लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने कहा है कि अगर देश में विपक्ष की सरकार बनी, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत बीजेपी के सभी नेता जेल जाएंगे, किसी को नहीं छोड़ा जाएगा. गुरुवार को नरेन्द्र मोदी की रैलियां हुई, अमित शाह, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव समेत तमाम नेताओं ने चुनाव प्रचार किया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा हुई मीसा भारती के बयान की. मीसा भारती बिहार के पाटिलपुत्र से RJD की उम्मीदवार हैं. कैंपेन के दौरान नरेन्द्र मोदी जिस तरह से भ्रष्टाचार का मसला उठा रहे हैं, बिहार की रैली में उन्होंने जिस तरह से नौकरी के बदले जमीन घोटाले की बात की, उससे मीसा भारती नाराज़ हैं और गुस्से में उन्होंने यहां तक कह दिया कि अभी मोदी जितना चाहें बोल लें, जो चाहें इल्जाम लगा लें, लेकिन अगर देश में विपक्ष की सरकार बन गई तो बीजेपी का कोई नेता नहीं बचेगा, मोदी समेत बीजेपी के सारे नेताओं को जेल में डाल देंगे. मीसा के इस बयान पर जबरदस्त सियासत हुई, जे पी नड्डा, रविशंकर प्रसाद, देवेन्द्र फड़णवीस से लेकर सुधांशु त्रिवेदी तक बीजेपी के तमाम नेताओं ने मीसा भारती के बयान की निंदा की. शुक्रवार को मीसा भारती पलटी. मीसा ने कहा कि मैंने ऐसा तो नहीं कहा था. मैंने सिर्फ ये कहा था कि सभी भ्रष्टाचारियों को जेल भेजेंगे. ज़ाहिर है मीसा भारती पर दवाब पड़ा और उन्होने अपने बयान को वापस ले लिया. लेकिन सवाल ये है कि क्या भ्रष्टाचार का मुद्दा लालू के परिवार को इतना परेशान कर रहा है कि उन्होंने मोदी को अपना दुश्मन मान लिया. क्या राजनीतिक लड़ाई व्यक्तिगत लड़ाई में तब्दील हो गई है? मीसा भारती का ये बयान चार दिन पुराना है. असल में मोदी ने 4 अप्रैल को जमुई में रैली की थी. उस रैली में मोदी ने लालू यादव के परिवारवाद, जंगलराज और भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए थे, नौकरी के बदले ज़मीन घोटाले की बात की थी और ये कहा था कि विरोधी चाहे उन्हें कितनी भी गालियां दें, वह भ्रष्टाचार करने वालों को छोडे़ंगे नहीं, सबको जेल भेजेंगे. मीसा भारती इसी बात से नाराज थीं और उन्होंने मोदी को जेल भेजने की धमकी दे दी. मीसा का बयान चार दिन बाद सामने आया इसलिए बीजेपी के बड़े नेताओं ने रिएक्ट किया. अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में जे पी नड्डा ने कहा कि हार की हताशा से विपक्ष के नेता परेशान हो गए हैं, इसीलिए मोदी को कोस रहे हैं. नड्डा ने कहा जो खुद बेल पर हैं, उन्हें इस तरह की बातें कहने का कोई हक़ नहीं हैं. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि मीसा भारती नौकरी के बदले जमीन घोटाले में आरोपी हैं. इसलिए मीसा को अपनी फिक्र करनी चाहिए. बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि विपक्ष के नेता कभी मोदी के मरने की दुआ मांगते हैं, कभी उनको जेल भेजने की बात करते हैं, जनता सबको देख रही है और चुनाव में सबको जवाब मिल जाएगा.
