर पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने और पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए कई योजनाएं बनाने की भी मांग की गई।
पार्टी के लिए नए पूर्णकालिक और हमेशा उपलब्ध रहनेवाले अध्यक्ष के चुनाव की मांग एक तरह से राहुल गांधी के नेतृत्व के लिए खुल्लमखुल्ला चुनौती थी । लेकिन ‘ग्रुप ऑफ 23′ की इस मांग को खारिज करके पार्टी आला कमान ने गांधी परिवार के खिलाफ बगावत को पनपने से पहले की कुचल कर रख दिया।
कांग्रेस कार्यसमिति ने सात घंटे तक इस मुद्दे पर चर्चा करने के बाद अंतत: एक कड़े संदेश के साथ सोनिया-राहुल के नेतृत्व के साये में चलने का फैसला किया। कार्यसमिति का स्पष्ट संदेश था-‘किसी को भी पार्टी और उसके नेतृत्व को कमजोर करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जब तक नए अध्यक्ष का फैसला नहीं हो जाता तब तक सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी।‘ सोनिया गांधी ने भी अपने समापन भाषण में कहा- चिट्ठी लिखने वालों के प्रति उनके हृदय में कोई बैर भाव नहीं है। ‘मैं आहत हूं, लेकिन वे मेरे सहकर्मी हैं, बातें बीत गईं, हमें साथ मिलकर काम करना है।’
कार्यसमिति की बैठक में डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा लाए गए प्रस्ताव में कहा गया, ‘ CWC ने सर्वसम्मति से सोनिया गांधी और राहुल गांधी के हाथों को हर संभव तरीके से मजबूत बनाने का संकल्प लिया है।’ पार्टी ने अगले 6 महीने में AICC का सत्र बुलाकर नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होने तक सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाए रखने का फैसला किया।
जिस समय कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक चल रही थी उसी समय सोशल मीडिया पर भी यह मामला गर्माया हुआ था। जैसे ही राहुल द्वारा ‘बीजेपी से मिलीभगत’ करने के आरोपों की खबरें सामने आईं उसके तुरंत बाद कपिल सिब्बल ने विरोध में ट्वीट किया और शाम को गुलाम नबी आजाद की प्रतिक्रिया भी सामने आई। यह कहा गया कि अगर राहुल ‘बीजेपी के साथ उनकी मिलीभगत’ साबित कर दें तो वे पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे। गुलाम नबी आजाद ने तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही CWC की मीटिंग में ये बात कही, लेकिन कपिल सिब्बल ने यही बात जमाने के सामने कह दी और सीधे-सीधे राहुल गांधी का नाम लेकर कही। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा ‘राजस्थान हाईकोर्ट में कांग्रेस पार्टी को सफलतापूर्वक डिफेंड किया’। मणिपुर में बीजेपी सरकार गिराने में पार्टी का बचाव किया। पिछले 30 साल में किसी मुद्दे पर बीजेपी के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया लेकिन फिर भी हम ‘बीजेपी के साथ मिलीभगत कर रहे हैं?’ इसके बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने तुरंत ट्वीट करके कहा कि राहुल ने ऐसी कोई बात नहीं कही लेकिन ये जरूरी है कि पार्टी में सब मिलकर चलें, मिलकर बीजेपी से लड़ें। इसके बाद कपिल सिब्बल ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि राहुल गांधी ने खुद उन्हें बताया कि उन्होंने वो बात कभी नहीं कही, जो कही जा रही है। इसलिए मैं अपना ट्वीट वापस ले रहा हूं।
हालांकि बाद में गुलाम नबी आजाद ने पूरे मामले में अपनी तरफ से सफाई दी। आजाद ने कहा, ‘मीडिया में कहा जा रहा है कि CWC की मीटिंग में मैंने राहुल गांधी से कहा कि वो साबित करें कि जो पत्र हमने लिखा…वो बीजेपी की सांठगांठ से लिखा है। मैं साफ करना चाहता हूं कि राहुल गांधी ने न CWC की मीटिंग में और न ही बाहर ये कहा कि यह पत्र बीजेपी के इशारे पर लिखा गया है। कांग्रेस के कुछ लोगों ने कल लिखा था कि हम बीजेपी के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं। यह बात उस संदर्भ में कही गई और मैंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि CWC के बाहर हमारे कुछ सहयोगी इतना तक कह गए कि पत्र बीजेपी के इशारे पर भेजा गया था। ”
