लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भोपाल की एक रैली में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युद्धविराम के मामले में ‘सरेंडर’ कर दिया. राहुल ने मज़ाकिया लहज़े में कहा, “ट्रंप ने फोन किया और कहा मोदी जी कैसे हो, नरेंदर… सरेंडर, और नरेंद्र मोदी सरेंडर हो गए.” राहुल ने कहा कि “बीजेपी और RSS का यही करैक्टर है, ज़रा सा प्रेशर पड़ता है, तो भाग जाते हैं.”
दिल्ली में मंगलवार को इंडी अलायंस के नेताओं की बैठक में 16 विरोधी दलों के नेता पहुंचे. इन दलों ने मांग की कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाय. बुधवार को ऐलान हुआ कि संसद का मॉनसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक होगा.
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राहुल गांधी और उनकी पार्टी के नेताओं के बयानों को पाकिस्तान खूब भुना रहा है. विपक्ष के नेताओं के बयान दिखाकर पाकिस्तान ये नैरेटिव बनाने की कोशिश कर रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के दावों पर भारत के विरोधी दल ही सवाल उठा रहे हैं. राहुल गांधी संवैधानिक पद पर हैं और उन्हें अपने शब्दों के तयन में सावधानी बरतनी चाहिए थी.
जहां तक संसद में सवाल पूछने की बात है, सवाल पूछने में कोई बुराई नहीं है. संसद के विशेष सत्र की मांग करने में कोई बुराई नहीं है. विरोधी दलों के नेता संसद का विशेष सत्र क्यों बुलाना चाहते हैं ? क्या वे संसद में हमारी सेना की शौर्य की गाथा सुनेंगे या प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछकर हीरो बनने की कोशिश करेंगे? वो संसद में कहेंगे कि मोदी ने ट्रंप के सामने सरेंडर कर दिया, वो कहेंगे कि मोदी की डिप्लोमेसी फेल हो गई, वो कहेंगे कि भारत पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ गया. वो सेना की तारीफ करेंगे और सेना को खुली छूट देने वालों को कायर कहेंगे. वे सेना का गुणगान करेंगे लेकिन सेना के हाथ मजबूत करने वाले नेता का अपमान करेंगे.
सवाल ये है कि क्या ये सब करने से भारत का फायदा होगा? क्या ये सब कहने से हमारी फौज का मनोबल बढ़ेगा?
जहां तक ट्रंप के सामने मोदी के सरेंडर का सवाल है, तो उसका जवाब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, हमारी सेना, हमारे विदेश मंत्री और हमारे प्रधानमंत्री दे चुके हैं. वो ये कि ऑपरेशन सिंदूर रोकने का फैसला पाकिस्तानी सेना के DGMO की गुज़ारिश पर किया गया.
सबसे अच्छा जवाब कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दिया, उन्होने mediation और facilitation के बीच फर्क को समझाया.कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने साफ कहा कि भारत किसी तीसरे देश को मध्यस्थता करने की इजाज़त नहीं देगा. लेकिन राहुल गांधी और उनकी पार्टी के लोग न तो शशि थरूर की बात सुनना चाहते हैं और न ही सलमान खुर्शीद की. ये दोनों कांग्रेस की सरकारों में विदेश मंत्री रह चुके हैं, विदेश नीति को जानते हैं लेकिन इनकी बातें आजकल राहुल गांधी को सूट नहीं करती.
पाक फौज : 48 घंटे का प्लान, 8 घंटे में घुटने पर
ऑपरेशन सिंदूर की हक़ीक़त क्या थी, पाकिस्तान का क्या हाल हुआ, इसका पूरा ब्यौरा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने बताया. जनरल चौहान ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए 48 घंटे की प्लानिंग की थी लेकिन हमारी सेना ने इतना ज़बरदस्त हमला किया कि पाकिस्तान ने सिर्फ़ 8 घंटे में घुटने टेक दिए.
पुणे में फ्यूचर ऑफ वॉर लेक्चर के दौरान जनरल चौहान ने कहा कि पाकिस्तानी फौज ने ऑपरेशन बुनयान उन मरसूस के दौरान भारत पर लगातार दो दिन तक हमला करने की तैयारी की थी लेकिन जब 10 मई को भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर ड्रोन और मिसाइल से हमले करने शुरू किए तो सिर्फ आठ घंटे के बाद पाकिस्तान की तरफ से सीज़फ़ायर के लिए फ़ोन की घंटी बज गई.
जनरल अनिल चौहान ने कहा कि पाकिस्तान जानता था कि अगर वो युद्धविराम के लिए अनुरोध नहीं करेगा, सफेद झंडा नहीं लहराएगा, तो उसे और भारी नुकसान होगा.
मंगलवार को भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान का ब्य़ौरा दिया. पता लगा कि भारत के जवाबी प्रहार में पाकिस्तान के छह फाइटर जेट तबाह हो गए, पाकिस्तान का अमेरिकन C-130 हरक्यूलिस परिवहन विमान भारत के हमले में बर्बाद हो गया. ये विमान काफ़ी महंगा है. इसकी क़ीमत करीब 16.5 करोड़ डॉलर यानि 14 सौ करोड़ रूपए है. भारत के हमले में पाकिस्तान की कई क्रूज़ मिसाइल्स भी नष्ट हो गईं. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 10 से ज़्यादा काउंटर ड्रोन भी नष्ट कर दिए. पाकिस्तान के कई रडार सिस्टम, एयर डिफेंस सिस्टम भी बर्बाद हुए. पाकिस्तान के 11 एयरबेस का क्या हाल हुआ, इसकी तस्वीरें तो अब पूरी दुनिया देख चुकी है.
