Rajat Sharma

लालू, तेजस्वी अस्वस्थ : क्या इससे RJD के प्रचार पर असर पड़ेगा?

AKB30 सोमवार शाम को वाराणसी पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में सारण, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में रैलियां की. मोदी की पहली रैली हाजीपुर में हुई. हाजीपुर सीट की पहचान पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान से होती थी. पासवान इस सीट से 8 बार चुनाव जीते थे लेकिन उनके निधन के बाद उनके भाई पशुपति पारस यहां से सांसद बने लेकिन इस बार हाजीपुर से पासवान के बेटे चिराग पासवान चुनाव मैदान में हैं. मोदी ने हाजीपुर की रैली में कांग्रेस और RJD पर निशाना साधा और कहा कि RJD और कांग्रेस का सबसे बड़ा हथियार है तुष्टिकरण. उन्हें बिहार की जनता की नहीं, सिर्फ अपने वोटबैंक की फिक्र है,इसीलिए वो दलितों, आदिवासियों और ओबीसी का आरक्षण कोटा छीनकर मुसलमानों को देना चाहते हैं लेकिन मोदी के रहते ऐसा कभी नहीं होगा. मोदी की तीसरी रैली सारण में थी.सारण वो सीट है, जहां से खुद लालू यादव 4 बार सांसद रहे हैं. उनकी पत्नी राबड़ी देवी यहां से चुनाव जीत चुकी हैं और इस बार लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य अपना पहला चुनाव सारण से लड़ रही हैं. रोहिणी आचार्य के खिलाफ बीजेपी से राजीव प्रताप रूडी चुनावी मैदान में हैं. रूड़ी भी यहां से 4 बार चुनाव जीत चुके हैं. 2014 में उन्होंने राबड़ी देवी को हराया था और पिछली बार उन्होंने लालू यादव के समधी चंद्रिका राय को शिकस्त दी थी.इस बार रूडी का मुकाबला लालू की बेटी रोहिणी आचार्य से है. इसलिए मोदी ने आज यहां सीधे-सीधे RJD पर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि आरजेडी ने बिहार का क्या हाल किया, ये किसी से छिपा नहीं है. उनका रिपोर्ट कार्ड सब के सामने है, उन्हें उसी पर वोट मांगना चाहिए, नीतीश कुमार के काम पर नहीं. मुजफ्फरपुर की रैली में मोदी ने जंगलराज से लेकर नक्सलवाद तक के मुद्दे उठाए. कहा, कि जिस पार्टी ने बिहार में जंगलराज चलाया, उसे बिहार के लोग कभी वापस नहीं आने देंगे, यही वजह है कि आरजेडी और कांग्रेस के लोग डरे हुए हैं, बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं. सोमवार को पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के लिए लालू यादव की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती ने अपना नामांकन पत्र पेश किया. मीसा भारती तीसरी बार पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ रही हैं. वह 2014 और 2019 के चुनाव में BJP के रामकृपाल यादव से हार चुकी हैं. इस बार फिर मीसा भारती का मुक़ाबला, रामकृपाल यादव से है . रामकृपाल यादव एक ज़माने में लालू यादव के बेहद क़रीबी हुआ करते थे लेकिन 2014 में वह RJD छोड़कर BJP में चले गए. मीसा भारती ने घर में पूजा पाठ के बाद पूरे परिवार के साथ नामांकन पेश करने पहुंचीं. मीसा भारती के साथ उनके भाई तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव, पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी भी मौजूद थीं… नामांकन पेश करने के बाद मीसा भारती ने कहा कि मोदी हमेशा हवा में ही उड़ते रहते थे… लेकिन इस बार तेजस्वी यादव ने ऐसी चुनौती दी है कि मोदी को पटना की सड़कों पर उतरकर रोड शो करना पड़ा. बाद में मीसा भारती परिवारजनों के साथ श्रीकृष्ण सिन्हा मेमोरियल हॉल पहुंचीं जहां पार्टी के नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. लालू ने कहा कि इस बार नरेंद्र मोदी के साथ साथ नीतीश कुमार की भी विदाई हो जाएगी. लालू ने कहा – “नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार कल और आज दिन भर यहां RJD पर प्रहार करते रहे. लेकिन इनके प्रहार की मैं परवाह नहीं करता. नरेंद्र मोदी इस बार जा रहे हैं. पक्का जा रहे हैं. इनको बढ़िया से विदाई करना है. भेज देना है. एक जो नीतीश कुमार का हाल है. नीतीश कुमार का ऐसा ही हाल है कि जिधर देखा दही चूड़ा उधर की तरफ़ ही लुढ़क लिए. नीतीश कुमार का यही हाल है. नीतीश कुमार अब दोबारा सत्ता में आने वाले नहीं हैं. बीजेपी के साथ उनको भी जाना है. डबल विदाई होगी.” वैसे इस सभा में तब विवाद पैदा हो गया जब लालू के दूसरे बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने पीछे खड़े पार्टी के एक कार्यकर्ता को धक्का देकर नीचे गिरा दिया. बाद में तेज प्रताप ने कहा कि उनके हाथ में चोट लगी थी, पट्टी बंधी हुई थी और उस कार्यकर्ता के धक्के से उन्हें दर्द हुआ. इसी वजह से उन्होंने उसे पीछे धकेला. तेज प्रताप ने हाथ में पट्टी बांधे हुए अपनी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की. तेज प्रताप यादव पहले भी परिवार के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं लेकिन कोई उन्हें ज्यादा गंभीरता से नहीं लेता लेकिन इस चुनाव में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें काफी हैं. लालू यादव पार्टी के सबसे बड़े स्टार हैं लेकिन स्वास्थ्य के कारण उनकी गतिविधियां सीमित है. उन्हें बहुत सारी चीजों का परहेज़ करना पड़ता है. तेजस्वी यादव जबरदस्त कैंपेन कर रहे थे, उनकी पब्लिक मीटिंग्स में जोश भी था, भीड़ भी थी लेकिन पिछले कुछ दिन से वो कमर के दर्द से परेशान हैं. कमर में बेल्ट बांधकर कैंपेन कर रहे हैं..वो भी अब खुल कर घूम फिर नहीं सकते. मीसा और रोहिणी अपने चुनावक्षेत्रों में व्यस्त हैं. इसीलिए RJD के दूसरे उम्मीदवार काफी परेशान है .लालू और तेजस्वी की गैरमौजूदगी के कारण उनके पास कोई स्टार कैंपेनर नहीं है..

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