Rajat Sharma

आसिम मुनीर के लिए खतरे की घंटी : PoK में बग़ावत

WhatsApp Image 2025-04-29 at 3.16.49 PMपाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बगावत की आग सुलग रही है. लोगों ने फौजियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, फौजियों को सड़क पर घसीटा और पाकिस्तान के खिलाफ आर-पार की जंग का एलान कर दिया.

PoK में पाकिस्तान की फौज की बर्बरता की तस्वीरें दिन दहला देने वाली हैं. मुज़फ़्फ़राबाद पहुंच रहे प्रोटेस्टर्स पर पाकिस्तान रेंजर्स ने गोलियां चलानी शुरू कर दी. PoK के लोग अपनी मांगों को लेकर सूबे के अलग अलग इलाक़ों से राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद की तरफ़ बढ़ रहे थे, उनको रोकने के लिए जब पाकिस्तानी फौज के कंटेनर भी नाकाम हो गए, तो आसिम मुनीर ने पाकिस्तान रेंजर्स को प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने की हिदायत दे दी.

PoK में पाकिस्तान विरोधी मुहिम की अगुवाई कर रहे नेताओं ने इल्ज़ाम लगाया है कि मुनीर की फ़ौज मीडिया पर बैन लगाकर, बाशिंदों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा रही है और जिसको पाकिस्तान आज़ाद कश्मीर कहता है, उसकी हक़ीक़त अब खुलकर सामने आ गई है.

हालांकि फौज के जुल्म का PoK की आवाम के हौसले पर कोई फर्क नहीं पड़ा. PoK के अलग अलग शहरों, क़स्बों, गांवों और पहाड़ी बस्तियों से हज़ारों लोग गाडियों के काफिले के साथ मुजफ्फराबाद की तरफ बढ़ रहे हैं. मुजफ्फराबाद PoK की राजधानी ह .जो इस वक्त PoK को पाकिस्तानी हुकूमत और फौज के जुल्मों से निजात दिलाने के आंदोलन का केन्द्र बन गई है.

PoK में इंक़लाब की गूंज आसिम मुनीर के लिए चेतावनी है. उसके प्लान के लिए झटका है. जिस PoK को मुनीर की फौज भारत के खिलाफ आतंकवाद के launchpad के लिए इस्तेमाल करती है, वहां बगावत की आवाज मुनीर को रात में सोने नहीं देगी.

PoK से आने वाली तस्वीरें सबूत हैं कि वहां के लोगों के सब्र का बांध टूट गया है. अब पाकिस्तानी फौज बेकसूर लोगों पर गोलियां चला रही है. और वहां के लोगों का कहना है कि PoK को अब भारत के खिलाफ दहशतगर्द भेजने के लिए इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा. जाहिर है ये काम अब फौज के लिए मुश्किल होगा. अब मुनीर को अपने नापाक मंसूबे पूरे करने के लिए कहीं और जमीन तलाशनी पड़ेगी.

RSS@100 : मोदी ने संघ परिवार के सपनों को साकार किया

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिस्सा लिया, एक विशेष डाक टिकट और 100 रूपए का सिक्का जारी किया.

100 रुपये के इस सिक्के पर एक तरफ राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ है और दूसरी तरफ शेर के साथ वरद मुद्रा में भारत माता की भव्य छवि अंकित है, जिसके सामने स्वयंसेवकों को भक्ति और समर्पण भाव से नतमस्तक दिखाया गया है.

मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वो स्वंयसेवक हैं. राष्ट्र प्रथम की भावना से जो मिशन सौ साल पहले शुरू हुआ है, वो आज भी अनवरत जारी है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि RSS ने आजादी के बाद विभाजन की विभीषिका में लोगों की सेवा की, जब जब देश पर मुसीबत आई तो संघ के स्वंयसेवक सबसे पहले देश की रक्षा के लिए समपर्ण भाव से खड़े हुए. जब लोकतन्त्र पर हमला हुआ, इमरजेंसी लगी तब संघ के स्वयसेवकों ने संविधान को बचाने की लडा़ई लड़ी.

मोदी ने कहा कि संघ आज देश के हर कोने में, हर वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रहा है लेकिन कभी किसी स्वंयसेवक ने किसी काम का ढोल नहीं पीटा क्योंकि संघ का मूल मंत्र है, राष्ट्र प्रथम.
RSS की विचारधारा को लेकर मतभेद हो सकते हैं पर संघ की सेवा और राष्ट्रभक्ति पर कोई ऊंगली नहीं उठा सकता. पर 100 साल में संघ ने सिर्फ गालियां खाई हैं. कभी गांधीवध का इल्जाम लगा, कभी मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगा पर प्रधानमंत्री मोदी ने संघ की सेवा और राष्ट्रभक्ति के बारे में विस्तार से बताया.

पहली बार भारत के किसी प्रधानमंत्री ने RSS की विरासत और समाज के लिए संघ के योगदान की विस्तार से चर्चा की. RSS के 100 वर्ष पूरा होने पर इससे बड़ा उपहार और क्या हो सकता है.

मोदी ने अपने जीवन में ज्यादातर समय संघ के प्रचारक के रूप में काम किया. प्रधानमंत्री रहते हुए मोदी ने Article 370 हटाने से लेकर राम मंदिर के निर्माण तक संघ के कई सपनों को साकार किया. इसीलिए 100 साल पूरे होने पर RSS के लिए मोदी से बेहतर प्रचारक और कौन हो सकता है ?

Get connected on Twitter, Instagram & Facebook

Comments are closed.