गुलाम नबी आजाद कोई आज के नेता नहीं हैं। इंदिरा गांधी की सरकार में मंत्री थे, राजीव गांधी की सरकार, नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे। कांग्रेस को देखने और समझने का उनको बहुत अनुभव है। मुझे ये कहने में कोई संकोच नहीं है कि राहुल गांधी उम्र और अनुभव में गुलाम नबी आजाद के सामने बच्चे हैं। कांग्रेस को जानने-समझने में और हर लिहाज से गुलाम नबी आजाद राहुल गांधी से मीलों आगे हैं।
गुलाम नबी आजाद आमतौर पर बहुत संभल कर बोलते हैं। कोई बात कहने से पहले कई बार सोचते हैं। इसलिए अगर गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी और पार्टी की भावना से अवगत कराया तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। अगर सोनिया गांधी कुछ कहती हैं तो समझा जा सकता है, लेकिन अगर राहुल गांधी चिट्ठी लिखने के लिए गुलाम नबी आजाद पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाएंगे, तो ये बात किसी के गले नहीं उतरेगी। गुलाम नबी आजाद की डिग्निटी और उनकी कमिटमेंट पर शक नहीं किया जा सकता। गुलाम नबी आजाद की तारीफ करनी पड़ेगी कि इतना सबकुछ होने के बाद भी उन्होंने सार्वजनिक तौर पर पार्टी के झगड़े को छुपाने की कोशिश की। ये उनका बड़प्पन है।
एक साल में कांग्रेस नया अध्यक्ष नहीं खोज पाई। हालत ऐसी है कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता अब राहुल गांधी की सरपरस्ती में काम करने को तैयार नहीं हैं। उनका साफ-साफ कहना है कि बहुत हो गया अब और एक्सपेरीमेंट नहीं चलेंगे। या तो सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष के तौर पर बने रहें या फिर चुनाव के जरिए नया अध्यक्ष चुना जाए। क्योंकि अंतरिम व्यवस्था से पार्टी को नुकसान हो रहा है। हालांकि इन लोगों की आवाज सोमवार को उस वक्त दब गई जब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ तीन मुख्यमंत्रियों कैप्टन अमरिंदर सिंह, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने खुलेआम मांग की कि पार्टी का नेतृत्व राहुल गांधी को सौंप दिया जाए।
सोमवार को दिन भर चले ड्रामे से एक बात सामने आई कि कांग्रेस के सीनियर और अनुभवी नेताओं को राहुल गांधी की कार्यशैली को लेकर शिकायत है। यह बात अब छिपी नहीं रह गई है। क्योंकि पिछले कई महीनों से और आज भी कांग्रेस के नेता सार्वजनिक रूप से इस बात को बोलने से डरते हैं।
आज भी कितने सारे कांग्रेस के नेता हैं जो कैमरे के बाहर कहते हैं कि राहुल के साथ काम करने में वे अंदर ही अंदर घुटन महसूस कर रहे हैं लेकिन ऊपर से उन्हें कहना पड़ता है कि राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी का अध्यक्ष बन जाना चाहिए। उन्हें कहना पड़ता है कि सोनिया और राहुल गांधी के अलावा पार्टी को कई बचा नहीं सकता। जबकि मन में वो जानते हैं कि ये ठीक नहीं है। जिन 23 बड़े-बड़े नेताओं ने चिट्ठी लिखकर कह दिया कि पार्टी को निर्णायक नेतृत्व की जरुरत है, क्योंकि इन नेताओं को लगता है जिस तरह से राहुल गांधी नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हैं, आधा सच आधा झूठ बोलते हैं, उससे कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। लेकिन राहुल गांधी को किसी पर भरोसा नही है। उन्होंने कह दिया कि ये चिट्ठी बीजेपी के इशारे पर लिखी गई है।
पिछली CWC की मीटिंग में राहुल गांधी ने ये कह दिया कि पार्टी के कुछ नेता डरपोक हैं और वे नरेंद्र मोदी की आलोचना करने से डरते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि वो अकेले ऐसे हैं जो नरेन्द्र मोदी से नहीं डरते। इस बात ने भी कांग्रेस के नेताओं को अंदर तक चोट पहुंचाई थी और इसके बाद ही पानी सिर से ऊपर हुआ। पिछली बार तो कांग्रेस के नेता कुछ नहीं बोले थे लेकिन इस बार कपिल सिब्बल ने करारा जवाब दिया। उन्होंने राहुल गांधी को गिनवा दिया कि उन्होंने कब -कब और कहां- कहां स्टैंड लिया है बीजेपी के खिलाफ। गुलाम नबी आजाद ने भी बीजेपी वाली बात पर नाराजगी जताई। ये अलग बात है कि राहुल गांधी ने इन नेताओं को फोन करके सफाई दी तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। आज किसी तरह बगावत की आग को ठंडा कर दिया गया। लेकिन मुझे लगता है कि इस गर्म राख के नीचे अभी चिंगारियां दबी हुई हैं।
How Arun Jaitley’s words about Congress proved to be prophetic
