सोमवार को जिस अंदाज में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प3धानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की, वह राहुल गांधी को बिल्कुल पसंद नहीं आएगा. उमर अब्दुल्ला की पार्टी नैशनल कांफ्रेंस अभी भी INDIA गठबंधन में है, हालांकि विरोधी दलों के कई नेता कह रहे हैं कि ये गठबंधन सिर्फ और सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था.
मौका था, सोनमर्ग तक 8,500 फीट की ऊंचाई पर जुड़ने वाली 6.5 किलोमीटर लंबी टनल का उद्घाटन, जिसमें उमर अब्दुल्ला मोदी के स्वागत में भाषण दे रहे थे. गांदरबल में हुई रैली में उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ की. उमर ने कहा ने कश्मीर के साथ मोदी का पुराना नाता है, मोदी ने जम्मू कश्मीर के लोगों से जो भी वादे किए, उन्हें पूरा किया. मोदी ने पिछले साल जून में कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने का वादा किया था, और 4 महीने के अंदर चुनाव करा दिया. ये चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हुआ और इसमें कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं हुआ. अब प्रधानमंत्री अपना तीसरा वादा जल्द पूरा करें, वो है, जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा वापस देने का वादा.
जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हर काम का एक वक़्त होता है और सही समय पर ये वादा भी पूरा करेंगे. मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है, ये मिलकर काम करने का नतीजा है. जम्मू में रेलवे डिवीज़न बन गया, सोनमर्ग टनल बन गई, ज़ोज़ीला टनल का काम तेजी से चल रहा है, चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे सबसे ऊंचा पुल बन गया. कश्मीर में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सिनेमा हॉल, होटल और स्टेडियम बन रहे हैं, कश्मीर की आबोहवा में रौनक फिर लौट रही है. मोदी ने कहा कि उन्होंने जो वादा किय़ा वो पूरा हुआ, जिस परियोजना का शिलान्यास किया, उसका उद्घाटन भी किया.
मोदी ने कहा कि कश्मीर में बदलाव का श्रेय कश्मीर को लोगों को मिलना चाहिए क्योंकि कश्मीर की जनता ने आतंकवाद को ख़ारिज किया और लोकतंत्र का साथ दिया. मोदी ने कहा कि कश्मीर भारत का ताज है और वो चाहते हैं कि ये मुकुट और चमके.
उमर अब्दुल्ला ने जो कहा, वह शतप्रतिशत सही है. पिछले पांच साल में जम्मू कश्मीर के हालात तेजी से बदले हैं. कश्मीर में 40 साल बाद लोगों ने मल्टीप्लैक्स में जाकर फिल्म देखी, अस्पताल बने, गांव-गांव तक सड़के पहुंची, स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज बनी, कनैक्टिविटी के लिए हाईवै बन रहे हैं, टनल्स बन रही है, आम लोगों के जीवन पर इन सबका सीधा असर होता है, सिस्टम के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ता है. इसीलिए इस बार के चुनाव में जम्मू कश्मीर के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, रिकॉर्ड वोटिंग हुई.
उमर अब्दुल्ला की सरकार केन्द्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है. इसका असर ज़मीन पर दिख रहा है. वैसे जम्मू कश्मीर भी दिल्ली की तरह केन्द्र शासित प्रदेश है. उमर अब्दुल्ला को भी उतने ही अधिकार है जितने दिल्ली के सीएम के पास. लेकिन अरविंद केजरीवाल दस साल से मोदी को सिर्फ गाली दे रहे हैं. LG ने भी केजरीवाल के काम अटकाये. इस टकराव का खामियाजा दिल्ली वालों को भुगतना पड़ा.