दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की तिहाड़ जेल में एक आरोपी रेपिस्ट के हाथों मालिश कराने के खुलासे के ठीक एक दिन बाद बुधवार को बीजेपी ने एक और वीडियो जारी किया। इस वीडियो में जैन तिहाड़ जेल के अंदर बाहर से मंगाए गए लज़ीज़ व्यंजन का लुत्फ उठाते नजर आ रहे हैं।
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक वीडियो जारी किया जिसमें जैन को अपने सेल के अंदर बिस्तर पर बैठकर फ्रूट, सलाद और अन्य पौष्टिक भोजन लेते दिखाया गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि एक आदमी जेल के अंदर सत्येंद्र जैन की सेल में आता है, खाना परोसता है और जैन के पास एक कूड़ेदान भी रखता है। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर जारी हुआ, मुंबई के मरीन ड्राइव पर पोस्टर नजर आने लगे जिसमें लिखा था-‘Aam Aadmi gets Khas Service, Massage gives the Wrong Message’. (आम आदमी को मिलती है खास सेवा, मसाज से जाता है गलत संदेश)
सत्येंद्र जैन के वकील ने मंगलवार को कोर्ट में यह दावा किया था कि उन्हें ठीक से खाना नहीं मिल रहा है और उनका वजन 28 किलोग्राम गिर गया है। लेकिन तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा था कि जैन का वजन अबतक 8 किलो बढ़ चुका है। बुधवार को जैन के वकील ने फिर से वीडियो के ‘लीक’ होने का मुद्दा उठाया । उन्होंने कहा कि ‘तिहाड़ जेल मसाज पार्लर बन गया है’ इस तरह की हेडिंग मीडिया में चलाई जा रही है। कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रशासन को खाने के मुद्दे पर गुरुवार दोपहर 2 बजे तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। वहीं कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रशासन से सोमवार को जैन की मेडिकल रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने वीडियो जारी करते हुए ट्वीट किया, ‘ मीडिया से एक और वीडियो! रेपिस्ट से मालिश कराने और उसे फिजियोथेरेपिस्ट बताने के बाद सत्येंद्र जैन को शानदार भोजन का आनंद लेते देखा जा सकता है! अटैन्डेंट उन्हें ऐसे भोजन परोसते हैं जैसे कि वह छुट्टी पर किसी रिसॉर्ट में हों! केजरीवाल जी ने यह तय किया है कि हवालाबाज को वीवीआईपी मजा मिले न कि सजा!’ बीजेपी ने मांग की है कि जैन को कैबिनेट से बर्खास्त कर दूसरी जेल में शिफ्ट किया जाए।
इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सत्येंद्र जैन की ओर से यह दावा किया जाता रहा कि मालिश करनेवाला फिजियोथेरेपिस्ट था। लेकिन वह फिजियोथेरेपिस्ट नहीं बल्कि रेपिस्ट निकला। जेल अधिकारियों ने उस शख्स की पहचान रिंकू नामक कैदी के तौर पर की जिसे पिछले साल एक मासूम बच्ची से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था और उसे जैन की सेल के पास कैदी वार्ड में रखा गया था।
जैसे ही मालिश करनेवाले शख्स की पहचान उजागर हुई बीजेपी ने आरोप लगाया कि आप सरकार ने तिहाड़ जेल को ‘स्पा और मसाज पार्टी’ में बदल दिया है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने तिहाड़ जेल में जैन की फिजियोथेरेपी पर सवाल उठाने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था और दावा किया था कि जैन को चोट लग गई थी और उन्हें जेल के अंदर फिजियोथेरेपी दी जा रही थी।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अब एक और वीडियो सामने आने वाला है जिसमें सत्येंद्र जैन की पत्नी जेल के अंदर सेल में जाकर उन्हें खाना खिला रही हैं। ये भी खबर है कि एक वीडियो में सत्येंद्र जैन जेल के अंदर अपनी पार्टी के लोगों के साथ मीटिंग करते दिखाई देंगे। जैन के वकील ने मंगलवार को अदालत से गुहार लगाई कि तिहाड़ जेल की अथॉरिटी को यह आदेश दिया जाए कि सीसीटीवी फुटेज को लीक ना होने दें।
ईडी ने जवाब में कहा कि हमने कुछ भी लीक नहीं किया और ना आगे हम ऐसा करेंगे। ईडी के वकील ने कहा कि फुटेज तब लीक हो सकती है जब सत्येंद्र जैन के वकील को इसकी पेन ड्राइव दी गई। सबसे दिलचस्प बात यह है कि सत्येंद्र जैन के वकील ने एक बार भी कोर्ट में यह नहीं कहा कि उनके क्लाइंट की मालिश का जो वीडियो दिखाया जा रहा है वो गलत है।
अब जैन की मालिश करने वाले जेल के कैदी के बारे में आपको बता दें। रिंकू पर एक मासूम बच्ची के साथ बलात्कार का आरोप है और उसके खिलाफ पॉक्सो कानून और आईपीसी की धारा 376, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वह कोई फिजियोथेरेपिस्ट या पैरा मेडिकल एक्सपर्ट नहीं है। अब सवाल उठता है कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के आरोपी को दिल्ली के एक मंत्री की मालिश करने की इजाजत कैसे दी गई? बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पूछा कि क्या अरविंद केजरीवाल एक बलात्कारी का समर्थन कर रहे हैं? भाटिया का सवाल था, एक आरोपी दूसरे आरोपी की मसाज कैसे कर सकता है?
कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल को घेरा। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि “केजरीवाल जिसे फिजियोथेरेपिस्ट बता रहे थे वो तो एक बलात्कारी निकला। अब केजरीवाल इस पर क्या कहेंगे ? जो लोग राजनीति बदलने की बातें करते थे वो बड़ी जल्दी बदल गए।“ कांग्रेस की एक अन्य नेता अलका लांबा ने मांग की कि अब केजरीवाल को देश से माफी मांगनी चाहिए और सत्येंद्र जैन को बर्खास्त करना चाहिए। वहीं आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा-‘यह आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है क्य़ोंकि MCD के चुनाव में 4 दिसंबर को जनता बीजेपी का इलाज करने वाली है, इसलिए ये सब किया जा रहा है।’
जेल में बलात्कार का आरोपी कैदी मंत्री की मालिश कर रहा है और जैन के साथी मंत्री कह रहे हैं कि बीजेपी वाले साज़िश कर रहे हैं। मालिश और साज़िश में क्या फर्क है, यह इस बात से पता चल जाता है कि मालिश करने वाला कौन है। कल तक केजरीवाल इस मालिश को इलाज बता रहे थे। लेकिन यह साफ हो गया कि यह ना कोई ट्रीटमेंट हो रहा था ना कोई थेरेपी। जेल में विचाराधीन क़ैदी मंत्री जी के सिर, पैर और कमर की मालिश कर रहा है। जिस पर बलात्कार का आरोप है, वह फिजियोथेरेपिस्ट कैसे हो गया, यह कोई नहीं बताता । सवाल है, केजरीवाल सत्येंद्र जैन के हर गुनाह का बचाव क्यों कर रहे हैं ? सीसीटीवी पर सत्येंद्र जैन की मालिश पकड़ी गई तब भी केजरीवाल उनका बचाव क्यों कर रहे हैं ? इस सवाल का जवाब मिलना ज़रूरी है।
केजरीवाल के लिए मंगलवार को एक और बुरी खबर दिल्ली से आई। आम आदमी पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के विधायक गुलाब सिंह यादव की पिटाई कर दी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधायक को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। विधायक जी जैसे-तैसे अपनी अपनी जान बचाकर वहां से निकले और थाने पहुंचकर FIR दर्ज कराई। जिन कार्यकर्ताओं पर गुलाब सिंह यादव FIR दर्ज कराई वो भी थाने पहुंच गए और उल्टा विधायक के खिलाफ ही आप की महिला कार्यकर्ता के साथ बदतमीज़ी की शिकायत दर्ज करा दी।
दरअसल, आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह एमसीडी चुनाव को लेकर श्याम विहार में अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। लेकिन बैठक के दौरान विधायक जी पर कार्यकर्ताओं ने टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। कार्यकर्ताओं ने ‘चोर – चोर’ के नारे लगाए गए। नाराज कार्यकर्ता विधायक के साथ मारपीट करने लगे। जैसे ही विधायक गुलाब सिंह ने बाहर निकलने की कोशिश की तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें दौड़ा दिया। आखिर में खुद को बचाने के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक को मौके से भागना पड़ा।
