Rajat Sharma

My Opinion

चुनाव प्रचार में महिलाओं से अभद्रता : अब बहुत हो गया

AKB30 मुंबई में एकनाथ शिंदे की शिव सेना के टिकट पर चुनाव लड़ रही शायना एन सी ने उद्धव ठाकरे की शिव सेना के सांसद अरविंद सावंत पर भद्दी टिप्पणी करने का आरोप लगाया है. इसके बाद शायना ने अरविंद सावंत के खिलाफ मुंबई के नागपाड़ा थाने में FIR दर्ज करा दी.
सावंत के खिलाफ एक महिला की मर्यादा को जानबूझकर ठेस पहुंचाने, अपमानित करने, डराने और मानहानि की धाराओं में केस दर्ज किया गया है. दरअसल अरविंद सावंत मुंबा देवी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अमीन पटेल से नामांकन भरवा रहे थे. पत्रकारों से बात करते हुए अरविंद सावंत ने कहा कि मुंबा देवी से शिवसेना के टिकट पर लड़ रहीं शायना एन सी बाहरी उम्मीदवार हैं, वो ‘इम्पोर्टेड माल’ है. इसी बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया.
शायना ने कहा कि अरविंद सावंत का कमेंट बताता है कि महिलाओं के बारे में उनकी सोच कैसी है. सावंत के बयान उनका व्यक्तिगत अपमान ही नहीं, बल्कि सारी महिलाओं का अपमान है, कोई इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. शायना ने कहा कि महाविकास अघाड़ी के दूसरे नेताओं उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने अभी तक इस टिप्पणी की निंदा नहीं की.
शायना ने कहा कि वो सावंत को तब तक माफ नहीं करेंगी जब तक वह थाने आकर उनसे माफी नहीं मांगते. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह की बात कहना शिवसैनिकों का चरित्र नहीं है, अगर बालासाहेब ठाकरे जिंदा होते तो बयान देने वाले का मुंह तोड़ देते. शिंदे ने कहा कि सावंत के बयान का जवाब महिलाएं चुनाव में महाविकास अघाड़ी को देंगी.
अरविंद सावंत का कहना है कि वह शायना एनसी को मित्र मानते हैं और उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. सावंत ने मामले को घुमाने के लिए मणिपुर का जिक्र किया और कर्नाटक में प्रज्ज्वल रेवन्ना से लेकर आशीष शेलार तक के बयान गिनाए.
अरविंद सावंत अच्छी तरह जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा था और किसके लिए कहा था. अब वो इधर-उधर की बातें करके अपनी बदजुबानी को बढ़ा रहे हैं. अगर वह अपने बयान को जस्टिफाई करने की कोशिश न करते तो बेहतर होता. उन्होंने शायना एनसी को इंपोर्टेड माल कहकर अभद्रता की, बदतमीजी की. हो सकता है गलती हो गई हो, जुबान फिसल गई हो, वह माफी मांगकर इस बात को खत्म कर सकते थे.
क्षमा मांगने से कोई छोटा नहीं हो जाता. पर कुछ नेताओं की आदत होती है. वे राजनीति में आने वाली महिलाओं को दूसरे दर्जे की नागरिक मानते हैं. अभी कुछ दिन पहले 25 अक्टबूर को झारखंड के कांग्रेसी मंत्री इरफान अंसारी ने बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन को “रिजेक्टेड माल” कहा था.
सीता सोरेन JMM के संस्थापक शिबू सोरेन के बड़े बेटे दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. उनके पति का निधन 2009 में हो गया था. सीता सोरेन JMM छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई और वह जामताड़ा से चुनाव लड़ रही है. बीजेपी के नेताओं ने राज्यपाल के पास जाकर मांग की कि इरफान अंसारी को कैबिनेट से बरखास्त किया जाय और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाय.
राजनीति में सक्रिय महिला नेताओं के बारे में भद्दी टिप्पणी करना किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं है. झारखंड में सीता सोरेन को ‘रिजेक्टेड माल’ और महाराष्ट्र में शायना NC को ‘इंपोर्टेड माल’ कहा गया. किसी महिला के लिए ऐसी भाषा को कतई सही नहीं ठहराया जा सकता. यह महिलाओं का अपमान है. ऐसी कोई भी हरकत अक्षम्य है.

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Elections, women and indecent remarks : Stop it now

AKB30 The use of indecent and derogatory remarks about female candidates by some male politicians in Maharashtra and Jharkhand is a matter of concern for all right-thinking Indians. On October 25, Congress minister in Jharkhand Irfan Ansari, contesting from Jamtara, described his BJP political rival Sita Soren as a “rejected maal”. BJP leaders lodged a protest with the Governor and demanded that he be dismissed from cabinet and barred from contesting elections. Ansari, on his part, did not apologize, but said, he did not use the words against Sita Soren, but used it in a general colloquial sense (“bolchaal ki bhaasha me use kiye the”).

Sita Soren is the wife of Jharkhand Mukti Morcha founder Shibu Soren’s eldest son Durga Soren, who died in 2009. She is the estranged sister-in-law of Chief Minister Hemant Soren. A tribal woman, Sita Soren broke down at a public meeting when she narrated the incident.

In Mumbai, Shiv Sena (UBT) MP and a close confidante of Uddhav Thackeray, Arvind Sawant, made an “imported maal” remark about Shaina NC. He faced an immediate backlash and Shaini NC filed an FIR against Sawant at Nagpada police station on Friday. The reason for using this indecent remark, according to Sawant, is that Shaina NC changed her constituency to Mumbadevi.

In his defense, Arvind Sawant says, he considers Shaini NC as “my friend”. Sawant said, “I never mentioned her name, I only said that an outsider is an imported maal, and will not able to work here.”

The fact is, his allusion was clearly towards Shaina NC, who promptly reacted on X saying, “I am a woman, not a maal” (Mai Mahila Hoon, Maal Nahin). She said, the women voters of Mumbai will surely give a befitting reply to such leaders. Shaina NC said, she would not forgive Sawant until and unless he comes to the police station and beg for pardon.

Chief Minister Eknath Shinde, on whose party ticket Shaina NC is contesting, said, the women of Maharashtra will reply to Congress-led Maha Vikas Aghadi for this indecent remark. Arvind Sawant, instead of tendering an apology, indulged in whataboutery, mentioning the parade of women in nude by a mob in Manipur to Janata Dal(S) leader Prajjwal Revanna’s sexual acts.

Arvind Sawant knows well what he said and for whom the remark was intended. By obfuscating, he is multiplying his mistake. It would have been better if had he not tried to justify his remark. By describing Shaina NC as “imported maal”, he has insulted womanhood. He could have apologized by saying it was a slip of tongue and the matter could have ended there.

Nobody becomes a lesser mortal by tendering apology. The sad part is that some of our male politicians view women as second-class citizens. Use of indecent remarks like ‘rejected maal’ and ‘imported maal’ about female politicians cannot be justified. It is shameful.

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