आज भारत के लिए गर्व का दिन है और पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है. हमारी सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी अड्डों को तबाह कर दिया. आधी रात को पच्चीस मिनट में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे बाले कश्मीर के नौ टारगेट्स पर मिसाइल्स और ड्रोन से अटैक किए. पाकिस्तान देखता रह गया, चूं भी नहीं कर पाया. हाफिद सईद, अजहर मसूद और सैय्यद सलाहुद्दीन के आतंकी नेटवर्क को 25 मिनट में चकनाचूर कर दिया. एक-एक बम निशाने पर लगा. ऑपरेशन परफेक्ट रहा. पाकिस्तान को पता भी नहीं चला.भारत की फौज को कोई नुकसान नहीं हुआ. इस हमले को नाम दिया गया था, ऑपरेशन सिंदूर. ये नाम बहुत कुछ कहता है. पहलगाम के गुनेहगारों के खिलाफ सेना के अभियान को ये नाम सिर्फ नरेंद्र मोदी ही दे सकते थे. इस नाम ने लोगों के दिलों को छू लिया. पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ सेना को पंजाब में घुसकर हमला करने की छूट सिर्फ नरेंद्र मोदी दे सकते थे. ऑपरेशन से पहले बड़े बड़े देशों को साथ लेकर एक्शन के हर असर को एडवांस में कंट्रोल करने का काम सिर्फ मोदी ही कर सकते थे. मीडिया को ब्रीफ करने के लिए जिन तीन लोगों को चुना गया, जिस subtle तरीक़े से हाफिज सईद, मसूद अजहर और सलाहुद्दीन के गुनाह गिनवाए गए, बिना कहे आतंकी ठिकानों पर बम गिरते दिखाए गए, ये प्लानिंग सिर्फ मोदी ही कर सकते थे. भारत ने बदला ले लिया. देश की बेटियों और बहनों को संदेश दे दिया. सेना ने आतंक के अड्डों को मिट्टी में मिला दिया. पूरी दुनिया में पाकिस्तान के लिए रोने कोई नहीं आया. मैंने बहुत से प्रधानमंत्रियों को देखा है. लेकिन आतंक के खिलाफ इस तरह का एक्शन लेने की हिम्मत किसी ने नहीं की. इस तरह का बदला किसी ने नहीं लिया. मुझे गोवा से एक मेरे दोस्त ने फिल्म स्टार राजकुमार का एक डायलॉग भेजा है, “हम तुम्हे मारेंगे और जरूर मारेंगे, लेकिन वो बंदूक भी हमारी होगी, गोली भी हमारी होगी और वक्त भी हमारा होगा. बस जमीन तुम्हारी होगी.” आज मुल्ला मुनीर और उनके द्वारा पाले गए आतंकवादियों को समझ आ गया होगा कि आधी रात को जो हुआ, वो तो ट्रेलर था. पिक्चर अभी बाकी है. मैंने पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता और वहां के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सुना. वे भारत को धमकी दे रहे थे. ये गिनवा रहे थे कि पाकिस्तान ने भारत के कितने फाइटर जेट मार दिए. अब उनसे कोई पूछे, जब हमारी वायु सेना पाकिस्तान में घुसी नहीं, पाकिस्तान का कोई विमान हमारी सीमा में गुसा नहीं, तो फाइटर जेट कैसे गिरे ? कहां गिरे ? पर पाकिस्तानी जनरल और वहां के नेता अपनी खाल बचाने के लिए कुछ तो कहेंगे. इसीलिए ऐसी बातों की परवाह नहीं करनी चाहिए, ना ही उनकी धमकियों से डरना चाहिए. बस इतना याद रखना चाहिए कि हमारी फौज के पास पाकिस्तान के दहशतगर्दों के 20 ठिकानों की जानकारियां है. इस बार के ऑपरेशन में सिर्फ 9 को तबाह कर दिया गया. बाकी पर स्ट्राइक कभी भी हो सकती है. मिसाइल पर एड्रेस लिख दिया गया है. डिलिवरी कभी भी हो सकती है.
पाक फौज को भारतीय सेना की ताकत का कोई अंदाज़ा तक नहीं
पाकिस्तान की फौज सकते में हैं. जनरल मुनीर को समझ नहीं आ रहा कि भारत की मिसाइल्स और ड्रोन पाकिस्तान में सौ किलोमीटर तक पहुंच गए और उन्हें हवा भी नहीं लगी. उनका एयर डिफेंस सिस्टम कैसे फेल हो गया. इसके बारे में वो सोच सोच कर परेशान हैं. जिन टारगेट्स पर भारत ने हमले किए, वो जबरदस्त सुरक्षा वाले इलाके हैं. नरेन्द्र मोदी ने पहले ही कह दिया था कि ऐसी मार मारेंगे जिसकी पाकिस्तान ने कल्पना भी नहीं की होगी. हाफिज सईद., मसूद अजहर और सैयद सलाहुद्दीन के ठिकानों को पूरी सुरक्षा दी गई थी. ये इलाके कैंटोनमेंट के पास हैं, आबादी वाले हैं. पाकिस्तान को लगता था कि अगर भारत ने यहां हमला किया तो आम नागरिक मारे जाएंगे लेकिन बम सिर्फ आतंकवादियों के अड्डों पर गिरे और उनके बेसमेंट तक जाकर तबाही मचा दी. इन सारे इलाकों में पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम सबसे मजबूत है. इसके बावजूद हमारी वायुसेना की मिसाइल्स और ड्रोन इनको भेद कर अंदर घुस गए. इसलिए ये targeted अटैक बहुत बड़ी बात है. इसने पाकिस्तान को डरा दिया है. इसका मतलब ये है कि भारतीय फौज की कुशलता और ऑपरेशनल capability का पाकिस्तान को कोई अंदाजा नहीं है.
सीमा पर सिविलियन्स की हत्या : पाक फौज की कायराना गोलीबारी
पाकिस्तान अपनी अवाम की नाराजगी को दूर करने के लिए सरहद पर गोलाबारी कर रहा है. पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर में सीमा और LOC के आसपास जबरदस्त गोलाबारी की, रॉकेट लांचर दागे. रात में डेढ बजे के बाद पुंछ, राजौरी, बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और नौशेरा में D-130 होवित्जर और 155 एमएम तोपों से गोले दागे गए. 12 गांव वालों की मौत हुई. इनमें 4 बच्चे शामिल हैं, 57 लोग घायल है. हमारी फौज भी पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जबाव दे रही है. पाकिस्तान ने सरहद पर रहने वाले सिविलियंस पर जिस तरह से गोले दागे, वो एक कायराना हरकत है. भारत ने आतंकवादियों का सफाया किया. इसका बदला पाकिस्तान ने निहत्थे नागरिकों पर हमला करके लिया. ये और भी शर्मनाक है. अब तक पाकिस्तान की फौज बेकसूर सिविलियंस को मारने के लिए दहशतगर्दों का इस्तेमाल करती थी. लेकिन इस बार ये काम फौज ने खुद किया है. इसका खामियाजा पाकिस्तान की फौज को भुगतना पड़ेगा.