“Congress Party, as a ‘headless chicken’, is further consolidating its alienation from the people of India. The New India has changed. Only the Congress does not realise this. The Congress leadership is determined to succeed in its race to the bottom”. – Arun Jaitley in Facebook on August 6, 2019, 18 days before his death.
“Aspirational India has proved it once again that India wants growth and a leadership that believes in country first & acts tirelessly for the people.
….Aspirational India does not accept Royalties, Dynasties and caste based parties. Fake issue don’t work. The final results point in the same direction as the exit polls. What is the accountability of those who were bringing a bad name to India’s democracy both domestically and internationally by raking up the VVPAT issue?” – Arun Jaitley in Facebook on May 23 ,2019 after the general election results were out.
“Prime Minister’s style of rising above caste & concentrating on performance related issues received far more acceptability with the electorate. I re-assert my earlier hypothesis that in the Congress the first family is no longer an asset but an albatross around neck of the Party.”- Arun Jaitley in Facebook on May 20, 2019
These were prophetic words by my friend, philosopher and guide Arun Jaitley, who passed away exactly one year ago. Even after a year, I find it difficult to reconcile with the fact that he has ceased to exist physically among us. His words still resonate in the ears of all those who were close to him. His personal style of dealing with people, friends and even political adversaries.
Yes, even political adversaries. Jaitley never considered the Congress leaders as his political enemies, he considered them only as political adversaries. He was always ready to offer sound advice even to his adversaries.
Jaitley used to say that the Congress party is burdened with its own past, it is unwilling to learn from history, and in the process, it is gradually fading into history. The drama that was enacted among the top leaders of Congress party on Monday, made me remember how my friend Jaitley’s words were prophetic. I have quoted some of his writings at the top of this blog, written days and weeks before he undertook his final journey.
On the day of Arun Ji’s first death anniversary, the top leadership of the Congress on Monday was witness to an unseemly tussle over the leadership issue. At the Congress working committee meeting, Sonia Gandhi offered to step down as interim president, but senior leaders like Dr Manmohan Singh, A K Antony and Ahmed Patel, urged her to continue as interim chief and bring about necessary changes. At the meeting, Gandhi family loyalists attacked the signatories to the letter from ‘Group of 23’ for being insensitive about Sonia Gandhi’s health. Rahul Gandhi said at the meeting that he was pained by the letter, “because she is also my mother and you chose to attack her at this weak moment.”
What was the letter that the ‘group of 23’ including Ghulam Nabi Azad, Anand Sharma, Kapil Sibal, Veerappa Moily, Bhupinder Singh Hooda, Prithviraj Chavan, Shashi Tharoor, Mukul Wasnik, Jitin Prasada, and others had written? They had written that the party was now in a state of drift and decline and there was need for urgent correctives. They called for the election of a “full-time, visible and effective” leadership active in the field and available at national and state party headquarters. The signatories also called for elections at all levels, including CWC, in a transparent manner.
