प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में ढाई घंटे तक चली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्युरिटी की बैठक में तय हुआ कि पहलगाम में बेगुनाहों के कत्ल की सजा दहशतगर्दों और आतंकवाद को पालने पोसने वाले पाकिस्तान को कैसे दी जाएगी, कब दी जाएगी. सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि रोक दी है, अटारी बॉर्डर पर चैकपोस्ट को बंद की दिया है, जो लोग पाकिस्तान गए हैं या वहां से भारत आए हैं, वो 1 मई तक वापस जा सकते हैं, तय हुआ कि भारत अब किसी पाकिस्तानी नारगिरक को वीजा नहीं देगा, जो पाकिस्तानी भारत में हैं, उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ना होगा. भारत का रुख साफ है कि पाकिस्तान के खिलाफ राजनयिक रिश्ते लगभग खत्म होंगे, पाकिस्तान की आर्थिक मोर्चे पर घेराबंदी होगी और पाकिस्तान के खिलाफ ग्राउंड पर एक्शन होगा. मुझे इस बात में जरा भी शक नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्शन प्लान बना चुके हैं और ये एक्शन निर्णायक होगा. ये ऐसा एक्शन होगा कि आतंकवादियों की रूह कांप उठेगी. मोदी की ये फितरत नहीं है कि वो एक्शन के रिएक्शन की परवाह करें. मोदी की ये आदत नहीं है कि वो देश पर किए गए हमले को बर्दाश्त करें. इसीलिए पाकिस्तान को अपनी नापाक हरकत की भारी कीमत चुकानी होगी. नरेंद्र मोदी के लिए भारत के स्वाभिमान से बढ़कर और कुछ नहीं है और ये आने वाले दिनों में नज़र आएगा. पूरा देश देखेगा और दुनिया देखेगी.
पाक फौज : चोर की दाढ़ी में तिनका
पहलगाम हमले पर पाकिस्तान ने सफाई देनी शुरू कर दी है. पाकिस्तान ख़ुद को बेगुनाह, बेकसूर बता रहा है. पहलगाम हमले की पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने निंदा की और कहा कि बेगुनाह सैलानियों की हत्या से वो चिंतित है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ ने कहा कि पाकिस्तान का इस हमले में कोई हाथ नहीं है, पहलगाम में हमला करने वाले स्थानीय लोग थे. पाकिस्तान लाख इंकार कर ले, सारी दुनिया जानती है कि वो आतंकवाद को पनाह देता है., उनकी मदद करता है, उन्हें ट्रेनिंग देता है. मजे की बात ये है कि भारत सरकार ने तो कहा भी नहीं कि इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है लेकिन पाकिस्तान ने सफाई देनी शुरू कर दी. इसे कहते हैं चोर की दाढ़ी में तिनका. इसका मतलब ये भी है कि पाकिस्तान डर गया है. पाकिस्तान जानता है कि ये बदला हुआ भारत है. भारत घर में घुसकर मारता है और इस बार पाकिस्तान को बचाने न अमेरिका आएगा, न सऊदी अरब, न पुतिन पाकिस्तान का साथ देंगे और न ही मिडिल ईस्ट से कोई समर्थन मिलेगा. पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने एक्सपोज़ हो चुका है. मासूम बेकसूर लोगों के कत्ल के वीडियो दिन दहलाने देने वाले हैं. उन्हें देखकर खून खौल उठता है. बेरहम दहशतगर्दों ने हिंदुओं को चुन-चुनकर उनके सिर में गोली मारी. बिलकुल करीब से प्वॉइंट ब्लैंक गोली मारी. इस हमले में जिस तरह के weapons का इस्तेमाल किया गया, वो सेना के हथियार थे. जिस तरह के communication devices का इस्तेमाल किया गया, उनका इस्तेमाल फौज करती है. बिना सेना के समर्थन के, बिना फौज की ट्रेनिंग के ये हमला मुमकिन नहीं था और सेना का ये समर्थन पाकिस्तान से आया. पाकिस्तान की फौज ने आतंकवादियों को भेजा. इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं है. ये एक सुनियोजित, प्रोफेशनल जॉब था. आकाओं ने ऐसी जगह को चुना जहां पर पुलिस की तैनाती नहीं होती, जहां सुरक्षा बलों को पहुंचने में कम से कम 20 मिनट का समय लगता है और जिस जगह से खून बहाने के बाद आसानी से जंगल में भागा जा सकता है. इसीलिए भारत का रुख बिलकुल साफ है. ये हिंदुओं की टारगेट किलिंग थी. ये पाकिस्तान की साजिश हैऔर इसके पीछे पाकिस्तान की फौज और ISI का हाथ है.
रॉबर्ट वाड्रा : बचपना छोड़ो, देश की सोचो
हैरानी की बात ये है कि हमारे देश में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो ऐसे वक्त में भी सियासी बातें कर रहे हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति राबर्ट बाड्रा ने कहा है कि पहलगाम में जो हुआ, जिस तरह से लोगों का मजहब पूछ कर मारा गया, वो भारत में हिन्दुओं और मुसलमानों में दरार पैदा करने के कोशिश करने वालों की हरकत का नतीजा है. राबर्ट वाड्रा ने कहा कि भारत में मुसलमानों को डराया जा रहा है, उन्हें दबाया जा रहा है, इसलिए ऐसे हमले हो रहे हैं. जिस सवाल पर सारा देश एक है, सारे राजनीतिक दल एक साथ हैं, वहां रॉबर्ट वाड्रा ने बेसिर-पैर की बात की. क्या वो आतंकवादी हमले को जस्टिफाई करना चाहते हैं? क्या वो हमला करने वालों को बहाना देना चाहते हैं? उनके पास इस बात का क्या सबूत है कि देश में मुसलमानों पर ज़ुल्म किया जा रहा है इसीलिए आतंकवादियों ने हिंदुओं की टारगेट कर के मारा ? मुझे लगता है कि ये राजनीतिक अपिरपक्वता है, बचकानी बात है. रॉबर्ट वाड्रा को कश्मीरी मुसलमानों की बात सुननी चाहिए, खास तौर पर उस नौजवान के परिवार की बात सुननी चाहिए जो हिंदुओं को बचाने के लिए कुर्बान हो गया.