उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन्माष्टमी के अवसर पर सभी हिन्दुओं से अपील की कि वे बांग्लादेश मे हुई घटनाओं से सबक लें और आपसी एकती बनाए रखें. अपनी खास शैली में योगी ने कहा, “हम एक रहेंगे, को नेक रहेंगे, हम बंटेगे, तो कटेंगे”. योगी का संदेश स्पष्ट है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर जिस तरह से जुल्म हुए, उस पर दुनिया में किसी ने आवाज नहीं उठाई. जो अमेरिका, भारत में होने वाली छोटी-छोटी घटनाओं पर उपदेश देता है, उसने भी संवेदना नहीं दिखाई. जिस तादाद में बांग्लादेश में हिंदुओं को मारा गया, घर जलाए गए, मंदिरों को तबाह किया गया, वो वाकई में दिल दहलाने वाला था. पर जो मुल्क फिलिस्तीन के नाम पर बार-बार आवाज़ उठाते रहे, वो बांग्लादेश के सवाल पर खामोश हो गए. ऐसे में अगर भारत के लोग जातियों में बंटते रहेंगे, धर्म के नाम पर लड़ते रहेंगे, तो देश कभी मजबूत नहीं हो सकता. दुख की बात तो ये है कि हमारे देश में ज्यादातर राजनीतिक दलों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्म पर रिएक्ट नहीं किया. लगता है कि हिंदुओं की बात करेंगे, तो कहीं मुसलमान उनसे नाराज़ न हो जाएं. बांग्लादेश में भी अंतरिम सरकार क प्रमुख मोहम्मद युनूस ने सिर्फ जुबानी जमाखर्च किया, हिंदुओं से सहानुभूति तो दिखाई लेकिन कुछ कर नहीं पाएं. ये साफ है कि बांग्लादेश में अब जमात-ए-इस्लामी जैसा कठमुल्ला संगठन हावी हैं और वो सिर्फ शेख हसीना को हटाकर संतुष्ट नहीं है. इसीलिए बांग्लादेश में अभी भी अमन कायम नहीं हुआ है. अभी भी वहां रहने वाले हिंदू डरे हुए हैं. आज बांग्लादेश के ज्यादातर हिन्दू कन्हैया का जन्मोत्सव नहीं मना पाए क्योंकि उन्हें फिर से कट्टरपंथियों के हमलों का डर था. आम तौर पर मेहरपुर का इस्कॉन मंदिर में हर साल जन्माष्टमी पर भव्य प्रोग्राम होता था लेकिन इस मंदिर में इस बार सन्नाटा था. बांग्लादेश में हुई हिंसा में मेहरपुर के इस्कॉन मंदिर पर भी हमला हुआ था, पूरा मंदिर जला दिया गया था. हमले के बीस दिन बाद भी कुछ नहीं बदला है. जले हुए मंदिर में सिर्फ एक पुजारी बचे हैं. इस्कॉन मंदिर के पुजारी सुमोहन मुकुंद दास ने जन्माष्टमी न मना पाने का दुख जताया. उन्होंने बांग्लादेश से एक भावुक संदेश भेजा है, जिसमें उन्होने कहा, “बांगालदेश के हिन्दू डरे हुए हैं, मंदिर भी पूरी तरह जल चुका है, सरकार से किसी तरह की मदद नहीं मिली है, इसलिए इस बार हम अपने आराध्य का जन्मोत्सव भी नहीं मना पा रहे हैं. ..हम दुनिया भर के हिन्दुओं से अपील करते हैं कि बांग्लादेश के हिन्दुओं के लिए आवाज़ उठाएं.”