Calling for the party to elect a new “full-time, visible” president amounted to mounting a challenge to Rahul Gandhi’s leadership. Expectedly, the party high command crushed this show of dissent against the Gandhi family on Monday, by rallying around Sonia and Rahul, and rejected the demand for change put forward by the group of 23.
The working committee that discussed the issue for seven hours ultimately decided to continue with the Sonia-Rahul leadership with a stern message that “no one will be permitted to undermine or weaken the party and its leadership at this juncture.” In her closing remarks, Sonia Gandhi said she held no “ill-will” towards the letter writers. “I am hurt, but they are my colleagues, bygones are bygones, let us work together.”
The working committee resolution moved by Dr Manmohan Singh, said, “The CWC…unanimously resolved to strengthen the hands of Sonia Gandhi and Rahul Gandhi in every possible way”. The party decided to continue with Sonia Gandhi as interim president till an AICC session was called in six months, to launch the search for a new party chief.
As the working committee meeting was on, there was fireworks going on in the social media, when reports of Rahul accusing the dissenters of “colluding with BJP” surfaced and were followed by another alleging that Ghulam Nabi Aad has offered to resign if Rahul could “prove his involvement with BJP”. Senior leader Kapil Sibal, posted an angry tweet on Twitter but later withdrew saying that Rahul personally told him he never made such a remark.
Gulam Nabi Azad later said, “let me make it very clear that Rahul Gandhi at no point of time has said, either outside or in the CWC meeting, that the letter was written at the instance, or at the behest or in collusion with the BJP. Some Congress persons wrote yesterday that we are doing this at the behest of BJP. It is in that reference that I said that it is most unfortunate that some of our colleagues outside the CWC had gone to the extent of saying that the letter was sent at the behest of BJP.”
Ghulam Nabi Azad is not a new generation leader. He has worked as minister under Indira Gandhi, Rajiv Gandhi, Narasimha Rao and Dr. Manmohan Singh. He has a vast experience about party matters. I have no hesitation in saying that Rahul Gandhi stands nowhere in comparison with Azad in terms of experience. Azad is leagues ahead compared to Rahul as far as managing a party is concerned.
Azad is always careful when he speaks. He thinks several times before opening his mouth. If Azad, along with others, writes a letter to Sonia Gandhi, it means he is trying to convey the sentiments of his partymen after careful consideration. There is nothing wrong in it. One could have understood if Sonia Gandhi had reacted, but for Rahul to make a remark about “collusion with BJP” may not be palatable to a diehard Congressman. Even after being named by leaders from Rahul camp, Azad maintained his dignity and refused to join issue with them in public.
It is distressing when I find that the Congress as a party has failed to find a president for the last one year, and the situation has come to such a pass that senior party leaders are unwilling to work under Rahul Gandhi as party chief. Their words are blunt and clear: enough is enough, no more experiments. They are saying, either Sonia Gandhi agree to work as party president, or let the party elect its new president, because the interim process is hurting the party. These dissenters were however outnumbered on Monday, when three chief ministers Capt Amarinder Singh, Ashok Gehlot and Bhupesh Baghel, along with former CM Kamal Nath openly demanded that the party leadership be handed over to Rahul Gandhi.
One thing that emerges from Monday’s daylong drama is that senior, experienced Congress leaders have complaints about Rahul’s style of working. This has been evident not now, but for the last several months and yet the leaders are afraid of speaking out in public.
I know several Congress leaders who told me privately that they feel suffocated working with Rahul, but in public they have to express loyalty to his leadership. Their sense of desperation show when 23 of them jointly write a letter to the party chief. They feel that when Rahul makes personal attacks on Prime Minister Narendra Modi, mixing truth with falsehood, it harms the party in the long run. But that does not matter the least to Rahul Gandhi. He immediately remarked that the letter was written at the behest of BJP.
At the last CWC meeting, Rahul had obliquely remarked that some of the Congress leaders were afraid to criticize Modi, and he was the only one who was not “scared of Modi”. This loose remark had deeply hurt many Congress leaders at that time, but none of them spoke out. This time, Kapil Sibal was furious and he immediately tweeted to remind how he defended the party in the past, both in public and in courts. Ghulam Nabi Azad also expressed his displeasure over the ‘collusion’ charge. It is a different matter that Rahul personally phoned these leaders and tried to calm them.
