पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने शनिवार को पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी की परेड में एक बार फिर हिन्दू-मुसलमान two nation theory का राग अलापा और कहा कि यही थ्योरी पाकिस्तान के वजूद का कारण है. जनरल ने कहा, अगर भारत हमला करता है तो पाकिस्तान उनका जवाब देगा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ भी वहीं मौजूद थे, उन्होने भी ये बात कही. पाकिस्तानी के डिप्टी पीएम इसहाक डार ने दो दिन पहले कहा कि अगर भारत ने हमला किया तो पाकिस्तान जवाब देने की ताकत रखता है, क्योंकि उनके पास एटम बम और मिसाइलें हैं. पाकिस्तानियों की युद्ध गर्जन अपनी जगह है, लेकिन इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि पाकिस्तान न तो भारत से कोई कंवेंशनल युद्ध जीत सकता है, और न ही भारत एटम बम की धमकियों से डरता है. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने शो में जब मैंने पाकिस्तान के एटम बम के बारे में पूछा था तो उन्होंने मज़ाक में कहा था कि मैं वहां जाकर चेक कर आया हूं, उसमें कुछ नहीं है. पाकिस्तान सिर्फ..एक काम कर सकता है, झूठ के बाजार में अपना माल बेच सकता है. आजकल सोशल मीडिया के जमाने में ये करना आसान है. जैसे एक शख्स का वीडियो पाकिस्तान ने वायरल किया है जो दावा कर रहा है कि वो इंडियन आर्मी का अफसर है और वो पहलगाम हमले के लिए इंडियन आर्मी को जिम्मेदार बताता है. ये आदमी पाकिस्तान की प्रोपेगैंडा मशीन का औज़ार है. इसका भारत से या भारत की फौज से कोई लेना देना नहीं है. इसकी सारी बातें फर्जी हैं. इसी तरह से एक नैरेटिव ये फैलाया गया कि जिस जगह आतंकवादी हमला हुआ, वहां से कुछ दिन पहले CRPF को हटाया गया और एक बड़े अफसर के कहने पर हटाया गया. ये भी सफेद झूठ है. कल पाकिस्तान ने एक लिस्ट जारी की थी जिसमें कहा था कि इंडियन मीडिया पहलगाम हमले में मरने वालों का मजहब छुपा रहा है. पाकिस्तान ने दावा किया था कि मरने वालों में 15 मुसलमान थे. ये कितना बड़ा झूठ है, बताने की जरूरत नहीं. ये महज़ कुछ मिसालें हैं. आने वाले दिनों में इस तरह की और भी बातें फैलाई जाएंगी. भारत के लोगों को डराने और बांटने की कोशिश की जाएगी. ऐसी कहानियों को बड़े तरीके से विश्वसनीय बनाकर पेश किया जाएगा. आपको इस प्रोपेगैंडा से सावधान रहने की जरूरत है. ऐसी बातों पर न यकीन करें और न दूसरों को विश्वास करने दें. आज के ज़माने में किसी भी जंग में प्रोपेगैंडा बहुत बड़ा हथियार होता है. इसीलिए संभलकर रहने की जरूरत है.
