प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि दुनिया को आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का फ़ायदा उठाने के साथ साथ इसके ख़तरों के प्रति भी सावधान रहना होगा. पेरिस में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर ग्लोबल समिट की मोदी ने मेज़बानी की. AI पर इस ग्लोबल समिट का आयोजन फ्रांस कर रहा है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री मोदी को भी इस ग्लोबल समिट में साझा मेज़बान बनने के लिए आमंत्रित किया था.
पेरिस के ग्रैंड पैलेस में इस शिखर सम्मेलन का मैक्रों और मोदी ने मिलकर उद्घाटन किया. सम्मेलन में अमेरिका, चीन, यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कनाडा और ब्रिटेन जैसे तमाम बड़े देश हिस्सा ले रहे हैं. दो दिनों की इस AI समिट में दुनिया की बड़ी बड़ी technology कंपनियां भी शामिल हो रही हैं.
सम्मेलन के दौरान आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस से दुनिया को होने वाले फ़ायदों पर विस्तार से चर्चा होगी और इसके ख़तरों के बारे में भी दुनिया भर के एक्सपर्ट विश्लेषण करेंगे. इस मौक़े पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस में अपार संभावनाएं हैं, इससे मानवता का बहुत भला होगा, लेकिन इसके तमाम नेगेटिव इफेक्ट भी हैं, जिनमें प्राकृतिक संसाधनों का बहुत अधिक इस्तेमाल और इस technology के दुरुपयोग की आशंकाएं शामिल हैं. मोदी ने कहा कि AI एक दुधारी तलवार है और इसका इस्तेमाल बहुत समझारी से करना होगा.
प्रधानमंत्री मोदी की ये बात सही है कि AI में अपार संभावनाएं हैं और AI के बहुत सारे निगेटिव इफेक्ट्स भी हैं. असल में AI का सहारा लेकर जो डीपफेक वीडियो बनाए जाते हैं, उनमें जाने-पहचाने चेहरों का इस्तेमाल करके, उनकी आवाज की हूबहू नकल करके लोगों को गुमराह किया जाता है, लोगों को लूटा जाता है.
मैं इसका भुक्तभोगी हूं. मुझे अपने डीपफेक वीडियो हटवाने के लिए कोर्ट से आदेश लेना पड़ा. किसी ने मुझे डायबिटीज़ की दवा बेचते दिखाया, तो किसी ने इंवेस्टमेंट का सुझाव देते हुए झूठा वीडियो दिखाया.
जबतक ये फेक वीडियो हटाए जाते हैं, तबतक लाखों लोग उन्हें देख चुके होते हैं. हर थोड़े दिन में एक कोई नया डीपफेक वीडियो सामने आ जाता है. आज ही मैंने दो वीडियो डिलीट करवाए हैं.
असल में AI की मदद से डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने के लिए , आम लोगों को धोखा देने के लिए किया जाता है और ये समस्या सिर्फ भारत की नहीं है, दुनिया के हर देश की है. इसीलिए पेरिस में इस पर गहन चर्चा हुई और मुझे विश्वास है कि बहुत जल्द इसका कोई हल सामने आएगा.