आम आदमी पार्टी के एक कार्यकर्ता सुमित शैकीन ने आरोप लगाया कि विधायक गुलाब सिंह ने पार्टी का टिकट दिलाने के एवज में एक करोड़ रुपए लिए थे। इस पर विधायक भड़क गए और गाली-गलौज शुरू हो गई। पिछले एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सुमित शौकीन को छावला वार्ड से टिकट दिया था। इस बार परिसीमन के बाद इस सीट का नाम बदलकर नंगली सकरावती वार्ड कर दिया गया। सुमित शौकीन अपनी पत्नी ज्योति शौकीन के लिए टिकट मांग रहा था। सुमित का कहना है कि उसने इसके लिए पैसे भी दिए थे लेकिन पार्टी ने गीतू शौकीन को टिकट दे दिया। इसी से सुमित शौकीन नाराज़ था। इसी नाराज़गी को दूर करने के लिए पार्टी ऑफ़िस में बैठक चल रही थी जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुलाब सिंह का कॉलर पकड़ा और फिर उनकी पिटाई शुरू कर दी।
शाम में विधायक ने ट्वीट कर सारा दोष बीजेपी पर मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय बीजेपी पार्षद के उकसाने के कारण यह हंगामा हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी पार्षद और इस बार का बीजेपी उम्मीदवार आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस थाने में मौजूद थे। लेकिन जब सुमित शौकीन की पत्नी ज्योति शौकीन से इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने इंडिया टीवी को बताया कि उनके पति पिछले 8 साल से इलाके में काम कर रहे हैं और टिकट की पहली दावेदारी उनकी थी लेकिन विधायक ने पैसे लेकर दूसरी महिला को टिकट दे दिया। ज्योति ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक ने उसके पति के साथ बदतमीज़ी की जिसके जवाब में उन्होंने विधायक को तमाचा लगा दिया।
नाराजगी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की है, पिटाई आम आदमी पार्टी के विधायक की हो रही है, लेकिन हर बार की तरह आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। बीजेपी का एजेंडा केवल केजरीवाल को गाली देने का है इसीलिए ऐसे वीडियो और स्टिंग सामने आ रहे हैं।
गोपाल राय के इन आरोपों का जवाब बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिया। उन्होंने केजरीवाल की तुलना लीबिया के पूर्व तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी से की। सिरसा ने कहा कि केजरीवाल तो इक्कीसवीं सदी के गद्दाफ़ी हैं। जैसे गद्दाफ़ी के लालच और पैसे की भूख ने उसे वहशी बना दिया था आज वही हाल केजरीवाल का हो गया है।
आम आदमी पार्टी के टिकटों को लेकर पैसे की डिमांड और सप्लाई का यह तीसरा मामला सामने आया है। इन तीनों मामलों में इसे एक्सपोज करने वाले आम आदमी पार्टी के कट्टर ईमानदार कार्यकर्ता हैं। तीनों मामलों में एक्सपोज होने वाले केजरीवाल की पार्टी के कट्टर ईमानदार नेता और कार्यकर्ता हैं। लेकिन केजरीवाल भी अपनी बात के पक्के हैं। कोई कुछ भी बताए, कोई कुछ भी दिखाए, वह मानने को तैयार नहीं है कि उनकी पार्टी में टिकट बिकते हैं।
दिल्ली में भी उनका जवाब वही है जो उत्तराखंड, हिमाचल और गुजरात में उन्होंने कहा। केजरीवाल का दावा है कि उनकी पार्टी चुनाव जीतने जा रही है इसलिए उन्हें बदनाम करने की साजिश हो रही है। वो बता देते हैं कि बीजेपी हारने वाली है इसलिए उनके खिलाफ ऐसी बातें कह रही है। लेकिन केजरीवाल यह नहीं बता पाते कि उनकी पार्टी के लोग स्टिंग ऑपरेशन क्यों कर रहे हैं ? उनकी अपनी पार्टी के लोग बयान क्यों दे रहे हैं? और उनकी अपनी पार्टी के लोगों ने अपने विधायक के साथ मारपीट क्यों की? केजरीवाल ने अपनी तरफ से पूरी चुप्पी साध रखी है।