पानी को तरसेगा पाकिस्तान
पाकिस्तान के लिए सब से बड़ी समस्या सिंधु जल समझौता रद्द होना है क्योंकि ये पाकिस्तान की वो नस है, जिसे दबाने पर पाकिस्तान बूंद-बूंद पानी को तरस जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यही नस दबाई है. 1960 के सिंधु समझौते को रद्द करने का फैसला कर लिया है. अब इस फैसले को लागू करने के रास्ते खोजे जा रहे हैं. शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह के साथ जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल की बातचीत हुई, जिसके बाद पाटिल ने कहा कि पाकिस्तान को सिंधु नदीं का एक भी बूंद पानी न मिले, उस दिशा में काम शुरु हो चुका है. अगर भारत ने सिंधु, चिनाब और झेलम का पानी रोक दिया तो पाकिस्तान बूंद-पूंद पानी को तरस जाएगा क्योंकि पकिस्तान में अस्सी परसेंट सिंचाई इन्हीं नदियों के पानी से होती है. सिंधु समझौते के तहत सिंधु, चेनाब और झेलम का 80 परसेंट पानी पाकिस्तान को मिलता है . पाकिस्तान की हुकूमत, वहां के नेता सिंधु समझौता रद्द करने के मोदी के फैसले से बेहद तनाव में हैं. पाकिस्तान का 90 प्रतिशन अनाज उत्पादन सिंधु नदी सिस्टम पर निर्भर है. पाकिस्तान को जिन पनबिजली घरों से बिजली मिलती है वो भी इसी पानी पर निर्भर हैं. मोटे तौर पर ये माना जा सकता है कि सिंधु नदी सिस्टम पाकिस्तान की GDP में 25 प्रतिशत का योगदान करता है. इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने वहां चोट की है जहां दर्द सबसे ज्यादा होता है. ये सही है कि वॉटर फ्लो रोकने में समय लगेगा लेकिन पाकिस्तान..आने वाले खतरे को महसूस कर रहा है. पिछले 60 साल में चार युद्ध हुए. पाकिस्तान के साथ कई बार कूटनीतिक जंग लड़ी गई लेकिन ये संधि कायम रही. लेकिन नरेंद्र मोदी ने हिम्मत दिखाई, किसी तरह के दबाव की परवाह नहीं की और जल संधि को रद्द कर दिया. अब पाकिस्तान को पानी के लिए तरसना पड़ेगा और बिजली नहीं होगी तो अंधेरे में रहना पड़ेगा. तब समझ आएगा कि आतंकवाद को पालने पोसने का नतीजा क्या होता है.
मिट्टी में मिल जायेंगे आतंकवादी
पूरे जम्मू कश्मीर में पहलगाम नरसंहार के बाद आतंकियों के खिलाफ मुहिम तेज हो गई है. अब तक 5 लश्कर आतंकियों के मकान नेस्तनाबूद कर दिये गये हैं. पहलगाम नरसंहार में शामिल आदिल शेख और आदिल ठोकर, पुलवामा के अहसन शेख, शोपियां के शाहिद अहमद कुट्टे, और कुलगाम के ज़ाहिद अहमद के मकान ध्वस्त कर दिए गए हैं. बारामूला में एक दहशतगर्द को मौत के घाट उतारा गया. अभी दो और आतंकी सुरक्षाबल के घेरे में फंसे हैं. भारतीय वायु सेना के फाइटर जैट्स ने LOC के आसपास डिल की. आर्मी चीफ जनरल उपेन्द्र द्विवेदी श्रीनगर और ऊधमपुर में सेना के कमांडरों के साथ बैठकों में शामिल हुए. जिन आतंकियों के घरों को जमींदोज़ किया गया, जिनको मार गिराया गया, ये वो आतंकवादी हैं, जिन्हें पाकिस्तान पालता पोसता है. ये वो आतंकवादी हैं जिन्हें मटियामेट करने का इरादा प्रधानमंत्री मोदी ने जताया था. पाकिस्तान भारत से सबूत मांग रहा है लेकिन सबूत मांगना पाकिस्तान की आदत है. अब भारत सबूत नहीं, जवाब देता है. अब भारत डोज़ियर नहीं, फौज भेजता है. और पाकिस्तान को कोई क्या सबूत दे. कुछ दिन पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्काई न्यूज़ को एक इंटरव्यू में कबूल किया कि हम ये गंदा काम पिछले 30 साल से कर रहे हैं, अमेरिका के कहने पर कर रहे हैं, अमेरिका और ब्रिटेन के लिए कर रहे हैं. दो दिन पहले पाकिस्तान के मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अगर भारत ने जंग छेड़ी तो हम भारत के शहरों में दहशतगर्द भेजेंगे. इसके बाद किसी को ये बताने की जरूरत नहीं है कि पाकिस्तान दहशतगर्दी की फैक्ट्री है और अब इस फैक्ट्री को तबाह करने का वक्त आ गया है.