मीसा भारती के छोटे भाई और RJD के स्टार कैंपेनर तेजस्वी यादव ने मीसा के बयान पर ख़ामोशी अख़्तियार कर ली, और उल्टे बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह मुद्दों की बातें नहीं करती, मुद्दों से भटकाने की बात करती है. मीसा भारती ने जो कहा, तेजस्वी ने जिस तरह मीसा के बयान से किनारा किया, उससे इतना तो साफ है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मोदी ने विरोधियों को कॉर्नर किया है. ख़ास तौर पर बिहार में लालू यादव के परिवार पर भ्रष्टाचार के इतने आरोप हैं, लालू यादव देश के अकेले ऐसे बडे राजनेता हैं, जो चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं, इसलिए इस मुद्दे पर RJD और कांग्रेस को जवाब देना मुश्किल हो रहा है. तेजस्वी ये बात समझ रहे हैं, इस मुद्दे पर जितनी चर्चा होगी, उतना ज्यादा नुक़सान होगा, इसीलिए तेजस्वी यादव इस तरह के मुद्दों पर कुछ नहीं बोलते. वो कैंपने का दूसरा स्टाइल अपना रहे हैं. तेजस्वी की सभाओं में खूब भीड़ आ रही हैं और वो रोज अलग अलग अंदाज में मोदी को घेरते हैं. औरंगाबाद की रैली में तेजस्वी ने गाना गाकर मोदी को धोखेबाज़ बताया. तेजस्वी काफी हद तक लालू यादव के अंदाज में campaign करने की कोशिश करते हैं, जातिगत समीकरणों को साध कर चल रहे हैं. सोशल मीडिया का पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं, और सबसे बड़ी बात, वो उन मुद्दों से बचकर चल रहे हैं, जो उन्हें सियासी नुक़सान पहुंचा सकते हैं या जिन पर वो घिर सकते हैं. इसलिए तेजस्वी अपनी हर सभा में बताते हैं कि उन्होंने 17 महीनों की सरकार में पांच लाख सरकारी नौकरियां दी., जातिगत जनगणना करवाई और बीजेपी से बेरोजगारी और मंगहाई के मुद्दों पर सवाल पूछते हैं लेकिन तेजस्वी भ्रष्टाचार और सनातन के मुद्दों पर बिल्कुल खामोश हो जाते हैं. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त एक्शन को अपना मिशन बना लिया है. वह विरोधी दल के हर नेता के बयान पर नज़र रखते हैं और भ्रष्टाचार के मुद्दे को हर रैली में उठाते हैं. उत्तराखंड और राजस्थान में रैलियों में मोदी ने भ्रष्टाचार को देश के विकास में दीमक बताया. मोदी ने साफ-साफ कहा कि विपक्ष के लोग चाहे जितनी कोशिश कर लें, लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकेगी. चूंकि मीसा भारती ने मोदी को जेल भेजने की धमकी दी है, इस पर मोदी ने कहा कि मोदी को चाहे कोई कितनी भी धमकी दे, लेकिन वह भ्रष्टाचारियों को छोड़ेंगे नहीं, सारे भ्रष्टाचारियों को जेल जाना होगा. अपनी कैंपेन में मोदी का सबसे ज्यादा फोकस अपनी सरकार के काम गिनाने में होता है, वह अपनी जनकल्याण योजनाओं की बात करते हैं, लोगों को घर, बिजली और पानी पहुंचाने का जिक्र करते हैं, अर्थव्यवस्था में सुधार की बात भी करते हैं लेकिन ज्यादा चर्चा होती है भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मोदी के बयानों की. नरेंद्र मोदी साफ साफ कहते हैं कि भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. मोदी विरोधी दलों की हायतौबा का सीधा जवाब देते हैं कि विरोधी दलों के नेताओं को ED, CBI ने क्यों पकड़ा, उन पर केस क्यों बनाया, जेल में क्यों डाला. विरोधी दलों के कैंपेन में ये सवाल बार बार उठाए जाते हैं और इसीलिए मोदी अपनी हर सभा में इस पर विस्तार से जवाब देते हैं. मोदी जनता को सनातन धर्म का अपमान करने वालों के बारे में बताना भी नहीं भूलते और राम मंदिर का जिक्र भी करते हैं. मोदी जानते हैं, राम मंदिर का सवाल 500 साल पुराना है और देश की सौ करोड़ लोगों की भावनाओं से जुड़ा है. इसीलिए चुनाव में मोदी का कैंपेन सबसे ज्यादा असरदार है.