जनरल चौहान ने कहा कि अब युद्ध के मैदान का दायरा बहुत फैल गया है. अब केवल जल, थल और नभ जैसे पारंपरिक मोर्चों पर ही लड़ाई नहीं हो रही है, बल्कि अब तो अंतरिक्ष, साइबर और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक क्षेत्रों में भी जंग हो रही है. उन चार दिनों के दौरान दोनों देशों के बीच इलेक्ट्रोमैग्नेटिक मोर्चे और साइबर क्षेत्र में भी टक्कर हुई. पहले युद्ध क्षेत्र पांच से दस किलोमीटर तक फैला रहता था, अब भारत के हथियारों की ज़द में पूरा का पूरा पाकिस्तान आ गया है.
भारत का अगला action तैयार : घबराया पाकिस्तान
पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के सामने माना कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने उसे बुरी तरह मारा, भारत जितना बता रहा है, उससे कहीं ज्यादा तबाह किया. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जो डोजियर लेकर अमेरिका पहुंचे हैं, उसमें लिखा है कि पाकिस्तान का ऐसा कोई कोना नहीं हैं, जहां भारत की मिसाइल्स न पहुंची हों. बिलावल ने कहा कि भारत ने सिर्फ बीस जगहों पर हमला करने की बात कही है, लेकिन हकीकत ये है कि भारतीय वायु सेना ने 28 स्थानों पर हमले किए.
पाकिस्तान ने माना है कि भारत ने बलोचिस्तान को छोड़कर उसके हर सूबे पर हमले किये. पाकिस्तान के डॉज़ियर में लिखा है कि भारत के निशाने पर ख़ास तौर पर पाकिस्तान का पंजाब सूबा था. रावलपिंडी, गुजरात और लाहौर से लेकर रहीम यार ख़ान तक पंजाब के 16 ठिकानों पर हमले किए. भारतीय वायु सेना ने सिंध सूबे में कराची और दूसरे सबसे बड़े शहर हैदराबाद के अलावा छोर, मानों और जैकोबाबाद में उसके एयरबेस को निशाना बनाया और ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह में पेशावर पर हमला किया.
इससे ये तो साफ है कि पाकिस्तान भी मान रहा है कि पूरा मुल्क भारतीय सेना की जद में है. पाकिस्तान ने एक चालाकी जरूर की. जो डोजियर तैयार किया, उसमें सैनिक ठिकानों के साथ साथ सिविलयन इलाकों और धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाने का आरोप लगाया. बिलावल भुट्टो का नेतृत्व वाला पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल न्यूयॉर्क में ये डॉज़ियर दुनिया के तमाम देशों के राजनयिकों को बांट रहा है.
बिलावल भुट्टो चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि अभी भले ही पाकिस्तान और भारत के बीच ceasefire हो गया हो लेकिन खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए भारत को समझाएं. बिलावल ने कहा कि दो एटमी ताकतों के बीच जंग कभी भी फिर से छिड़ सकती है क्योंकि कोई भी आतंकी अगर भारत पर हमला करेगा, तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा.
बिलावल भुट्टो वही बोल रहे हैं जो फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने उन्हें रटा कर भेजा है. लेकिन हकीकत यही है कि पाकिस्तान को मार अच्छे से पड़ी है, जिसका दर्द अभी तक कम नहीं हुआ है. पाकिस्तान के एयरबेस इतनी बुरी तरह बर्बाद हुए हैं कि अभी तक रिपेयर का काम पूरा नहीं हो पाया है. आज ही पाकिस्तान के भोलारी एयरबेस की एक सेटेलाइट इमेज सामने आई है, इसमें साफ दिख रहा है कि इस एयरबेस की एयरस्ट्रिप और हैंगर को अभी तक तिरपाल से ढक कर रखा गया है, यहां पर रिपेयरिंग का काम चल रहा है.
ऑपरेशन सिंदूर का खौफ पाकिस्तान के हर नेता के दिल में है. सबको लगता है कि खतरा अभी टला नहीं है, भारत फिर हमला कर सकता है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ ने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल पर कहा कि उन्हें तो लगता है कि भारत पाकिस्तान पर फिर से हमला कर सकता है और इस बार हमला पहले से ज़्यादा भयानक होगा.
पाकिस्तान का डोजियर देखने के बाद, CDS जनरल अनिल चौहान की बात सुनने के बाद, पांच बातें साफ है.
एक, भारत की फौज ने जितना बताया, पाकिस्तान की फौज को उससे कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचाया.
दूसरी बात, पाकिस्तान का हर कोना अब भारत के हथियारों की रेंज में है.
तीसरी बात, नए ज़माने की जंग में ड्रोन में, डेटा में, सेंसर में, हाइपरसॉनिक वॉर में भारत की सेना बहुत advanced है, पाकिस्तान के मुकाबले बहुत आगे है.
चौथी बात, 11 एयरबेस की तबाही के बाद पाकिस्तान के DGMO ने फोन करके फायरिंग रोकने का अनुरोध किया, लेकिन भारत ने तुरंत फैसला नहीं किया. विचार करने के बाद ऑपरेशन सिंदूर को स्थिगत किया गया. इस फैसले का कारण अमेरिका का दबाव बिलकुल नहीं था.
पांचवी बात, पाकिस्तान को युद्ध में हराने के बाद इन्फॉर्मेशन वॉर लड़नी पड़ी और इस इन्फॉर्मेशन वॉर में पाकिस्तान ने भारत के कई नेताओं के बयानों का सहारा लिया. CDS ने जो कहा इसका एक और उदाहरण आज देखने को मिला.