Looking at the issue in perspective, I believe this is only a temporary ceasefire, because the embers are still glowing beneath the ashes.
सुशांत केस के चश्मदीदों ने जवाबों से ज्यादा सवाल खड़े कर दिए हैं
ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के रहस्य की जांच करने वाले CBI अफसर पहले दिन से ही तेजी से काम करना शुरू कर चुके हैं। उन्होंने इस मामले की अलग-अलग ऐंगल से जांच करने के लिए शुक्रवार को खुद को 5 टीमों में बांटा। पहली टीम ने संदिग्धों से पूछताछ करने का काम शुरू कर दिया है, दूसरी टीम सभी सबूतों और दस्तावेजों की जांच करने में लगी है, तीसरी टीम का काम सबसे अहम है- यह पता लगाना कि क्या इसमें किसी तरह का फाउल प्ले या कवर अप हुआ है, चौथी टीम सुशांत के घर जाकर क्राइम सीन को रीक्रिएट करेगी, और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की पांचवी टीम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट की जांच करेगी। साथ ही यह टीम एक डमी टेस्ट भी कर सकती है।
पहली टीम उन 4 चश्मदीदों से पूछताछ करेगी जो सुशांत के बेडरूम का दरवाजा तोड़े जाने के वक्त वहां मौजूद थे। ये 4 चश्मदीद हैं- नीरज कुमार, दीपेश सावंत, केशव और सिद्धार्थ पिठानी। इनमें से पहले 3 सुशांत के घरेलू नौकर थे जबकि पिठानी उनका क्रिएटिव मैनेजर था। नीरज वह पहला शख्स है जिससे CBI ने शुक्रवार को पूछताछ की। उससे सुशांत के साथ हुई उनकी आखिरी बातचीत के बारे में पूछा गया जैसे कि अभिनेता ने आखिरी बार क्या खाया या पिया, दरवाजा खोलने की कोशिश किसने की, चाभी वाले को किसने बुलाया, पुलिस को सूचना किसने दी और दरवाजा खुलने पर उसने क्या देखा।
इंडिया टीवी के रिपोर्टर सचिन चौधरी ने ताला तोड़ने वाले रफीक से बात की, जिसने कहा कि उसे दोपहर करीब 1 बजे एक फोन आया था कि एक बेडरूम का ताला खोलना है। जब वह वहां गया, तो उसने कमरे के बाहर 3-4 लोगों को खड़े देखा। रफीक ने उन्हें बताया कि यह एक कंप्यूटराइज्ड लॉक है और इसे खोलने में कम से कम एक घंटा लगेगा। ‘वे लोग जल्दी में थे और उन्होंने मुझसे हथौड़े से ताला तोड़ने को कहा।’ रफीक ने कहा कि जवब वह ताला तोड़ रहा था, तो वे लोग यह सुनने की कोशिश कर रहे थे कि कमरे से कोई आवाज आ रही है या नहीं। उन्होंने उससे कहा कि अगर कमरे के अंदर सोया शख्स जाग जाता है तो वह ताले को तोड़ना बंद कर दे।
रफीक ने कहा कि जैसे ही उसने ताला तोड़ा, वहां मौजूद लोगों ने उससे अपने औजार समेटकर चले जाने को कहा। उसे कमरे के अंदर झांकने की इजाजत नहीं दी गई। रफीक ने कहा कि उसने तुरंत अपने औजार समेटे और वहां से चला गया। उसने कहा कि उसे एक घंटे के बाद मुंबई पुलिस का फोन आया जिन्होंने उसे अपने दफ्तर आने के लिए कहा। रफीक ने इंडिया टीवी से कहा, ‘मैं छठी मंजिल पर गया जहां ढेर सारे पुलिसवाले मौजूद थे। इसके बाद मुझे पता चला कि ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत हो गई है। उसने कहा, ‘जब मैं पहली बार फ्लैट में गया था तो मैंने वहां सुशांत की बहन को नहीं देखा था, लेकिन बाद में जब पुलिस मुझे फ्लैट में ले गई, तो वहां पर उनकी बहन मौजूद थीं।’ रफीक ने जोर देकर कहा कि उन्हें कमरे के अंदर देखने नहीं दिया गया था। उसने बताया, ‘पुलिस ने मुझे दो-तीन बार फोन किया, और मैंने उन्हें वही बात बताई। मुझे कमरे के अंदर कुछ भी देखने की इजाजत नहीं थी।’
