
सोमवार को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए बम धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 13 हो गई है. अभी 21 घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक आत्मघाती बम धमाका था, जिसे एक डॉक्टर डॉ. उमर उन नबी ने अंजाम दिया. ह्यूनडई i20 कार में बैठा ये डॉक्टर लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक रेड लाइट पर रुका और उसी वक्त 6.52 पर धमाका हुआ.
शुरुआती जांच से पता चला है कि डॉ. उमर का फरीदाबाद के एक आतंकी ग्रुप से संबंध था. इस आतंकी ग्रुप से सोमवार को जम्मू कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने 2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट ज़ब्त किया था. उसी के कुछ घंटे बाद ही लाल किले के पास धमाका हुआ.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि डॉ. उमर जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी मॉड्यूल का एक सदस्य था, इसमें कई डॉक्टर, डॉ. मुज़म्मिल और डॉ. अदील अहमद डार सदस्य थे.
डॉ. मुज़म्मिल को जम्मू कश्मीर पुलिस ने 30 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था और कुछ दिन बाद ही डॉ. अदील अहमद डार को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर, फरीदाबाद के एक किराये के मकान की तलाशी ली गयी और 2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट ज़ब्त किया गया.
आतंकवादियों ने 2900 किलो विस्फोटक इकट्ठा किया . इरादा दिल्ली को तबाह करने का था. 2900 किलो विस्फोटक पूरे के पूरे शहर को उड़ा सकता है.
अल फलाह यूनिवर्सिटी को आतंकवादी एक cover की तरह इस्तेमाल कर रहे थे. किसी को शक न हो इसीलिए डॉक्टरों को सदस्य बनाया गया. डॉक्टर भी ऐसा जो University में पढ़ाता था, उसने अपनी Girlfriend Doctor को इस खूनी खेल में शामिल किया. AK-47 Rifle और बाकी असलहा इस लड़की की कार से ही पकड़ा गया.
अगर ये डॉक्टर न पकड़े गए होते तो काफी बड़ा नुकसान हो सकता था. पुलिस ने लखनऊ से एक महिला डॉक्टर शाहीन को हिरासत में लिया. उसकी कार में एक AK-47 rifle मिली. डॉक्टर को पूछताछ के लिए विमान से श्रीनगर ले जाया गया.
केंद्रीय गृह मंत्री ने मंगलवार को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर, इंटेलीजेंस ब्यूरो, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी और अन्य सुरक्षा एजेंसिय़ों के साथ बैठक की. मंगलवार की रात अमित शाह लाल किले के पास घटनास्थल का मुआयना करने गये थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि “मैं हर किसी को आश्वस्त करता हूं कि हमारी जांच एजेंसियां इस षड्यंत्र की तह तक जाएंगी। जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।“
आतंकियों के आकाओं को, जो इन बेगुनाहों की हत्या के लिए ज़िम्मेदार हैं, कभी माफ नहीं किया जा सकता, चाहे वे किसी भी देश में छिपे हुए हों. देश इन बेगुनाहों की हत्या का हिसाब मांग रहा है.
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