ज़ाकिर नाइक : पाकिस्तान क्यों पहुँचा नफरत का सौदागर?
पाकिस्तान ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को फिर चिढ़ाने की कोशिश की. भारत में दहशतगर्दों की मदद करने वाला most wanted आरोपी, कट्टरपंथी इस्लामिक preacher ज़ाकिर नाइक को पाकिस्तान ने सरकारी मेहमान बनाया है. पाकिस्तान की हुकूमत के न्यौते पर ज़ाकिर नाइक अपने बेटे फ़ारिक़ नाइक के साथ तीन हफ़्ते के दौरे पर पाकिस्तान पहुंचा. पाकिस्तान में ज़ाकिर नाइक कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में तक़रीरें करेगा. तीनों शहरों में उसके दो-दो दिन के प्रोग्राम हैं. पाकिस्तान के शहरों में नाइक लोगों को इस्लामिक कट्टरपंथ की सीख देगा . ज़ाकिर नाइक के ख़िलाफ़ मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के केस चल रहे हैं. इसके अलावा ज़ाकिर नाइक पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने और भारत में सांप्रदायिकता भड़काने का भी इल्ज़ाम है. जब उसके ख़िलाफ़ मुक़दमे दर्ज हुए, तब ज़ाकिर नाइक भारत से भागकर मलेशिया चला गया था. भारत ने नाइक के प्रत्यर्पण की मांग की है. अब भारत के मोस्ट वांटेड को शहबाज़ शरीफ़ की हुकूमत ने पाकिस्तान आने का न्यौता दिया. पाकिस्तान में भी इस पर बहस छिड़ गई है कि क्या पाकिस्तान को, ऐसे शख़्स को अपने यहां बुलाना चाहिए था. डिफेंस एक्सपर्ट क़मर चीमा ने कहा कि ज़ाकिर नाइक एक चालाक मुल्ला है, जो सूट और टाई पहनकर तबलीग करता है, यानी गैर-मुसलमानों को मुसलमान बनाने की कोशिश करता है. क़मर चीमा ने कहा कि ज़ाकिर नाइक असल में अपने बेटे को लॉन्च करने के लिए पाकिस्तान आया है. पाकिस्तान के पढ़े लिखे लोग एक कट्टरपंथी को दावत देने पर अपनी हुकूमत से नाराज़ हैं. पाकिस्तान के मशहूर बैरिस्टर हामिद बाशानी ने कहा कि दुनिया वैज्ञानिकों को बुलाती है, कृषि मामलों के जानकारों को बुलाती है, अर्थशास्त्रियों को बुलाती है जिससे देश का भला हो. लेकिन, पाकिस्तान की हुकूमत एक मुल्ला को बुलाकर ये जता रही है कि उसे मुल्क की नहीं, मज़हब की फ़िक्र ज़्यादा है. ज़ाकिर नाइक अपने आप को मुसलमानों का मायती कहता है. मुसलमानों का हमदर्द होने का दावा करता है, उनको रास्ता दिखाने की जिम्मेदारी लेता है पर उसकी सीख कैसी होती है. इसका एक वीडियो मैंने देखा है. जाकिर नाइक से किसी ने सवाल किया कि भारत में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो मुसलमान नहीं हैं पर मीडिया में मुसलमानों की हिमायत करते हैं, तो क्या ऐसे लोगों को मौत के बाद जन्नत नसीब होगी? जवाब में जाकिर नाइक ने समझाया कि जन्नत के कितने लेवल होते हैं, किस किस को जन्नत मिलती है, फिर बताया कि चाहे मुसलमानों को कोई कितना भी समर्थन कर ले, उसे जन्नत तब तक नसीब नहीं होगी, जब तक वो इस्लाम कबूल न कर ले, मुसलमान न बन जाए. अब जिसकी सोच ऐसी हो, वो चाहे पाकिस्तान में रहे या मलेशिया में, वो सिर्फ नफरत फैलाएगा. जाकिर नाइक हमारे देश का दुश्मन है और अब पाकिस्तान जाकर उसकी हिम्मत और बढ़ेगी.
Zakir Naik in Pakistan : What’s the game?
In a move aimed at irking India on the issue of terrorism, Pakistan accorded a state welcome to fundamentalist Islamic preacher Zakir Naik after he arrived on a three week-long visit. Zakir Naik is one of India’s most wanted extremists facing charges of giving hate speeches, funding terrorists and encouraging money laundering. He has been hiding in Malaysia to evade extradition to India. Zakir Naik will address public gatherings in Lahore, Karachi and Islamabad. He has gone to Pakistan at the invitation of Prime Minister Shehbaz Sharif and is going to meet top Pakistani leaders and officials.
Questions are being raised in Pakistan about the reason why a radical preacher is being accorded a state welcome. He has been spreading hate against all non-Islamic faiths. Dr Zakir Naik is being accompanied by his son Fariq Naik, whom he wants to launch as a preacher. Zakir Naik projects himself as a saviour of Muslims and claims he is trying to show Muslims the right path. I have seen videos of his speeches where he openly advocates conversion of non-Muslims. In one of his speeches, Zakir Naik was asked by somebody whether non-Muslims in India who are sympathetic towards Islam, will ever reach ‘jannat’ (heaven) after death?
In reply, Zakir Naik explained that there are several levels of ‘jannat’ . “Even if one supports Islam, he or she cannot attain ‘jannat’ unless converted to Islam”, he said. A preacher having such a bigoted outlook, whether in Pakistan or in Malaysia, will only spread hate. Zakir Naik is an enemy of India. By going to Pakistan, he will definitely get undue encouragement.