सुशांत के परिजन 2 जायज सवाल उठा रहे हैं: दरवाजे का ताला टूटते ही चाभी वाले को वहां से क्यों भेज दिया गया? जब चाभी वाले को बुलाया गया तो सुशांत की बहन को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गई? सीबीआई को इन सवालों के जवाब तलाशने होंगे। CBI ने शुक्रवार को सुशांत के नौकर नीरज से पूछताछ की। इंडिया टीवी की रिपोर्टर प्रिया ने बाद में नीरज से पूछा कि उसने CBI अधिकारियों को क्या बताया।
नीरज ने कहा, ‘बॉस सुबह 6 बजे उठे थे, अच्छे मूड में थे, और वह छत पर टहले भी थे। मैंने उन्हें एक गिलास ठंडा पानी दिया। सर ने मुझसे पूछा कि क्या सब कुछ ठीक है। मैंने कहा, हां। वह खुशदिल लग रहे थे। फिर वह अपने बेडरूम में चले गए। सर के साथ यह मेरी आखिरी मुलाकात थी और मैं नीचे चला गया। कुक ने उनसे पूछा था कि वह नाश्ते के लिए क्या पसंद करेंगे। बॉस ने एक गिलास नारियल पानी और अनार का जूस लाने को कहा। शेफ ने उनके कमरे के अंदर जाकर ये चीजें दीं और वहां से चला गया। सुबह करीब 10.30 बजे शेफ ग्लास लेने के लिए गया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। जब सर घर पर होते थे तो आमतौर पर हम ही दरवाजा खोलते थे, लेकिन उस दिन दरवाजा अंदर से बंद था।’
नीरज ने आगे कहा, ‘हमने सोचा कि सर सो रहे होंगे, और हम उन्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहते थे। सिद्धार्थ ने, जो कि उस वक्त नीचे थे, सर को 2 बार कॉल किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उन्होंने सर की बहन को फोन किया, जिन्होंने सिद्धार्थ से कहा कि वह सर को फोन करेंगी और यदि उन्होंने फिर भी फोन नहीं उठाया तो वह आ जाएंगी। उन्होंने सिद्धार्थ से किसी भी तरह दरवाजा खोलने के लिए कहा।’ नीरज के मुताबिक, CBI ने उनसे पूछा कि उन्होंने डुप्लीकेट चाभी से दरवाजा क्यों नहीं खोला। नीरज ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि हमने चाभी खोजने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे और फिर चाभी वाले को बुलाने का फैसला किया गया। चाभी वाला आया और उसने कहा कि ताला तोड़ने में सिर्फ 5 मिनट लगेंगे जबकि इसे चाभी से खोलने में कम से कम एक घंटा लग जाएगा। हमने उसे ताला तोड़ने के लिए कहा। जैसे ही ताला टूटा, हमने चाभी वाले से दरवाजा खुलने से पहले ही जाने के लिए कह दिया। इसके बाद हम अंदर दाखिल हुए।
नीरज ने कहा, ‘सबसे पहले सिद्धार्थ अंदर गए, उनके बाद दीपेश और सबसे बाद में मैं। केशव चाभी वाले को नीचे छोड़ने गया था। सुशांत की बॉडी देखकर सिद्धार्थ बुरी तरह घबरा गए और कमरे से बाहर निकल गए। हम भी यह सब देखकर स्तब्ध रह गए। हमारे दिमाग ने प्रैक्टिकली काम करना बंद कर दिया था। सर सीलिंग फैन से लटक रहे थे।’ यह तो वक्त ही बताएगा कि CBI नीरज के बयान पर किस हद तक भरोसा करती है। नीरज ने इंडिया टीवी से कहा, ‘रिया मैम घर का खर्च देख रही थीं क्योंकि वह सर के करीब थीं। रिया मैम हमें सर से ज्यादा ऑर्डर देती थीं। ज्यादातर कैश वही संभालती थीं। व्यावहारिक तौर पर वह हमारी मालकिन थीं। मैम ही सर को दवाएं देती थीं, हमने उन्हें कभी भी दवाई नहीं दीं। सर जब यूरोप गए थे तो ठीक थे, लेकिन वहां से वापस आने के बाद वह बीमार लग रहे थे।’
नीरज ने आगे कहा, ‘8 जून को लंच तैयार था, लेकिन रिया ने मुझे उनका सामान पैक करने के लिए कहा। मैंने 2 सूटकेस में उनके सामान पैक किए। उस दिन सर ने दोपहर का खाना खाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि उनका मूड ठीक नहीं है।’ नीरज ने यह भी कहा कि सुशांत ने उससे एक बार पूछा था कि क्या उसे फ्लैट के अंदर अजीब-सी आवाजें सुनाई देती हैं। इस पर उसने कहा था, हां, उसने भी कुछ अजीब आवाजें सुनी हैं। सुशांत ने तब उससे कहा कि वह अपने फार्महाउस में पूजा करवाएंगे।
CBI ने अब तक सुशांत के 3 सेलफोन, उनके लैपटॉप और उस मग को अपने कब्जे में ले लिया है जिसमें उन्होंने उस सुबह जूस पिया था। इसके अलावा सुशांत के कमरे की बेडशीट, कंबल और 13 एवं 14 जून के CCTV फुटेज भी CBI ने अपने कब्जे में लिए हैं। CBI अधिकारी सुशांत के फ्लैट पर जल्द ही क्राइम सीन को भी रीक्रिएट करेंगे। CBI सुशांत का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों से भी पूछेगी कि विसरा रिपोर्ट में सुशांत के पेट में जूस की मौजूदगी क्यों नहीं दर्ज की गई, जबकि उनके नौकरों ने बताया कि उन्होंने उस सुबह एक ग्लास जूस लिया था। CBI को यह भी पता लगाना होगा कि ताला टूटते ही चाभी वाले को वहां से जाने के लिए क्यों कहा गया।
अभी तक सामने आए सभी बयान और सबूत यही इशारा कर रहे हैं कि सुशांत किसी फाइनेंशियल या प्रोफेशनल दिक्कत का सामना नहीं कर रहे थे, वह लोकप्रिय भी थे और पेशेवर तौर पर सफल भी, उनकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी, और नेपोटिज्म की बात में भी कोई दम नहीं निकला। ऐसे में सवाल उठता है कि सुशांत की मौत के पीछे की वजह क्या थी? CBI को इन सभी सवालों के जवाब ठोस सबूतों के साथ देने होंगे, और यह कोई आसान काम नहीं है।
Sushant’s death: Eyewitnesses’ raise more questions than answer
CBI sleuths investigating actor Sushant Singh Rajput’s death mystery have gone into a fast mode right from Day One. On Friday, they divided themselves into five teams to tackle the case from different angles. The first team has begun work on questioning the suspects, the second team is busy examining all evidences and documents, the third one is handling the most vital one – exploring whether there was foul play or cover-up, the fourth team will go to Sushant’s apartment to recreate the scene at the time of his death, and the fifth team consisting of forensic experts is examining post mortem report, viscera report and may carry out a dummy test.
The first team will complete questioning of four eyewitnesses who were the only one who were present when the door of Sushant’s bedroom was broken – Niraj Kumar, Dipesh Sawant, Keshab and Siddharth Pithani. The first three are domestic helps and Pithani was Sushant’s creative manager staying with him.
Niraj was the first person who was questioned by CBI on Friday. He was asked about his last conversation with the actor, what the actor ate or drank for the last time, who tried to open the door, who called the locksmith, who informed the police and what he saw when the door was forced open.
India TV reporter Sachin Chaudhary spoke to the locksmith Rafiq, who said, he got a call at around 1 pm to come and open a bedroom lock. When he went there, he saw three or four persons present outside the room. Rafiq told them that it was a computerized lock and it would take at least an hour to open. “There were in a hurry and asked me to break open the lock with a hammer”. While hammering the lock, Rafiq said, the persons were trying to listen whether any sound was emanating from inside the room. They told him that if the person wakes up, he should stop breaking the lock.
Rafiq said, the moment he broke open the lock, the others told him to pack up his tools and leave. He was not allowed to peep inside. Rafiq said, he immediately picked up his tools and left. The locksmith said, he got a call from Mumbai police after an hour asking him to come to their office.
‘I went to the sixth floor and saw a lot of policemen there. It was then that I came to know that actor Sushant Singh Rajput has died’, he told India TV. ‘When I went to the flat the first time, I did not notice Sushant’s sister, but later when police took me to the flat, I saw the actor’s sister’, he added.
The locksmith emphatically said that he was not allowed to see the scene inside the room. “Police called me twice or thrice, and I told them the same thing. I was not allowed to see anything inside the room.”
Sushant’s family members are raising two valid questions: Why was the locksmith shooed out the moment the door lock was broken? Why was Sushant’s sister not informed when the locksmith was called? CBI will have to find out the answers.
Sushant’s help Neeraj was the first to be questioned by CBI on Friday. India TV reporter Priya later asked Neeraj what he told the CBI sleuths.
“Boss woke up early at 6, he was in a happy mood, and walked on the terrace. I gave him a glass of cold water. Sir asked me whether everything was fine. I said, yes. He was in a happy mood. He went to his bedroom. That was my last meeting with Sir and I went downstairs.
“The cook asked what he would like to have for breakfast. Boss asked a glass of coconut water and pomegranate juice. The chef served him inside the room and left. At around 10.30 am, the chef went to collect the glasses, but the door was locked from inside. We normally opened the handle ourselves when Sir was at home, but on that day, the door was locked from inside.
“We though Sir might be sleeping, we did not want to disturb him. Twenty minutes later, Siddharth, who was downstairs, rang up Sir two times on his phone, but he did not pick up. He then rang up Sir’s sister, who told him she would ring him up, and if he did not take the call, she would come over. She also told Sidharth to open the door anyhow.”
According to Neeraj, CBI official asked him why they did not open the door with a duplicate key.
Neeraj said, “I told them we tried to find the key, but could not, and then it was decided to call a locksmith. The locksmith came and said, the lock can be broke open within five minutes, but it would take at least an hour to open the lock with a key. We asked him to break upon the lock. The moment the lock was broke open, we told the locksmith to leave even before the door was opened. And then we entered.
”Siddharth was the first to enter, followed by Dipesh, and I was the last. Keshav had gone to see off the locksmith downstairs. Siddharth was horrified on seeing Sushant’s body, and rushed out. We also saw and we went numb. Our minds practically stopped working. Sir was hanging from the ceiling fan.“
Time will tell to what extent CBI will trust Neeraj’s statement.
Neeraj also told India TV: “Rhea Ma’am was looking after the household expenses, because she was close to Sir. Rhea Ma’am was giving us orders more than Sir. She was handling most of the cash. She was practically the ‘maalkin’ (owner) for us…..Ma’am used to give medicines to Sir, we never gave medicines. Sir was well when he had gone to Europe, but after his return he seemed to be unwell.”
Neeraj also said, “on June 8, lunch was ready, but Rhea asked him to pack up her belongings. He packed two suitcases for her. That day, Sir refused to have lunch, saying he was not in a good mood.” Neeraj also said, Sushant once asked him whether he heard strange voices inside the flat. He told him, yes, he has also hear some strange voices. Sushant then told him, that he would got a pooja done at his farmhouse.
CBI has till now taken possession of three of Sushant’s cellphones, his laptop, the mug in which he drank juice on that fateful morning, bedsheet and blanket from the scene and CCTV footages of June 13 and 14. CBI sleuths will be reconstructing the scene at the flat soon. CBI will also have to ask doctors who conducted the post mortem why presence of pomegranate juice was not shown in the viscera report, when the helps are saying that Sushant had a glass of juice.
CBI will also have to find out why the locksmith was hurriedly asked to leave the moment the door lock was broken. All the statements and evidences collected so far point out towards the fact that Sushant was no facing any financial or professional crisis, he was popular and professionally successful, he had no enmity whatsoever with anybody, and the nepotism angle that was thrown in now appears to be baseless.
Then what was the reason behind Sushant’s death? CBI will have to find a logical answer supported by concrete circumstantial evidence. This does not appear to be an easy job at this moment.